प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन कृषि कानून वापस लेने का ऐलान कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से कृषि कानून वापस लिए जाने का ऐलान किए जाने के बाद कृषि कानून का मसला सियासी विमर्श के केंद्र में आ गया है. किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे राकेश टिकैत ने साफ कर दिया है कि पीएम के ऐलान पर उन्हें भरोसा नहीं है. संसदीय प्रक्रिया के जरिए ये कानून वापस वापस लिए जाएं.
इस मसले पर सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी सरकार, प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर हमला बोला है. प्रियंका गांधी ने राकेश टिकैत के रुख का समर्थन किया और कहा कि इस सरकार का रुख हर रोज बदलता है. आपके बदलते रुख और नीयत पर विश्वास करना मुश्किल है.
प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि 600 से अधिक किसानों की शहादत, 350 दिन से ज्यादा का संघर्ष रहा. आपके मंत्री के बेटे ने किसानों को कुचल कर मार डाला. आपको कोई परवाह नहीं थी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को चाहिए कि वे इस आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि दें.
कांग्रेस महासचिव ने प्रधानमंत्री को संबोधित करते हुए कहा कि आपके मंत्री के बेटे ने किसानों को कुचला. आपने उसे संरक्षण दिया. उन्होंने आगे कहा कि आपकी पार्टी के नेताओं ने किसानों का अपमान करते हुए उन्हें आतंकी, देशद्रोही, गुंडे, उपद्रवी के साथ ही जाने क्या-क्या कहा कहा. आपने (प्रधानमंत्री) खुद आंदोलनजीवी बोला, उनपर लाठियां बरसाईं, उन्हें गिरफ्तार किया.
प्रियंका गांधी ने कहा कि अब चुनाव में हार दिखने लगी तो आपको अचानक इस देश की सच्चाई समझ में आने लगी कि ये देश किसानों ने बनाया है. ये देश किसानों का है, किसान ही इस देश का सच्चा रखवाला है और कोई सरकार किसानों के हित को कुचलकर इस देश को नहीं चला सकती. उन्होंने आगे लिखा कि किसान की हमेशा जय होगी.