केंद्र सरकार और किसानों के बीच कृषि कानूनों को लेकर आमराय भले न बन पाई हो, लेकिन गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) के दिन ट्रैक्टर रैली को लेकर दोनों पक्षों की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. इस दिन होने वाली ट्रैक्टर रैली को लेकर किसान संगठन बेहद सतर्क हैं और इसके लिए सख्त फैसले लिए गए हैं, जिसमें ड्राइवर के पास ड्राइविंग लाइसेंस होना अनिवार्य होगा. साथ ही एक ट्रैक्टर पर सिर्फ 3 लोग ही बैठ सकेंगे.
ट्रैक्टर रैली को लेकर गाजीपुर बॉर्डर के किसानों ने इसका खाका भी खींच लिया है. सिक्योरिटी इंचार्ज और प्रवक्ता जितेंद्र सिंह जीतू ने बताया कि ट्रैक्टर रैली में शामिल होने वाले ड्राइवर के पास ड्राइविंग लाइसेंस होना जरूरी है, वहीं वॉट्सएप पर इसकी सॉफ्ट कॉपी भी होनी चाहिए. सिर्फ रजिस्टर्ड ट्रैक्टर्स को ही रैली में शामिल होने की इजाजत होगी.
जितेंद्र सिंह जीतू ने कहा कि रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और इसके लिए सीनियर लोगों की एक टीम बनाई गई है. ट्रैक्टर रैली के दौरान एक ट्रैक्टर पर ड्राइवर समेत सिर्फ तीन लोगों के ही बैठने की इजाजत होगी.
बढ़ाई जा रही सुरक्षा
दूसरी ओर, सिंघु बॉर्डर पर हुई एक शख्स की गिरफ्तारी के बाद गाजीपुर बॉर्डर में किसान संगठन काफी एहतियात बरत रहे हैं. सिक्योरिटी को लेकर अब ना केवल जामा तलाशी की जाएगी, बल्कि प्राइवेट एजेंसी की भी मदद ली जाएगी. साथ ही वॉलटिंयर्स की संख्या को बढ़ाकर 150 से 500 किया जा रहा है. सीसीटीवी कैमरों की संख्या भी 8 से बढ़ाकर करीब 20 की जा रही है .अलग-अलग पोस्ट पर इनकी तैनाती होगी.
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पिछले दिनों किसान संगठन के नेताओं ने दावा किया कि गणतंत्र दिवस के मौके पर किसान रिंग रोड पर ट्रैक्टर रैली निकालेंगे. उनका कहना है कि यह मार्च शांतिपूर्ण तरीके से होगा. ट्रैक्टर रैली के दौरान कुल 50 किलोमीटर की यात्रा तय की जाएगी.
इससे पहले गणतंत्र दिवस पर किसानों की ओर से ट्रैक्टर रैली निकालने वाले मामले पर बुधवार को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने दखल देने से इनकार कर दिया था. साथ ही कहा कि दिल्ली पुलिस ही इस पर इजाजत दे सकती है. चीफ जस्टिस ने बुधवार को सुनवाई के दौरान कहा कि हम ट्रैक्टर रैली को लेकर कोई फैसला नहीं सुनाएंगे, कोर्ट किसी रैली को रोके ये बिल्कुल ठीक नहीं है. ऐसे में दिल्ली पुलिस को ही इस पर फैसला लेना चाहिए.