संसद की सुरक्षा में लापरवाही के मामले में पुलिस ने अब तक कुल 5 गिरफ्तारियां की हैं. जबकि महेश और कैलाश को हिरासत में लिया है. गिरफ्तार पांचों आरोपी 7 दिन की पुलिस रिमांड पर हैं. आरोपियों से लगातार डीसीपी स्तर के अधिकारी पूछताछ में जुटे हैं. इसके साथ ही पुलिस चारों आरोपियों (सागर, मनोरंजन, नीलम और अमोल) के मोबाइल फोन की तलाश में जुटी है. क्योंकि ललित झा ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि मोबाइल फोन उसने तोड़कर/जलाकर फेंक दिए हैं. अब पुलिस के सामने मोबाइल के जले हुए टुकड़े ढूंढना बड़ी चुनौती है. क्योंकि इनमें संसद कांड के गहरे राज छिपे हो सकते हैं. बताया जा रहा है कि सभी 5 आरोपियों को उनके मूल स्थानों पर ले जाया जाएगा.
पांचों आरोपियों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ हुई
इसके साथ ही पुलिस इस मामले में क्राइम सीन भी री-क्रिएट करेगी, जिसके लिए उसे पार्लियामेंट के स्पीकर से परमिशन की जरूरत होगी. री-क्रिएशन के मामले में पुलिस प्रक्रिया को फॉलो कर रही है. बता दें कि पांचों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं. उनसे लगातार पूछताछ के बावजूद भी पुलिस अभी तक इनका मोटिव पता नहीं कर सकी है. पांचों आरोपियों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की गई. इसके पहले पुलिस ने पांचों के अलग-अलग बयान भी दर्ज किए थे, अब इस मामले में जहां भी विरोधाभास नजर आ रहा है, पुलिस दोबारा उन सवालों के जवाब इनसे पूछ रही है. पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल नंबर से उनके कॉल डिटेल निकाल लिए हैं और उसके जरिए पुलिस इनके लोकेशन को भी एस्टेब्लिश कर रही है कि आरोपी कब एक साथ थे.
मौके से भाग खड़ा हुआ था मास्टरमाइंड ललित
संसद की सुरक्षा में सेंध की घटना 13 दिसंबर को हुई थी. जब सागर और मनोरंजन नाम के दो शख्स संसद के अंदर दर्शक दीर्घा से लोकसभा के चैंबर में कूद गए थे. एक आरोपी एक मेज से दूसरी मेज पर छलांग लगाकर आगे बढ़ रहा था, जबकि दूसरा आरोपी आसन की ओर तेजी से भाग रहा था. इस दौरान उन्होंने संसद में धुआं-धुआं कर दिया था. वहीं दो आरोपी नीलम और अमोल शिंदे संसद के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे. जबकि पांचवां आरोपी ललित झा है, जो कि संसद के बाहर मौजूद था और हंगामा होने के बाद मौके से भाग खड़ा हुआ था.
बीजेपी सांसद का बयान दर्ज कर सकती है पुलिस
इसी बीच ये जानकारी भी सामने आई है कि संसद कांड में स्पेशल सेल बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा का बयान दर्ज कर सकती है. उन्हें इसके बारे में सूचित कर दिया गया है. इसके साथ ही उनके पीए का बयान भी दर्ज किया जा सकता है. वहीं, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि जो लोग पकड़े गए हैं, उसके कई दलों से मधुर संबंध रहे हैं. कांग्रेस से भी संबंध रहे हैं. गृह मंत्रालय उस पर जांच कर रही है. बक्सर जेल में जो फांसी की रस्सी तैयार होती है, ऐसे लोग जो आतंकिवादियों, भ्रष्टाचारियों को शह देते हैं, निश्चित रूप से जांच के बाद उनको फांसी पर लटका दिया जाएगा.