झारखंड की राजधानी रांची में पुलिस ने एक फर्जी जज पकड़ा है. आरोपी ने कोर्ट में क्लर्क की नौकरी दिलवाने का झांसा देकर दर्जनों युवकों से पैसे ऐंठे थे. सालों बाद भी युवकों की नौकरी नहीं लगी तो उन्होंने पुलिस से शिकायत की थी. आरोपी 4 बार जेल जा चुका है. उस पर ठगी के केस दर्ज हैं.
मामला रांची के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र का है. पुलिस के मुताबिक, अतुल धुर्वा क्षेत्र के लातमा में किराए के मकान में रहता था. हमेशा ऐसी वेशभूषा में रहता था, ताकि लोग उसके जाल में फंस जाएं. कोर्ट की वेशभूषा में रहने से खासकर बेरोजगार प्रभावित हो जाते थे. आरोपी नौकरी का झांसा देकर पैसे ऐंठने का काम करता था.
पीड़ितों ने बताया कि आरोपी शर्मा कहता था कि कोर्ट में क्लर्क के कई पोस्ट खाली हैं. अगर नौकरी चाहिए तो पैसे देने पड़ेंगे. वो नौकरी की जुगाड़ कर देगा. उसकी पहुंच बहुत ऊपर तक है. अतुल के झांसे में आकर कई युवकों ने उसे पैसे भी दिए. किसी ने एक लाख तो किसी ने 50 हजार तो किसी ने 25 हजार रुपये क्लर्क की नौकरी के लिए दिए थे. यहां तक कि अतुल ने अपने मकान मालिक से भी नौकरी के नाम पर 50 हजार ठग लिए थे.
ठगी के शिकार युवक किसी से शिकायत ना कर दें, इसलिए अतुल इन युवकों को कोर्ट भी ले जाता था. ताकि उन्हें ये ऐसा लगता रहे कि आरोपी कोर्ट में जज की नौकरी करता है. अतुल खुद कोर्ट ड्रेस पहन अंदर जाता था और कुछ देर घूम कर वापस आ जाता था. हालांकि कई महीनों बाद भी नौकरी नहीं मिली तो कुछ बेरोजगारों को शक हुआ और उन्होंने जगन्नाथपुर थाने में शिकायत दर्ज करवाई, उसके बाद पुलिस ने जांच की और अतुल को गिरफ्तार किया.
पुलिस का कहना था कि आरोपी अतुल शर्मा खुद को झारखंड हाईकोर्ट में APP बताता था और कहता था कि वो जल्द ही सिविल कोर्ट में जज बनेगा. उसका चयन भी हो चुका है. साथ ही कोर्ट नंबर 7 में उसे जॉइन करना है. बताया गया कि इससे पहले अतुल शर्मा चाईबासा में तांत्रिक के रूप में जाना जाता था.