एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने कहा कि 10 दलों के सांसदों ने आज गाजीपुर बॉर्डर का दौरा किया. हमने वहां जो चीजें देखीं, वे चिंताजनक थीं. हम सिर्फ किसानों से मिलने के लिए वहां गए थे, लेकिन हमें अनुमति नहीं दी गई. वहां का माहौल राष्ट्र के हित में नहीं है. यह देखने का हमारा प्रयास होगा कि जल्द समाधान निकले. उन्होंने कहा कि जिस हालत में वे (किसान) वहां (बॉर्डर) पर बैठे हैं ठीक नहीं है. बातचीत के जरिए समाधान निकालने की जरूरत है.
The condition in which they (farmers) are sitting there (Delhi borders) is not right. A solution needs to be brought out with discussions: Supriya Sule, NCP https://t.co/cyGulK5IPO
— ANI (@ANI) February 4, 2021
Jammu and Kashmir: Members of Dogra Front hold a protest demonstration against singer Rihanna for her tweet over the farmers' protests(4.2.2021) pic.twitter.com/tBJMizMFMF
— ANI (@ANI) February 4, 2021
दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे किसानों के खिलाफ लिए जा रहे एक्शन को लेकर विपक्षी दलों के 10 से ज्यादा सांसदों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक साझा पत्र लिखकर सरकार से किसान विरोध के खिलाफ कार्रवाई वापस लेने का अनुरोध किया है. साथ ही दिल्ली में प्रदर्शनस्थल पर बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल करने का अनुरोध किया गया है. इनमें आम आदमी पार्टी के संजय सिंह और समाजवादी पार्टी के राम गोपाल यादव समेत 10 से ज्यादा सांसद शामिल हैं.
नेशनल फोरेंसिक साइंस एक्सपर्ट के जरिए क्राइम ब्रांच की SIT ने हजारों वीडियो की जांच के बाद 25 तस्वीरें जारी की हैं. इसमें एक लाख के इनामी दीप सिद्धू की भी तस्वीरें हैं. 26 जनवरी को लाल किले में हुई हिंसा की जांच क्राइम ब्रांच की SIT कर रही है. SIT ने नेशनल फोरेंसिक साइंस एक्सपर्ट के जरिए कई वीडियो और तस्वीरों को एग्जामिन करके लाल किले में तांडव करने वाले इन गुनागगरों का फोटो ग्रैब तैयार किया है.
दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त प्रवीर रंजन ने कहा कि दिल्ली के तीनों बॉर्डर पर किसान आंदोलन चल रहा है. दिल्ली पुलिस सोशल मीडिया को मॉनिटर कर रही है, लगभग 300 सोशल मीडिया हैंडल पाए गए हैं, जिनका इस्तेमाल घृणित और निंदनीय कंटेंट फैलाने के लिए किया जा रहा है. 26 जनवरी की हिंसा पूर्व नियोजित थी.
उन्होंने कहा कि इनका इस्तेमाल कुछ वेस्टर्न इंटरेस्ट ऑर्गनाइजेशनों द्वारा किया जा रहा है, जो किसान आंदोलन के नाम पर भारत सरकार के खिलाफ गलत प्रचार कर रहे हैं. सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग के दौरान टूलकिट मिला है. टूलकिट के लेखक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. FIR में किसी का नाम नहीं है, ये केवल टूलकिट को बनाने वालों के खिलाफ है, जो जांच का विषय है. दिल्ली पुलिस उस मामले की जांच करेगी. प्रवीर रंजन ने साफ कहा कि ग्रेटा थनबर्ग पर एफआईआर नहीं हुई है.
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि हम बैकफुट पर नहीं हैं, हम जहां थे, वहीं हैं. संयुक्त किसान मोर्चा ने 6 फरवरी को 3 घंटे 'चक्का जाम' का ऐलान किया है. टिकैत ने विदेशी हस्तियों की टिप्पणी पर कहा कि मैं विदेशी कलाकारों को नहीं जानता, लेकिन जो समर्थन कर रहा है, ठीक है. कौन सा हमारा ले जा रहा है. गाजीपुर बॉर्डर पर कील हटाए जाने पर टिकैत ने कहा कि एक-एक कील हटाकर ले जाएंगे.
पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने फिर ट्वीट करके कहा है कि वो किसानों के साथ खड़ी हैं. उन्होंने ट्वीट करके कहा कि मैं किसानों के शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के साथ हूं. कोई भी नफरत, धमकी इसे बदल नहीं सकती. ग्रेटा थनबर्ग ने ये ट्वीट दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज की एफआईआर के बाद किया है.
केंद्रीय राज्य मंत्री वीके सिंह ने ट्वीट करके कहा है कि भारत के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र का भंडा फूट चुका है. इसकी जांच होनी चाहिए और दोषियों को कटघरे में खड़ा करना चाहिए.
भारत के विरुद्ध अंतर्राष्ट्रीय षड्यंत्र का भाण्डा फूट चुका है। इसकी जाँच होनी चाहिए और दोषियों को कटघरे में खड़ा करना चाहिए। #IndiaAgainstPropaganda #IndiaTogether #TheEnemyWithin #AxisOfEvil #GenerallySaying pic.twitter.com/1vN5fTR4Qj
— Vijay Kumar Singh (@Gen_VKSingh) February 4, 2021
नए कृषि कानूनों के विरोध में देश की राजधानी दिल्ली में करीब ढाई महीने से किसान आंदोलन जारी है. इस आंदोलन को लेकर कई विदेशी हस्तियों ने भी टिप्पणी की है. इस बीच स्वीडन की रहने वाली पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के भड़काऊ ट्वीट को लेकर दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज किया है. ग्रेटा के खिलाफ धारा- 153 A, 120 B के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. इस बाबत दिल्ली पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस भी कर सकती है.
बॉर्डर पर किलेबंदी, संकरी गली से आवाजाही, किसानों का चलता आंदोलन... पढ़ें टिकरी से ग्राउंड रिपोर्ट
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किसान मजदूर संघर्ष कमेटी (पंजाब) द्वारा गुरुवार शाम को सिंघु बॉर्डर पर कैंडल मार्च निकाला जाएगा. बता दें कि किसानों का आंदोलन सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहा है.
Modi’s crony centric budget means-
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 4, 2021
Struggling MSMEs given no low interest loans, no GST relief.
The employers of India’s largest workforce betrayed.
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हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज ने किसान आंदोलन को लेकर बयान दिया है. अनिल विज का कहना है कि किसानों का आंदोलन अब एक राजनीतिक प्लेटफॉर्म बन चुका है. सरकार ने अब भी बातचीत के रास्ते खुले रखे हैं, ऐसे में किसानों को 6 फरवरी को चक्का जाम नहीं करना चाहिए.
गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए लगाई गई कीलों की अब जगह बदली जा रही है. पुलिस के मुताबिक, आम लोगों के लिए रास्ता बनाने के लिए इनके स्थान को बदला जा रहा है.
Delhi: Nails that were fixed near barricades at Ghazipur border are being removed. pic.twitter.com/63Xfr6Xwbz
— ANI (@ANI) February 4, 2021
दिल्ली के बॉर्डर पर कृषि कानून वापिस लेने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक कॉल की अपील पर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने तंज कसा है. संजय सिंह ने कहा कि एक कॉल की दूरी पर किसान ही क्यों, प्रधानमंत्री भी हो सकते हैं. किसान 11 बार आपके दरवाजे पर आ चुका है. एक बार प्रधानमंत्री भी कॉल कर दें. जब किसानों से वोट मांगने जा सकते हैं तो एक कॉल करने में कोई बुराई नही है.
एनसीपी नेता सुप्रिया सुले समेत विपक्ष के कई सांसद आज गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे हैं, हालांकि उन्हें पुलिस ने रोक लिया है. बीते कुछ वक्त में लगातार विपक्षी नेताओं का गाजीपुर बॉर्डर पर जमावड़ा लगा है. यहां राकेश टिकैत की अगुवाई में किसानों का आंदोलन चल रहा है.
Delhi: Opposition leaders who have reached Ghazipur border to meet the protesting farmers have been stopped by Police. pic.twitter.com/SDsZNJNPvF
— ANI (@ANI) February 4, 2021
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