भारत में लोकसभा चुनाव चल रहे हैं और ऐसे में देशभर में पड़ रही भीषण गर्मी ने चुनाव आयोग की चिंता बढ़ा दी है. लोकसभा चुनाव के आगामी चरणों के लिए मौसम विभाग ने सामान्य मौसम का पूर्वानुमान जारी किया है. वहीं आम चुनाव के हर चरण से पहले गर्मी की स्थिति पर नजर रखने के लिए निर्वाचन आयोग ने टास्क फोर्स का गठन किया है. तेज गर्मी और लू की स्थितियों को देखते हुए चुनाव आयोग ने आईएमडी, एनडीएमए और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के साथ सोमवार को बैठक की थी.
गर्मी के बीच चुनाव आयोग की तैयारी
बैठक में राजनीतिक दलों, सामाजिक सांस्कृतिक संस्थानों और नागरिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे, ताकि आगामी चुनाव में बढ़ रही गर्मी से लोगों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े. इस बैठक में मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र और अन्य मौसम वैज्ञानिकों ने भी हिस्सा लिया था.
विशेषज्ञों के साथ हुई इस बैठक में आयोग ने इस विषय पर भी चर्चा की कि आखिर चुनावी मौसम में गर्मी के कारण घटते मतदान प्रतिशत के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं, ताकि बढ़ते तापमान और लू के झुलसाते थपेड़ों बीच मतदाताओं को सहूलियत प्रदान की जा सके और मतदान प्रतिशत पर भी कोई असर ना पड़े.
मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने भरोसा जताया है कि वे जनता के साथ ही राष्ट्र और प्रदेश स्तर पर निर्वाचन आयोग को भी मौसम का पूर्वानुमान जारी कर रहे हैं और इस बाबत लगातार निर्वाचन आयोग के संपर्क में हैं. इसके अलावा मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री राजीव कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के साथ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, (एमओएचएफडब्ल्यू) के अपर सचिव, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के विभाग प्रमुख और भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक ने भी हिस्सा लिया था.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक ने निर्वाचन आयोग को सूचित किया है कि 26 अप्रैल को होने वाले आम चुनाव के दूसरे चरण में गर्मी की लहर को लेकर कोई बड़ी चिंता करने की जरूरत नहीं है. वहीं दूसरे चरण के मतदान वाले 13 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में मौसम सामान्य रहने का पूर्वानुमान जताया गया है. इसके अलावा देश के कुछ हिस्सों में सामान्य से अधिक तापमान और हीटवेव की स्थितियों को देखते हुए और गर्मी के मौसम के कारण किसी भी जोखिम को कम करने के उपायों पर चर्चा करने के लिए आयोग ने आज संबंधित एजेंसियों के साथ बैठक की थी.
इस बैठक में मुख्य चुनाव आयुक्त श्री राजीव कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में चुनाव आयुक्त श्री ज्ञानेश कुमार और श्री सुखबीर सिंह संधू के साथ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्ल्यू) के अपर सचिव, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के विभाग प्रमुख और भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक ने भाग लिया था.
इस बैठक में निर्णय लिया गया है कि जरूरत पड़ने पर सभी विभाग के अधिकारियों का एक कार्य बल मौसम में किसी भी प्रकार के बदलाव और शमन उपायों के लिए मतदान के प्रत्येक चरण से पांच दिन पहले गर्मी की लहर व आर्द्रता के प्रभाव की समीक्षा करेगा. वहीं आयोग ने गृह मंत्रालय को निर्देश दिया है कि वह राज्यों में स्वास्थ्य अधिकारियों को जरूरी हिदायत दे कि वे चुनावी प्रक्रिया और मतदान को प्रभावित करने वाली हर स्थिति से निपटने के लिए साझा तैयारी रखें.
मतदाताओं को मिलेंगी ये सुविधाएं
इसके अलावा आयोग 16 मार्च 2024 को जारी अपनी सलाह के अनुसार मतदान केन्द्रों पर शामियाना, पीने के पानी, पंखे और अन्य आवश्यक न्यूनतम सुविधाओं आदि सहित पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए राज्य के सीईओ के साथ अलग से समीक्षा करेगा. वहीं मतदान केन्द्र क्षेत्रों में गर्मी के प्रभाव को कम करने के लिए एहतियाती उपायों (क्या करें और क्या न करें) के लिए जनता के बीच आईईसी (सूचना, शिक्षा और संचार) गतिविधियां की जाएंगी.
बता दें कि आयोग मौसम की खबरों पर बारीकी से नजर रख रहा है और मतदान कर्मियों, सुरक्षा बलों, उम्मीदवारों और राजनीतिक दल के नेताओं के साथ-साथ मतदाताओं की सुविधा एवं हितों को सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है.