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किसान आंदोलन को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार एक्टिव हुई है. भारतीय किसान यूनियन (डकौंदा) के अध्यक्ष बूटा सिंह ने दावा किया है कि गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार दोपहर को उनसे बात की है. दावा है कि अमित शाह ने आधिकारिक बातचीत का भरोसा दिया है और लेटर देने की बात कही है.
बूटा सिंह सोमवार दोपहर को टिकरी बॉर्डर पर पहुंचे हैं, जहां उन्होंने ये बात कही. बूटा सिंह के मुताबिक, अमित शाह ने दोपहर करीब 12.30 बजे फोन किया और बातचीत के बारे में पूछा. हालांकि, किसान नेता की ओर से बुराड़ी जाने की शर्त मानने से इनकार किया गया.
अमित शाह ने इस मसले पर फिर भी बात करने की हामी भर दी है और कहा है कि वो शाम तक वार्ता के लिए लेटर भेजेंगे, ऐसे में कल आधिकारिक तौर पर किसानों और सरकार के बीच बातचीत होने की उम्मीद है.
आपको बता दें कि किसानों और सरकार के बीच बातचीत के लिए पहले भी कोशिश हुई है लेकिन किसान अपनी मांग से हट नहीं रहे हैं. साथ ही किसानों की ओर से सरकार की उस शर्त को नकारा जा रहा है, जिसमें सरकार प्रदर्शनकारियों से बुराड़ी के मैदान में आकर प्रदर्शन करने को कह रही है.
किसानों की ओर से कहा गया है कि बुराड़ी का ग्राउंड एक ओपन जेल की तरह है, ऐसे में वो दिल्ली बॉर्डर को छोड़कर नहीं जाएंगे. साथ ही किसानों की ओर से महीनों तक का राशन लाया गया है, ऐसे में वो लंबे वक्त तक रुकने के लिए तैयार हैं.
गौरतलब है कि किसान आंदोलन के मसले पर अमित शाह काफी दिनों से एक्टिव हैं. पहले भी अमित शाह ने किसानों से बुराड़ी के मैदान में जाने की अपील की थी, उसके बाद बीते दिन बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, राजनाथ सिंह, अमित शाह की साझा बैठक हुई थी.
दरअसल, किसानों की ओर से लगातार एमएसपी, मंडियों को लेकर पुख्ता भरोसे की बात कही जा रही है. और MSP सदा बनी रहेगी, ऐसी बात को कानून का हिस्सा करने को कहा जा रहा है. हालांकि, सरकार की ओर से भरोसा दिया गया है कि MSP और मंडी कभी खत्म नहीं होगी.