भारत और चीन सीमा पर तनाव बना हुआ है. चीन की ओर से कई बार भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की घटनाओं को अंजाम दिया गया है. इस बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि भारत-चीन सीमा पर अभूतपूर्व हालात बने हुए हैं. बातचीत करके ही हल निकालना होगा.
एलएसी पर तनाव को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि भारत-चीन सीमा पर अभूतपूर्व हालात बने हुए हैं. दोनों देशों को बातचीत करनी होगी और हल निकालना होगा. दरअसल, हाल ही में विदेश मंत्री ने चीन के विदेश मंत्री से रूस में मुलाकात की थी. जिसके बाद जयशंकर का यह पहला बयान है.
कुछ दिनों पहले वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर जारी तनातनी के बीच रूस की राजधानी मॉस्को में भारत और चीन के विदेश मंत्रियों के बीच करीब ढाई घंटे मुलाकात हुई थी. विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीनी समकक्ष वांग यी के बीच बैठक के दौरान सीमा पर तनाव खत्म करने को लेकर पांच सूत्री सहमति बनी. साथ ही दोनों पक्ष इस पर राजी हुए कि बातचीत जारी रखेंगे और सैनिकों को हटाने की प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी.
तनाव की स्थिति
बता दें कि लद्दाख सीमा पर चीन के साथ तनाव की स्थिति बरकरार है. इस बीच भारत की ओर से हर तरह की तैयारियां की जा रही है. एक तरफ सीमा पर जवानों की तैनाती बढ़ाई गई है तो वहीं सीमा तक पहुंचने के लिहाज से इन्फ्रास्ट्रक्चर पर भी जोर दिया जा रहा है. दूसरी तरफ चीन ने भी सीमा पर अपनी सेना में बढ़ोतरी की है.
वहीं भारत और चीन की सीमा पर तनाव को कम करने के लिए दोनों देशों की ओर से कोशिशें की जा रही हैं. इस बीच चीन की हर चाल का मुकाबला करने के लिए भारतीय वायुसेना ने भी अपनी सतर्कता को बढ़ा दिया है. वायुसेना ने बॉर्डर इलाके में अपनी मुस्तैदी बढ़ाई है. वहीं मौजूदा मुश्किलों के साथ ही सर्दियों के लिए सभी तैयारियों को परखा जा रहा है.
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