पुलिस की नौकरी छोड़ने और राजनीति में असफल होने के बाद अब कथावाचक बन चुके बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गुप्तेश्वर पांडे इंटरनेशनल ब्रांड बन चुके हैं.
हाल के दिनों में देश के कई लोगों ने पूर्व डीजीपी का कथावाचक अवतार देखा है जो सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हो रहा है.
पिछले दिनों गुप्तेश्वर पांडे अयोध्या में कुछ दिन रहे और इस दौरान उन्होंने कथा वाचन किया जिसके बाद उनका यह नया अवतार लोगों की नजर में आया.
गुप्तेश्वर पांडे अपने कथा वाचन को लेकर अब काफी पॉपुलर हो गए हैं. दिलचस्प बात यह है कि कथावाचक के रूप में अब गुप्तेश्वर पांडे की मांग देश में ही नहीं बल्कि विदेश में भी हो रही है.
हालांकि, गुप्तेश्वर पांडे का मानना है कि अध्यात्म की ओर उनका झुकाव पुलिस सेवा के दौरान से ही रहा है मगर अब वह 24X7 अध्यात्म को दे रहे हैं.
अगले कुछ महीने बेहद व्यस्त हूंः गुप्तेश्वर
आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत के दौरान गुप्तेश्वर पांडेय ने बताया कि आने वाले कुछ महीनों में वह बेहद व्यस्त हैं. देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी उनके कथावाचन का कार्यक्रम लगा हुआ है.
गुप्तेश्वर पांडे ने बताया कि अगले महीने 16 से 22 जुलाई और फिर 25 से 31 जुलाई तक उनका वृंदावन में कथा वाचन के दो कार्यक्रम हैं. इसके बाद जन्माष्टमी के मौके पर अगस्त के महीने में पश्चिम बंगाल में कथा वचन का कार्यक्रम प्रस्तावित है.
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उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड और झांसी के अलावा बिहार के गया में भी गुप्तेश्वर पांडे की कथा वाचन का कार्यक्रम लगा हुआ है.
यह तो बात हो गई देश की. विदेश की बात करें तो गुप्तेश्वर पांडे के कथा वाचन का कार्यक्रम ऑस्ट्रेलिया, ओमान, सिंगापुर और इंग्लैंड में भी आने वाले महीनों में प्रस्तावित है.
गुप्तेश्वर पांडे ने कहा, 'दिसंबर तक मेरा कथा वाचन का कार्यक्रम लगा हुआ है. कोरोना के कारण सभी कार्यक्रम अभी फाइनल नहीं हुआ है. जैसे-जैसे परिस्थितियां अनुकूल होगी और भक्त लोग बुलाएंगे तो उनकी सेवा में पहुंचकर भगवान की लीला और चरित्र गाथा का वर्णन करूंगा.'