हरियाणा और राजस्थान बॉर्डर पर नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने इस बात से इनकार किया है कि किसान प्रदर्शन को अल्ट्रा लेफ्ट विंग ने हाई जैक कर लिया है. किसानों ने कहा है कि अगर कोई असली देशभक्त है तो किसान हैं. किसानों ने कहा कि आंदोलन में उमर खालिद और शरजील इमाम जैसों के पोस्टर लगाए जाने का वे समर्थन नहीं करते हैं
आजतक के साथ बातचीत के दौरान इन किसानों ने कहा कि किसानों के प्रदर्शन में टुकड़े-टुकड़े गैंग के शामिल होने की बात झूठ और बकवास है. किसानों ने कहा कि सरकार ये सब हथकंडे अपना रही है, ताकि आंदलोन को बदनाम किया जा सके और प्रदर्शन को कुचला जा सके.
बता दें कि सोमवार को जयपुर में बीजेपी नेता अरुण सिंह ने कहा कि किसान भोले-भाले हैं, लेकिन इनमें टुकड़े-टुकड़े गैंग के लोग घुस गए हैं, जिनके बारे में बात करना जरूरी है. अरुण सिंह ने कहा कि इस आंदोलन में एक प्रतिशत किसान भी शामिल नहीं है.
'दिल्ली कूच' के लिए राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में भरकर आ रहे हैं किसान। देखिए आजतक संवाददाता @arvindojha की ग्राउंड रिपोर्ट #ReporterDiary #FarmersProtest pic.twitter.com/6B1ye2bWcl
— AajTak (@aajtak) December 14, 2020
किसानों ने नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि हम मोदी जी का धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने काला कानून लाकर सब किसानों को समझदार बना दिया और देश के सभी किसान एक साथ जुड़ गए और इस कानून का विरोध कर रहे हैं.
प्रदर्शनकारी किसानों ने नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि किसान प्रदर्शन में राष्ट्र विरोधी शामिल हैं ये बात सरकार को पता चल गई, लेकिन पुलवामा आतंकी हमले में इस्तेमाल हुआ 100 किलो आरडीएक्स कहां से आया ये बात सरकार को नहीं पता चली है.
नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे किसानों ने कहा कि वे आंदोलन में उमर खालिद और शरजील इमाम जैसों के पोस्टर लगाए जाने का समर्थन नहीं करते हैं.