पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने गुरुवार को राज्यसभा में जानकारी दी कि उनकी तरफ से दिल्ली की एयर क्वालिटी सुधारने और प्रदूषण को कम करने के लिए क्या-क्या प्रयास किए जा रहे हैं.
हरियाणा से बीजेपी सांसद डीपी वत्स के का जवाब देते हुए पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि दिल्ली की मेट्रोलॉजिकल कंडिशन को देखते हुए एयर शेड की पहचान करना जरूरी है. इसके लिए सरकार ने दिल्ली में एक कमिशन बनाया है जिसके तहत, एयर शेड को कानूनी प्रावधान के रूप में विकसित किया गया है.
एनसीआर में पीएनजी पर आधारित इंडस्ट्री को बढ़ावा
दिल्ली के प्रदूषण के लिए इंडस्ट्रीज़, कंस्ट्रक्शन और वाहन सबसे बड़े कारण हैं. सरकार ने दिल्ली से प्रदूषण कम करने के लिए पूरे एनसीआर में पीएनजी पर आधारित इंडस्ट्री को बढ़ावा देने का काम किया है. दिल्ली में वाहन प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा ईस्ट्रन एक्सप्रेस हाइवे और वेस्ट्रन एक्सप्रेस हाइवे बनाया गया है. इससे दिल्ली में बड़ी संख्या में आने वाले कमर्शियल डीज़ल वाहन और दिल्ली के वाहनों को डायवर्ट करने का काम किया जा रहा है.
पराली के लिए मशीनों का वितरण
पराली के विषय पर केंद्र सरकार मशीनों का वितरण कर रही है. इसके साथ ही, डीकम्पोज़िशन, पशु चारे में इसके उपयोग करने से लेकर, बायो फ्यूम में इसके इस्तेमाल को लेकर विशेष रूप से प्रयास किए गए हैं.
इसके अलावा, दिल्ली के आसपास वाहनों या डीज़ल वाहनों में ईंधन को बदलने के लिए BS4 से BS6 अनिवार्य किया गया है. वायु प्रदूषण को रोकने के लिए आने वाले समय में वाहन क्षेत्र में नए परिवर्तन किए जाएंगे. इसके साथ ही इंडस्ट्रियल सेक्टर में भी ग्रीन फ्यूल को प्रोत्साहन देने का काम किया जा रहा है.