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बहराइच में भेड़िए के आतंक से अब शुरू हुआ 'पलायन', 2 परिवार पंजाब शिफ्ट हुए

बहराइच के सिकंदरपुर मक्का पुरवा गांव में अब तक भेड़ियों ने 4 बार हमला बोला है. इस गांव के एक नाबालिग की मौत भी हो गई है. जिसके चलते अब गांव में डर का माहौल है. इस गांव के 2 परिवार पंजाब पलायन कर चुके हैं.

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बहराइच में भेड़िए का आतंक.
बहराइच में भेड़िए का आतंक.

उत्तर प्रदेश के बहराइच में पिछले कुछ दिनों से भेड़ियों का आतंक है. करीब 35 गांव के लोग दहशत में हैं. अब तक आदमखोर भेड़ियों के हमले में 9 बच्चों सहित 10 लोगों की मौत हो चुकी है. भेड़ियों को पकड़ने के लिए कई टीमें लगी हुई हैं. लेकिन अब भेड़ियों का आंतक कुछ इस कदर हो गया है कि लोग पलायन को मजबूर हैं. 

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2 परिवार ने पंजाब के लिए किया पलायन

बहराइच के सिकंदरपुर मक्का पुरवा गांव में अब तक भेड़ियों ने 4 बार हमला बोला है. इस गांव के एक नाबालिग की मौत भी हो गई है. जिसके चलते अब गांव में डर का माहौल है. इस गांव के 2 परिवार पंजाब पलायन कर चुके हैं. अन्य लोगों का भी कहना है कि वो डर के साए में जी रहे हैं. 

क्या बोले इस गांव के लोग

आजतक जब इस गांव में पहुंचा तो इस गांव के रहने वाले रामू कुमार ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से शुरू हुए भेड़िए के हमलों के बाद वह दहशत में हैं. उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले उनके घर पर भी भेड़िए ने हमला किया था. लेकिन गांव वालों की मदद से वह भेड़िए को भगाने में सफल रहे. लेकिन भेड़िए के इस हमले में उनका बच्चा बुरी तरह घायल है. अब रामू ने बहराइच छोड़ने का फैसला किया है. 

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रामू के भाई राम कुमार ने आजतक को बताया कि वह भेड़िए के हमले से बहुत परेशान हो गया था. हम लोगों ने रोकने की कोशिश की लेकिन वह परिवार को लेकर चला गया. भाई ने कहा भेड़िए के डर से उसे अपना बना बनाया घर और कम सब छोड़कर पंजाब पलायन करना पड़ा.

रेशमा की भी यही कहानी

ऐसी ही कहानी रेशमा के परिवार की है. रेशमा के घर पर भी एक महीने पहले भेड़िए ने हमला किया था. वह अपने दोनो बच्चों के साथ आंगन में सो रही थी. तभी अचानक भेड़िया गांव में आया और हमला कर दिया. रेशमा ने भी गांव छोड़ने का फैसला किया. वह अपने पति के साथ पंजाब चली गई. 

यह भी पढ़ें: ड्रोन, पिंजड़े और अधिकारियों की पूरी टीम... फिर भी बहराइच का 'Operation Bhediya' नाकाम, हर रोज कर रहा हमला

इसी गांव में भेड़िए के 4 हमले हुए है जिसमें एक हमला 45 वर्षीय माया देवी पर भी हुआ. माया देख नहीं सकतीं, रात के अंधेरे में भेड़िए ने इनपर हमला किया. इस तरह की तमाम घटनाओं की वजह से गांव वाले डरे और सहमे हैं और फिलहाल दो परिवार गांव छोड़ कर जा चुके हैं. गांव वालों ने आजतक को बताया भेड़िए से पूरा गांव परेशान है, अगर ऐसा ही रहा तो पलायन बढ़ भी सकता है.

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लोगों से दरवाजे बंद रखने की अपील

अधिकारियों ने लोगों को अपने घरों के दरवाजे बंद रखने की सलाह दी है. उधर, वन विभाग की तरफ से भेड़ियों का रेस्क्यू करने के लिए पिंजरे का इस्तेमाल किया जा रहा है. ड्रोन से उनके हर गतिविधियों पर नजर रखने की कोशिश की जा रही है और पिंजरे में बकरी रखी जा रही हैं, ताकि लालच में भेडिया अंदर आए और फंस जाए. इसके अलावा भेड़ियों के रेस्क्यू के लिए जाल का भी इस्तेमाल किया जा रहा है.

आदमखोर भेड़िये के आतंक से ग्रामीण दहशत में हैं. दिन में भी अगर वो खेतों में जा रहे हैं तो लाठी-डंडे लेकर साथ में चल रहे हैं. ताकि अगर भेड़ियां उनपर हमला करे तो उससे बचा जा सके.

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