कृषि कानूनों के खिलाफ सड़क पर उतरे किसानों को टीम इंडिया के पूर्व गेंदबाज हरभजन सिंह का साथ मिला है. उन्होंने किसानों को सुनने की अपील की है. हरभजन सिंह ने ट्वीट किया कि किसान हमारा अन्नदाता है. हमको अन्नदाता को थोड़ा समय देना चाहिए. टीम इंडिया के पूर्व गेंदबाज ने कहा कि क्या यह वाजिब नहीं होगा. बिना पुलिस भिड़ंत के क्या हम किसानों की बात नहीं सुन सकते. कृपया किसान की भी सुनिए. जय हिंद.
किसानों के मार्च को लेकर दिल्ली सरकार ने डिविजनल कमिशनर को निर्देश दिए हैं. संत निरंकरी ग्राउंड में किसानों के रहने की, पानी, मोबाइल टॉयलेट और साफ सफाई के इंतजाम के निर्देश दिए गए हैं.
कल सुबह 8 बजे किसान नेताओं की बैठक के बाद तय होगा कि आंदोलन आगे कैसे बढ़ाना है. आंदोलन सिंघु बॉर्डर पर होगा या बुराड़ी मैदान में जाकर बैठेंगे. कल तमाम किसान यूनियन के नेताओं की बैठक के बाद अंतिम फैसला होगा. लेकिन आज रात को सिंघु बॉर्डर पर ही किसान रहेंगे. किसान यूनियन के पंजाब के अध्यक्ष जगजीत सिंह का कहना है कि सरकार जब तक हमारी मांगे नहीं मानती, काले कानून वापस नहीं लेती, एमएसपी को लेकर चीजें साफ नहीं करती तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा. सरकार अगर बात करना चाहती है तो हम सरकार से बात करने को तैयार हैं, लेकिन यह जो डेथ वारंट किसान का लिखा गया है उसको वापस करना पड़ेगा. जहां तक आंदोलन की बात है वो सुबह 8 बजे की बैठक में तय होगा कि आगे की रूपरेखा क्या रहेगी. आंदोलन तो जरूर होगा लेकिन वह बुराड़ी के मैदान में होगा या सिंघु बॉर्डर पर या टिकरी बॉर्डर पर, यह फैसला कल की बैठक के बाद किया जाएगा.
Haryana: Farmers from Punjab on the 'Delhi Chalo' movement, settle down at Singhu border (Delhi-Haryana), planning for further action
— ANI (@ANI) November 27, 2020
"We've got food rations for 6 months. We'll go back after getting rid of the black agriculture laws which are against farmers," says a protester pic.twitter.com/dmesWlMdcH
किसान अब भी सिंघु बॉर्डर पर डटे हुए हैं. माना जा रहा है कि वो कल सुबह बुराड़ी के लिए निकलेंगे. आज की रात वो सिंघु बॉर्डर पर ही गुजारेंगे.
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से आंदोलन खत्म करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 और ठंड को ध्यान में रखते हुए मैं किसानों से आंदोलन खत्म करने की अपील करता हूं. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों से बात करने के लिए तैयार है. 3 दिसंबर को सरकार और किसानों की बात होगी.
मुजफ्फरनगर से दिल्ली आ रहे भारतीय किसान यूनियन के प्रदर्शनकारी किसान आज की रात मेरठ में रुकेंगे. वे कल सुबह 9 बजे फिर से दिल्ली के लिए मार्च शुरू करेंगे.
हरियाणा सरकार ने पंजाब से लगे सभी बॉर्डर खोल दिए हैं. किसानों के आंदोलन के कारण बॉर्डर को सील कर दिया गया था.
किसानों को यूपी के बॉर्डर से दिल्ली में आने की इजाजत मिल गई है. यूपी पुलिस की ओर से ये अनुमति दी गई. सैकड़ों किसान यूपी के रास्ते दिल्ली में आना चाहते हैं. वे धौलपुर-आगरा बॉर्डर पर जुटे हुए हैं.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों से बातचीत के लिए हमेशा तैयार है. सीएम खट्टर ने कहा कि मेरी सभी किसान भाइयों से अपील है कि अपने सभी जायज मुद्दों के लिए केंद्र से सीधे बातचीत करें. आंदोलन इसका जरिया नहीं है. इसका हल बातचीत से निकलेगा.
पंजाब में किसानों के प्रदर्शन के कारण उत्तर रेलवे ने दो ट्रेनों को रद्द कर दिया है. वहीं, पांच ट्रेनों को डायवर्ट किया गया है. ये जानकारी उत्तर रेलवे की ओर से दी गई है.
किसानों के दिल्ली मार्च के कारण कई जगहों पर ट्रैफिक जाम लग गया है. दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर गाड़ियों की लंबी कतार लगी है. यहां पर लंबा जाम लगा है.
Delhi: Traffic congestion at Delhi-Gurugram border due to checking of vehicles by police, in view of farmers' #DelhiChalo march protest. pic.twitter.com/RDhojUumWQ
— ANI (@ANI) November 27, 2020
हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने आजतक से कहा कि कांग्रेस को किसान की भलाई से लेना-देना नहीं है. कृषि कानून किसानों के हित में हैं. कांग्रेस अराजकता फैलाना चाहती है.
किसान बुराड़ी के निरंकारी ग्राउंड जाने से इनकार कर रहे हैं. वे अब भी सिंधु बॉर्डर पर डटे हैं. बता दें कि शुक्रवार को बवाल के बाद पुलिस ने किसानों को दिल्ली के बुराड़ी में मौजूद निरंकारी ग्राउंड में प्रदर्शन करने की इजाजत दी. किसान इस दौरान दिल्ली के किसी ओर इलाके में नहीं जा सकेंगे. साथ ही इस दौरान पुलिस किसानों के साथ ही रहेगी.
किसानों के प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि PM को याद रखना चाहिए था जब-जब अहंकार सच्चाई से टकराता है, पराजित होता है. सच्चाई की लड़ाई लड़ रहे किसानों को दुनिया की कोई सरकार नहीं रोक सकती. उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों की मांगें माननी ही होंगी और काले क़ानून वापस लेने होंगे. ये तो बस शुरुआत है.
दिल्ली पुलिस ने किसानों को बुराड़ी के निरंकारी ग्राउंड में इकट्ठा होने की परमिशन दे दी है. पुलिस का कहना है कि किसान वहां इकट्ठा होकर प्रदर्शन कर सकते हैं. पंजाब सीएम कैप्टन अमरिंदर ने भी इस फैसले का स्वागत किया है.
पंजाब से चले किसानों को दिल्ली आने की इजाजत मिल गई है....हालांकि किसानों का हिंसक प्रदर्शन जारी है!
— AajTak (@aajtak) November 27, 2020
ज़्यादा जानकारी satenderchauhan दे रहे हैं..सुनिए !#ATVideo #AgricultureBill #FarmersProtest #Delhi pic.twitter.com/KsFQkx0biL
जैसे ही किसानों को सिंधु बॉर्डर पार करने की इजाजत मिलने की खबर आई वहां पर बवाल शुरू हो गया. किसानों की ओर से पथराव किया जा रहा है और बैरिकेड तोड़े जा रहे हैं. जवाब में पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया है और आंसू गैस के गोले भी दागे.
Haryana: Police use tear gas to try to disperse farmers as they take part in protests against Centre's Farm laws, at the Singhu border (Delhi-Haryana border) pic.twitter.com/gVxsvulHhx
— ANI (@ANI) November 27, 2020
केंद्र सरकार बातचीत के लिए हमेशा तैयार है।
— Manohar Lal (@mlkhattar) November 27, 2020
मेरी सभी किसान भाइयों से अपील है कि अपने सभी जायज मुद्दों के लिए केंद्र से सीधे बातचीत करें। आन्दोलन इसका जरिया नहीं है- इसका हल बातचीत से ही निकलेगा
सिंधु बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच जारी भिड़ंत के बीच बड़ी खबर सामने आई है. अब किसानों को सिंधु बॉर्डर पार करने की अनुमति मिल गई है, यानी किसान दिल्ली में प्रवेश कर सकेंगे. दिल्ली पुलिस की एक टीम किसानों के साथ ही रहेगी और उनपर नज़र बनाए रखेगी.
भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत का कहना है कि हम यूपी से दिल्ली की ओर मार्च करेंगे या नहीं जल्द तय होगा. हम केंद्र सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं. राकेश टिकैत ने किसानों पर लिए गए हरियाणा सरकार के एक्शन की निंदा की.
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वो किसानों से तुरंत बात करे और प्रदर्शन को रोके. अमरिंदर ने कहा कि किसानों की आवाज को दबाया नहीं जा सकता है, सरकार तीन दिसंबर तक क्यों इंतजार कर रही है.
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि राहुल गांधी द्वारा उनके संसदीय क्षेत्र वायनाड में जो राहत सामग्री दी गई थी, वो गोदाम में सड़ रही है. प्रकाश जावड़केर ने कहा है कि राहुल को ट्विटर पर राजनीति करने के बजाय अपने क्षेत्र में ध्यान देना चाहिए.
किसानों की आवाज दबाने के लिए
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 27, 2020
👉पानी बरसाया जा रहा है
👉सड़कें खोदकर रोका जा रहा है
लेकिन सरकार उनको ये दिखाने और बताने के लिए तैयार नहीं है कि MSP का कानूनी हक होने की बात कहां लिखी है
एक देश, एक चुनाव की चिंता करने वाले प्रधानमंत्री जी को एक देश, एक व्यवहार भी लागू करना चाहिए pic.twitter.com/7mQwA812Z8
पंजाब-हरियाणा-दिल्ली के बाद अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी किसानों के प्रदर्शन का असर दिख रहा है. मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत में भी किसान सड़कों पर उतर गए हैं और हाइवे को जाम कर दिया गया है.
पूरी खबर पढ़ें: पंजाब-हरियाणा के बाद अब यूपी में सड़कों पर उतरे किसान, मेरठ-मुजफ्फरनगर में हाइवे जाम
सिंधु बॉर्डर पर एक बार फिर हालात बिगड़ते हुए दिख रहे हैं. पुलिस की ओर से किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे गए हैं. जिससे किसान कुछ पीछे हटे हैं लेकिन कोई वापस नहीं गया है.
Punjab: Members of Kisan Mazdoor Sangarsh Committee prepare in Amritsar for their tractor rally towards Delhi by stocking up essentials in trolleys.
— ANI (@ANI) November 27, 2020
"We have loaded food material for a month & cooking utensils in our trolleys. We're all headed towards Delhi now," says a farmer. pic.twitter.com/INJX58AoJB
किसानों के प्रदर्शन के कारण कई मेट्रो स्टेशन के गेट्स को बंद कर दिया गया है. ग्रीन लाइन पर ब्रिगेडियर होशियार सिंह, बहादुरगढ़ सिटी, श्रीराम शर्मा, टिकरी बॉर्डर, टिकरी कलां, घेवरा स्टेशन के एंट्री और एग्जिट गेट को बंद कर दिया गया है.
दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार सुबह सिंधु बॉर्डर पर कुछ किसानों से बात की है. पुलिस ने किसानों को वापस जाने की अपील की और कोरोना नियमों का पालन करने को कहा. हालांकि, किसान दिल्ली जाने पर अड़ गए हैं और पुलिस की बात नहीं मान रहे हैं. किसानों का कहना है कि हम दिल्ली जाकर रहेंगे चाहे कुछ भी हो जाए. सरकार हमारी बात नहीं सुन रही है और हम दिल्ली के रामलीला मैदान में ही जाकर रुकेंगे.
पूरी बातचीत को सुनें...
किसान नेताओं और पुलिस के बात बातचीत...पुलिस ने किसानों को पीछे जाने को कहा ..
— AajTak (@aajtak) November 27, 2020
Live: https://t.co/fOz5QPkk43 #AgricultureBill #FarmersProtest #Delhi pic.twitter.com/MfTQJl58Gg
पुलिस की ओर से सिंधु बॉर्डर पर फिर से आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल किया गया है. किसान वापस जाने का नाम नहीं ले रहे हैं और दिल्ली आने पर अड़ गए हैं.
कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के 'दिल्ली चलो' आंदोलन को देखते हुए सिंघू बॉर्डर (हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर) पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। pic.twitter.com/EjZjeEjcHi
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 27, 2020
Rohtak: Farmers gathered at Rohtak-Jhajjar border, for 'Delhi Chalo' protest march against Centre's farm laws#Haryana pic.twitter.com/47rtOcYmOv
— ANI (@ANI) November 27, 2020
किसानों का हल्लाबोल: दिल्ली मेट्रो और NCR में ट्रैफिक पर LIVE अपडेट
Update for tomorrow (27.11.2020)
— Delhi Metro Rail Corporation I कृपया मास्क पहनें😷 (@OfficialDMRC) November 26, 2020
As advised by Delhi Police, Metro services will be available only from Delhi towards the NCR sections. However, services from the NCR stations towards Delhi will not be available due to security reasons till further notice.
किसानों का प्रदर्शन आज भी जारी है और अब अधिक आक्रामक होता जा रहा है. शुक्रवार सुबह किसान पुलिस द्वारा सारी रोक हटाकर रोहतक पहुंच गए, यहां रोहतक-दिल्ली हाईवे पर किसान इकट्ठा होना शुरू हो गए हैं. दूसरी ओर सोनीपत में भी किसानों और पुलिस में तनाव बढ़ गया है, किसानों का एक जत्था पानीपत-सोनीपत बॉर्डर पहुंच गया. किसानों ने यहां भी बैरिकेडिंग को हटाना शुरू कर दिया है.
गुरुवार को पंजाब से चले किसानों का पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर पुलिस के साथ संघर्ष हुआ. दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर भी हालात तनावपूर्ण रहे. अब आज यूपी के किसान भी सड़कों पर उतरेंगे. भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि यूपी का किसान सड़क पर उतरेगा. टिकैत के मुताबिक आज सुबह 11 बजे से बहुत बड़ा प्रदर्शन होगा. राकेश ने कहा कि यूपी के किसान दिल्ली-देहरादून हाईवे को जाम करेंगे. बता दें कि प्रदर्शन के कारण एनसीआर में पहले से ही मेट्रो सेवा बाधित है और नोएडा से दिल्ली मेट्रो नहीं जा पा रही है.
दिल्ली-हरियाणा के सिंधु बॉर्डर पर भी किसानों का जमावड़ा लगने का आसार है. ऐसे में दिल्ली पुलिस ने बॉर्डर को सील कर दिया है, ताकि किसानों को दिल्ली आने से रोका जा सके. यहां बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात है.
पंजाब और हरियाणा बॉर्डर पर शुक्रवार की सुबह भी हंगामेदार रही. यहां रातभर किसान डटे रहे और सुबह होते ही नारेबाजी करते हुए दिल्ली कूच की कोशिश की. लेकिन पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल कर किसानों को रोकने की कोशिश की. कृषि कानूनों के खिलाफ डटे किसान दिल्ली आने की जिद पर अड़े हुए हैं.