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भारत बंद के बाद किसान आंदोलन में अब आगे क्या होना है?

किसान संगठनों और सरकार के बीच बात बिगड़ते-बिगड़ते आज भारत बंद तक पहुंच गई, किसान लिखित में सरकार से क्या चाह रहे हैं, बंगाल के संदेशखाली में सियासी मजमा क्यों जुटा है, एफएसएल की रिपोर्ट के बाद क्या एल्विश यादव और फसेंगे और जापान मंदी के चपैट में कैसे आया, सुनिए 'दिन भर' में नितिन ठाकुर से.

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किसान आंदोलन के हो हल्ले के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरियाणा में थे. वो पहुंचे रेवाड़ी एम्स का शिलान्यास करने. करीब 9750 करोड़ रुपये से ज़्यादा की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी हुआ. इसके बाद उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया. कांग्रेस और राहुल गांधी को घेरा.

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भारत कितना ‘बंद’?

वहीं किसान आंदोलन से गर्माए हरियाणा- पंजाब बॉर्डर पर आज भी गहमागहमी रही. आज भी पूरे दिन किसान शंभू बॉर्डर पर डटे रहे. आज भी किसानों की तरफ से बैरिकेडिंग तोड़ने का प्रयास हुआ और हरियाणा पुलिस ने उन पर आंसू गैस के गोले बरसाए. शरीर पर गोले फटने की वजह से कई किसानों को चोटें आईं. वहीं एक और दुखद खबर अंबाला से आई. यहां तैनात GRP के एक एसआई की मौत हो गई... आंसू गैस के गोले से उनका दम घुट गया. वैसे आज सबकी नज़रें भारत बंद पर थीं जो बुलाया था संयुक्त किसान मोर्चा और मजदूर संघ ने. इसका मिलाजुला असर देखने को मिला. बंद का असर दिल्ली की सरहदों पर बराबर था जहां गाड़ियां जमा में फंसी रहीं. गाजीपुर बॉर्डर पर कई किलोमीटर की कतार थी. भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी गुट के कार्यकर्ताओं ने हरियाणा के कई टोल नाकों को आज 12 से 3 बजे तक फ्री करा दिया था.
 
इन सब के बीच पंजाब के सबसे बड़े किसान संगठन भारतीय किसान यूनियन उग्राहां की तरफ से एक बड़ा एलान हुआ. कल से पंजाब में बीजेपी के तीन बड़े नेताओं के घरों का घेराव किया जाएगा. इन नेताओं में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, पंजाब बीजेपी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ और बीजेपी नेता केवल सिंह ढिल्लों शामिल हैं। तीनों के घर को किसान घेरेंगे. अब आप पूछेंगे किसानों और सरकार की बातचीत कहां तक पहुंची.. तो जवाब है कहीं नहीं. तीसरे दौर की मीटिंग में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल, नित्यानंद राय के साथ पंजाब के सीएम भगवंत मान मौजूद रहे.. नतीजा सिफर रहा. आज के भारत बंद का क्या असर रहा. सरकार और किसान संगठनों के बीच मीटिंग क्यों नाकामयाब रही. किसानों की आगे की रणनीति क्या है? सुनिए 'दिन भर' की पहली ख़बर में.

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संदेशखाली में सरकार कुछ छिपा रही है?


 
वहीं उत्तर भारत से दूर पश्चिम बंगाल में भी हंगामा है. पिछले हफ्ते भर से नॉर्थ परगना 24 का गांव संदेशखाली सुर्खियों में है. यहां गांव की महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस के नेता शेख शाहजहां और उसके साथियों पर गंभीर आरोप लगाए. आरोप यौन उत्पीड़न, हिंसा से लेकर जमीन हड़पने तक के हैं. एक महीने पहले ED ने राशन घोटाले में शाहजहां के ही ठिकानों पर छापा मारा था जब टीम पर ही हमला हो गया था.. आपको याद होगा. तब से शाहजहां ​​​​​फरार है. उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया जा चुका है. आज बीजेपी का एक डेलिगेशन संदेशखाली के रास्ते में था मगर पुलिस ने रोक दिया. उनके वापस लौटने के बाद कांग्रेस सांसद और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी संदेशखाली की तरफ बढ़े लेकिन जा वो भी नहीं सके. पुलिस की उनके साथ जमकर झड़प हुई. फिर अधीर रंजन धरने पर बैठ गए. उन्होंने कहा कि बीजेपी और टीएमसी दोनों पार्टियों को ध्रुवीकरण सूट करता है. पश्चिम बंगाल की राजनीति में संदेशखाली खूब छाया हुआ है. और क्या है ये पूरा मामला. ममता बनर्जी की पार्टी क्यों डिफ़ेंसिव दिख रही है? सुनिए 'दिन भर' की दूसरी ख़बर में.

 

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रिपोर्ट में एल्विश का ‘सच’ सामने आ गया?

एल्विश यादव के बारे में अगर आप नहीं जानते तो बता दें, युट्यूबर हैं, बिग बॉस ओटीटी के दूसरे सीज़न के विनर हैं, मीम्स जगत में वायरल होते रहते हैं और फ़िलहाल एक विवाद में घिरे हुए हैं. दरअसल, पिछले साल एल्विश पर ये आरोप लगा था कि वो रेव पार्टी में सांप का ज़हर सप्लाई करते हैं. इस मामले में नोएडा पुलिस ने एल्विश समेत सपेरों के खिलाफ केस दर्ज किया था. 5 लोग गिरफ्तार हुए थे. एल्विश से पूछताछ भी हुई थी. नोएडा पुलिस ने सपेरों के कब्जे से बरामद हुए सांपों के जहर को जांच के लिए Forensic Science Laboratory भेजा था,  उसकी रिपोर्ट आ चुकी है और उसमें कोबरा करैत प्रजाति के सांपों का जहर पाया गया. क्या एल्विश यादव की मुसीबतें बढ़ सकती हैं. और भारत में नशे के लिए सांपों के जहर का कारोबार आखिर कितना बड़ा है? सुनिए 'दिन भर' की तीसरी ख़बर में.

जापान में मंदी, भारत को डरना चाहिए?


जापान में सबसे पहले सूरज निकलता है.. लग रहा है मंदी भी पहले ही फैलेगी. एक्चुअली खबर इकोनॉमी से जुड़ी है. तीसरे नंबर का देश था जापान दुनिया में अर्थव्यवस्था के हिसाब.. फिसलकर अब चौथे पर आ गिरा है. कल देशों की जीडीपी के नंबर आए. पिछली दो तिमाहियों में जापान की जीडीपी गिरी ही है. टेक्निकली अगर किसी देश की इकॉनमी में लगातार दो तिमाहियों में गिरावट आती है तो इसे मंदी कहते हैं. इसका असर उसकी रैंकिग पर पड़ता है. माना जा रहा है कि जापान की इकोनॉमी की हालत खराब होने के पीछे अमेरिकी डॉलर के मुकाबले उसकी करेंसी येन की वैल्यू गिरना भी बताया जा रहा है. जापान में आयी इस मंदी की वजह क्या क्या हैं? और इसका भारत पर क्या होगा असर? सुनिए 'दिन भर' की आखिरी ख़बर में.

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