कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के बॉर्डर्स पर किसानों के जारी आंदोलन की वजह से लोगों को खासी दिक्कतों का आमना-सामना करना पड़ रहा है. बड़ी संख्या में लोग रोजाना दिल्ली से सटे राज्यों में राजधानी आते-जाते हैं, लेकिन आंदोलन के कारण उनके लिए दिल्ली आना-जाना किसी संघर्षपूर्ण यात्रा से कम नहीं है.
टिकरी बॉर्डर पर जारी किसान विरोध के कारण दिल्ली-रोहतक हाइवे रोड पूरी तरह से बंद है और इस मार्ग के बंद होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली से हरियाणा और हरियाणा से दिल्ली आने-जाने वाले लोगों को लंबी यात्रा करनी पड़ती है और उन्हें इसके लिए कई ऊबड़-खाबड़ तथा गांव के मुश्किल भरे रास्तों से गुजरना पड़ता है.
हरियाणा जाना हुआ संघर्षपूर्ण
दिल्ली-रोहतक हाइवे रोड से रोहतक जाने के लिए, लोगों को घेवर से कंझावला, बवाना, दरियापुर कलां गांव और फिरोज पुर आदि से होते हुए रोहतक जाना पड़ता है. घेवर टिकरी बॉर्डर से करीब 2 किमी दूर है. यदि वह गलती से टिकरी बॉर्डर तक पहुंच जाता है, तो टिकरी बॉर्डर से उसे या तो वापस घेवर की तरफ मुड़ना पड़ता है या टिकरी PBC मार्केट से होते हुए नजफगढ़ के झड़ौदा कलां और बाबा हरिदास नगर जाना पड़ता है और फिर वहां से कई गांवों को पार करने के बाद हरियाणा में एंट्री हो पाती है.
दिल्ली से बहादुरगढ़ और उसके आसपास के इलाकों में जाने वाली डीटीसी और क्लस्टर बसें अब टिकरी बॉर्डर के बेरी गेट तक जाती हैं और वहां से यात्रियों को उतार कर वापस दिल्ली लौट आती है. ऐसी स्थिति में, स्थानीय यात्री वाहन भी उसी बॉर्डर से लौट आते हैं.
बॉर्डर से पैदल ही जाने को मजबूर
दिल्ली से टिकरी बॉर्डर तक पहुंचने वाली सवारी और आम लोग टिकरी बॉर्डर बैरिकेड के आसपास की छोटी गलियों से होते हुए पैदल अपने घरों को जाते हैं. दिल्ली में नौकरी करने वाले ये लोग इन दिनों मेट्रो से आते-जाते हैं, जो इस रूट पर हैं, जैसे टिकरी बॉडर, पीडीएम यूनिवर्सिटी पंडित श्रीराम शर्मा मार्ग, बहादुरगढ़ सिटी, ब्रिगेडियर होशियार सिंह आदि. हालांकि, टिकरी बॉर्डर बैरिकेड के आसपास ऐसी कई सड़कें हैं जहां से लोग पैदल ही गंतव्य तक पहुंचना होता है.
वर्तमान में, टिकरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के कारण दिल्ली-हरियाणा नेशनल हाइवे पूरी तरह से बाधित हो गया है. ऐसे में दिल्ली से हरियाणा और हरियाणा से दिल्ली आने वाले लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
देखें: आजतक LIVE TV
सिंघु बॉर्डर का भी यही हाल है. यह दिल्ली से चंडीगढ़ का रास्ता है. अगर आप दिल्ली से चंडीगढ़ बस से जा रहे हैं तो आपको बवाना नहर से होते हुए ISBT से लामपुर बॉर्डर फिर नरेला और वापस NH 44 पर पानीपत से गुजरना होगा. अगर आप अपनी कार से दिल्ली से चंडीगढ़ जा रहे हैं, तो आपको कई गांवों से होते हुए गुजरने के दौरान ढेरों मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. साफियाबाद बॉर्डर से होते हुए नरेला फिर लामपुर बॉर्डर जाना पड़ेगा. आप बाकनेर गांव के रास्ते तीन रूटों से होते हुए सोनीपत को छोड़ सकते हैं. इस समय आप बवाना से केएमपी हाइवे से भी जा सकते हैं.
बसों के लिए दूरी बढ़ी
बात अब गाजीपुर बॉर्डर की. गाजियाबाद में गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के लगातार आंदोलन के कारण, रोडवेज ने बसों के संचालन का मार्ग बदल दिया है. मोहन नगर से आनंद विहार और कौशाम्बी जाने वाली बसों को पहले लिंक रोड के जरिए दोनों जगहों पर भेजा जा रहा था, लेकिन अब इस रूट को बदल दिया गया है और आनंद विहार तथा कौशाम्बी जाने वाली बसों को सूर्य नगर से कौशाम्बी और आनंद विहार के लिए भेजा जा रहा है. रूट बदलने से बसों की दूरी काफी बढ़ गई है, लेकिन रोडवेज द्वारा किराए में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
कौशाम्बी बस डिपो से ही हापुड़ जाने वाली बसों का संचालन किया जा रहा है. और दिल्ली से मेरठ तक पहले की तरह ही कश्मीरी गेट बस अड्डे से चल रही है. दूसरी ओर, रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक एके सिंह ने कहा कि किसान आंदोलन के कारण, बसें कई जगह नहीं भी जा रही हैं और समय भी अधिक लग रहा है, हालांकि बसों के रूटों में बहुत अधिक बदलाव नहीं किए गए हैं और बसों का संचालन पहले जैसा ही किया जा रहा है.
किसानों के प्रदर्शन के कारण गाजीपुर बॉर्डर यातायात के लिए बंद है. इसलिए आनंद विहार, चिल्ला, डीएनडी, अप्सरा, भोपुड़ा और लोनी बॉर्डर के माध्यम से अन्य वैकल्पिक रूट पर चलना होगा.
फिलहाल गाजीपुर बॉर्डर बंद है. एनएच 24, एनएच 9, रोड नंबर 56, 57 ए, कोंडली, पेपर मार्केट, टेल्को टी पॉइंट, ईडीएम मॉल, अक्षरधाम और निज़ामुद्दीन खत्ता से डायवर्ट किया गया है. विकास मार्ग, आईपी एक्सटेंशन, एनएच 24 पर भारी ट्रैफिक है.
सिंघु, सबोली, पियाऊ और मनियारी बॉर्डर बंद हैं. औचंदी, लामपुर, सफियाबाद, सिंघू स्कूल और पल्ला टोल टैक्स बॉर्डर खुले हैं. वैकल्पिक मार्ग पर जाना बेहतर होगा. हालांकि ट्रैफिक का लोड ज्यादा है और NH44 से ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है इसलिए आउटर रिंग रोड, GTK रोड और NH 44 पर जाने से बचने की सलाह दी गई है.