चुनाव आयोग ने बुधवार को घोषणा की कि वह अपनी कार्यक्षमता को बढ़ाने और विभिन्न स्तरों पर स्टेकहोल्डर्स को सशक्त बनाने के लिए डिजिटल माध्यमों का इस्तेमाल करेगा. इसमें ऑडियो बुक्स, एनिमेटेड वीडियो और ई-बुक जैसे संसाधन शामिल होंगे. इस फैसले की घोषणा दो दिवसीय समिट में की गई, जिसमें सभी राज्यों के चुनाव अधिकारियों ने हिस्सा लिया.
इस मंथन के बाद, 28 चुने गए स्टेकहोल्डर्स के लिए कुछ खास डिजिटल संसाधन डेवलप किए जाएंगे. ये संसाधन यूजर्स को नामांकन से लेकर मतदान तक की प्रक्रिया को समझने में मदद करेंगे.
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चुनाव आयोग ने कहा कि प्रत्येक स्टेकहोल्डर के लिए एक एनीमेटेड वीडियो कैप्सूल तैयार किया जाएगा, जो चुनावों से जुड़े सभी पहलुओं को ठीक तरीके से कवर करेगा. ये वीडियो स्टेकहोल्डर्स के लिए खुद से निरंतर सीखने का एक सुविधाजनक तरीका होगा.
यूनिफाइड आईटी आर्किटेक्चर के साथ कस्टमाइज्ड डैशबोर्ड का प्लान!
आयोग ने फैसला किया कि एक यूनिफाइड आईटी आर्किटेक्चर के साथ एक कस्टमाइज्ड डैशबोर्ड बनाया जाएगा. यह डैशबोर्ड विभिन्न स्टेकहोल्डर्स को सिंगल विंडो प्लेटफ़ॉर्म पर इनपुट और आउटपुट की सुव्यवस्थित जानकारी प्रदान करेगा.
इसमें इन-बिल्ट क्रॉस वेरिफिकेशन की सुविधा होगी, जिससे ह्युमन एरर को कम किया जा सकेगा. भूमिका आधारित एक्सेस के साथ यह कम्युनिकेशन को और अधिक आसान बनाएगा.
पारदर्शी बनाने की दिशा में एक अहम होंगे ये कदम
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने समापन में जोर देकर कहा कि सभी अधिकारियों को मौजूदा संवैधानिक और कानूनी ढांचे के अनुरूप ही काम करना चाहिए. यह पहल चुनाव प्रक्रिया को अधिक सटीक और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक अहम होगी.