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गणतंत्र दिवस पर पहली बार चीफ गेस्ट बनेंगे इजिप्ट के राष्ट्रपति, G-20 समिट में भी मिला आमंत्रण

गणतंत्र दिवस 2023 में होने वाले कार्यक्रम में भारत इस बार इतिहास रचने जा रहा है. इस कार्यक्रम में जिस देश के राष्ट्रपति को चीफ गेस्ट के तौर पर बुलाया जा रहा है, उस देश के प्रेसिडेंट को इससे पहले 26 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम में कभी मुख्य अतिथि के तौर पर नहीं बुलाया गया.

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अब्देल फतेह अल सिसी (Abdel Fattah El-Sisi)
अब्देल फतेह अल सिसी (Abdel Fattah El-Sisi)

हर साल की तरह इस साल भी गणतंत्र दिवस के मुख्य कार्यक्रम में भारत से अच्छे संबंध वाले देश के नेता को चीफ गेस्ट के तौर पर बुलाया जा रहा है. 26 जनवरी 2023 को होने वाले कार्यक्रम में इजिप्ट (मिस्र) के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सिसी (Abdel Fattah El-Sisi) मुख्य अतिथि होंगे. ऐसा पहली बार होगा, जब मिस्र के राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में चीफ गेस्ट के तौर पर शामिल होंगे.

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बता दें कि भारत और इजिप्ट के संबंध काफी अच्छे हैं. दोनों देशों के बीच सभ्यताओं का भी जुड़ाव है. दोनों देश इस साल राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. 2022-23 में भारत की जी-20 की अध्यक्षता के दौरान मिस्र को 'अतिथि देश' के रूप में आमंत्रित किया गया है.

कोरोना ने बिगाड़ा 2021 का प्रोग्राम

हर साल भारत के गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में किसी न किसी देश के नेता चीफ गेस्ट बनकर आते हैं. अब तक ऐसा 4 बार हो चुका है, जब गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में कोई भी चीफ गेस्ट शामिल नहीं हुए. पिछले साल 2021 में भारत ने ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को चीफ गेस्ट के तौर पर बुलाया था, लेकिन उस समय कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के कारण उन्होंने अचानक अपना दौरा रद्द कर दिया था. 

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जॉनसन ने PM मोदी से की थी बात

बोरिस जॉनसन ने अपने फैसले पर खेद भी जताया था. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से बात की थी और भारत नहीं आ पाने के लिए खेद व्यक्त किया था. पीएम से बात करते हुए जॉनसन ने कहा कि जिस गति से ब्रिटेन में नया कोरोना वायरस फैल रहा है, उनके लिए ब्रिटेन में रहना महत्वपूर्ण है, ताकि वह वायरस की घरेलू प्रतिक्रिया पर ध्यान केंद्रित कर सकें.

दो-दो अतिथि भी बने हिस्सा

इससे पहले 1952, 1953 और 1966 में ऐसा हो चुका है, जब गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में कोई भी मुख्य अतिथि शामिल नहीं हुआ. वहीं, कई बार ऐसे मौके भी आए जब देश के गणतंत्र दिवस समारोह में दो-दो अतिथि भी शामिल हुए. साल 1956, 1968 और 1974 में दो-दो मुख्य अतिथि शामिल हुए.

जब 10 देश हुए थे शामिल

साल 2018 में 10 एशियाई देशों के प्रमुख गेस्ट के रूप में भारतीय गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल हुए थे. यह पहला मौका था, जब इतने देशों के मुखिया 26 जनवरी के परेड में शामिल हुए थे.

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