उत्तर प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं को कास्ट डाटा बुक में कंज्यूमर गुड्स की दरों में 15 से 20 फीसदी की बढ़ोतरी का सामना करना पड़ सकता है जिसके कारण बिजली कनेक्शन लेना और महंगा हो जाएगा. इसके लिए बिजली कंपनियों ने गुड्स की दरों में 15 से 20 फीसदी बढ़ोतरी का प्रस्ताव Electricity Regulatory Commission (विद्युत विनिमय आयोग) में दाखिल किया है. अगर ये दरें बढ़ाई जाती हैं तो नए बिजली कनेक्शन की दरें भी अपने आप बढ़ेंगी. हालांकि उपभोक्ता परिषद ने इसमें आपत्ति जताई है.
जानकारी के मुताबिक पावर कॉर्पोरेशन मैनेजमेंट ने 2019 के बाद फिर से नया कास्ट डाटा बुक का प्रस्ताव तैयार किया है, जिसमें उपभोक्ता को बिजली सामग्रियों की दरों में 15 से 20 फीसदी का बढ़ोतरी का यह प्रस्ताव है. इसे नियामक आयोग में दाखिल किया गया है जिस पर 25 जनवरी को फैसला होगा. यह माना जा रहा है कि अगर नए कास्ट डाटा बुक के लिए प्रस्तावित जो दरें हैं उस को मंजूरी मिली तो बिजली कनेक्शन के लिए उपभोक्ताओं को अधिक शुल्क देना पड़ेगा.
अगर हम कंज्यूमर गुड की प्रस्तावित दरें और वर्तमान दर की तुलना करें तो-
25 केवीए ट्रांसफॉर्मर 56780 को बढ़ाकर 59364
100 केवीए ट्रांसफॉर्मर 136710 को बढ़ाकर 16639
400 केवीए ट्रांसफॉर्मर 619232 को बढ़ाकर 779046
इसके अलावा
8 .5 मीटर पीसीसी पोल 2721 से बढ़ाकर 2517
एसटी पोल 11 मीटर 15049 से बढ़ाकर 19141
सिंगल फेस इलेक्ट्रॉनिक मीटर 872 रुपए से 1070
थ्री फेस इलेक्ट्रॉनिक मीटर 2921 से 2117
लेबर ओवरहेड चार्ज ग्रामीण 2 किलो वाट पर ₹150 था जो ₹178 लेबर ओवरहेड चार्ज 5 किलोवाट से कम 398 तो 455 किया जाएगा। हालांकि, उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने इस पर आपत्ति जताई है और उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग के चेयरमैन से मिलकर उनको ज्ञापन सौंपा है .