लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी ने 400 पार का नारा दिया था. लेकिन इसी नारे को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बड़ा बयान दिया है. शिंदे ने कहा है कि विपक्ष के झूठे नैरेटिव की वजह से 400 पार के नारे को लेकर लोगों में एक आशंका बनी हुई थी.
शिंदे ने कहा कि इस नारे को लेकर विपक्ष ने ऐसा माहौल तैयार कर दिया था कि अगर मोदी सरकार को 400 से ज्यादा सीटें मिल गई तो संविधान बदल दिया जाएगा. लोगों में इसे लेकर आशंकाएं थीं, जिस वजह से चीजें गड़बड़ हो गईं.
महाराष्ट्र सीएम ने मुंबई में कृषि लागत और मूल्य आयोग (CACP) की बैठक में कहा कि बीजेपी ने जीत के लिए 400 पार के नारे का लक्ष्य रखा था. हमें विपक्ष के झूठे नैरेटिव की वजह से कुछ जगहों पर नुकसान हुआ. हमें महाराष्ट्र में भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ा. 400 पार नारे की वजह से लोगों ने सोचा कि भविष्य में कुछ गड़बड़ हो सकती है. विपक्ष ने इसे लेकर झूठा नैरेटिव फैलाया और इसे संविधान बदलने और आरक्षण हटाने की आशंका से जोड़ा.
एकनाथ शिंदे के 400 पार के नारे से जुड़े बयान पर जेडीयू के नेता केसी त्यागी ने कहा कि हमारे द्वारा दिए गए 400 पार के नारे का बड़े पैमाने पर विपक्षी पार्टियों ने दुरुपयोग किया. इसे विपक्षी दलों ने संविधान बदलने से जोड़ा.
क्या रहे लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे?
2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को घोषित किए गए थे. 2014 और 2019 में अपने बूते बहुमत हासिल करने वाली बीजेपी इस बार 240 सीटें ही जीत सकी. जबकि, एनडीए को कुल 293 सीटें मिली हैं. वहीं, विपक्षी इंडिया ब्लॉक को 234 सीटें हासिल हुई हैं. कांग्रेस ने 99 सीटें जीती हैं.
चूंकि, इस बार बीजेपी अपने दम पर 272 का जादुई आंकड़ा नहीं छू सकी है, इसलिए उसे सरकार चलाने के लिए अपने सहयोगियों पर निर्भर रहना होगा. एनडीए में 240 सीटों के साथ बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है. दूसरे नंबर पर चंद्रबाबू नायडू की पार्टी रही.
क्या थे महाराष्ट्र के नतीजे?
महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों के लिए बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट) और अजित पवार की एनसीपी ने मिलकर चुनाव लड़ा था. हालांकि, 2019 की तुलना में इस बार महाराष्ट्र में एनडीए को काफी नुकसान हुआ है. तीनों पार्टियां मिलकर सिर्फ 19 सीटें ही जीत सकी. इनमें बीजेपी और शिवसेना (शिंदे गुटे) ने 9-9 और अजित पवार की एनसीपी ने 1 सीट पर जीत हासिल की. दूसरी ओर, इंडिया ब्लॉक ने 28 सीटें जीतीं. कांग्रेस ने 13, शरद पवार की एनसीपी ने 8 और शिवसेना (ठाकरे गुट) ने 7 सीटें जीतीं. एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत हासिल की है.