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कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आज रेल रोको अभियान, रेलवे ने तैनात की RPSF की 20 कंपनियां

किसानों के द्वारा गुरुवार को पूरे देश में रेल रोको अभियान चलाया जाएगा और दोपहर 12 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक रेल रोकी जाएगी. रेलवे ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं तो हरियाणा में पुलिस द्वारा पूरी सतर्कता बरती जा रही है और प्रशासन के द्वारा ड्यूटी मजिस्ट्रेट भी नियुक्त किए गए हैं.

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किसान आज कृषि कानूनों के खिलाफ रेल रोको अभियान चलाएंगे (फाइल-पीटीआई)
किसान आज कृषि कानूनों के खिलाफ रेल रोको अभियान चलाएंगे (फाइल-पीटीआई)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में आज रेल रोको अभियान
  • किसान आज दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक रेल रोकेंगे
  • सुरक्षा के लिए देशभर में 20 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात करेगी रेलवे

केंद्र के 3 कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसान अपने आंदोलन को और व्यापक बनाने की कोशिश में आज गुरुवार को देशभर में 4 घंटे के लिए रेल रोको अभियान चलाएंगे. किसानों के अभियान को देखते हुए रेलवे ने विशेष तैयारी की है.

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रेलवे ने पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए देशभर में रेलवे सुरक्षा विशेष बल (आरपीएसएफ) की 20 अतिरिक्त कंपनियों को तैनात किया है. संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में आज गुरुवार को किसानों की ओर से 'रेल रोको' अभियान चलाया जाएगा.

दोपहर 12 बजे से रेल रोको अभियान

विरोध प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे किसान संघों की संस्था संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने पिछले हफ्ते ही कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने की अपनी मांग के लिए रेल रोको अभियान की घोषणा की थी. मोर्चा ने कहा था कि देशभर में गुरुवार को दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक रेल रोको अभियान चलाया जाएगा.

रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के महानिदेशक अरुण कुमार ने बुधवार को कहा, 'मैं हर किसी से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं. हम जिला प्रशासन के साथ संपर्क बनाए रखेंगे और जगह-जगह नियंत्रण कक्ष बनाएंगे.'

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सुरक्षा के इंतजाम किएः रेलवे

उन्होंने कहा, 'हम खुफिया जानकारी एकत्र करेंगे. पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों के अलावा कुछ अन्य क्षेत्रों पर भी हम ध्यान केंद्रित करेंगे. हमने इन क्षेत्रों में रेलवे सुरक्षा विशेष बल (आरपीएसएफ) की 20 कंपनियों (करीब 20,000 कर्मियों) को तैनात किया है.'

अरुण कुमार ने यह भी कहा, 'हम चाहते हैं कि यात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो. चार घंटे के आंदोलन को लेकर चाहते हैं कि यह (रेल रोको) शांतिपूर्ण तरीके से चले.'

इस बीच किसानों की प्रस्तावित रेल रोको अभियान के चलते हरियाणा पुलिस ने भी अपने यहां पूरी तैयारी कर ली है. रेल रोको अभियान के चलते फतेहाबाद में भी पुलिस के द्वारा चार डीएसपी, 10 एसएचओ और करीब 500 पुलिस कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात किए गए हैं. किसी भी उपद्रवी से निपटने के लिए पुलिस की ओर से पूरी तैयारी की गई है.

किसानों के द्वारा गुरुवार को पूरे देश में रेल रोको अभियान चलाया जाएगा और दोपहर 12 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक रेल रोकी जाएगी. इसको लेकर हरियाणा में पुलिस द्वारा पूरी सतर्कता बरती जा रही है और प्रशासन के द्वारा ड्यूटी मजिस्ट्रेट भी नियुक्त किए गए हैं.

इस बीच, संयुक्त किसान मोर्चा ने आज देशभर में रोल रोको कार्यक्रम के बारे में अपील करते हुए कहा कि सभी से शांतमयी प्रदर्शन की अपील की जाती है. दोपहर 12 से 4 बजे तक रेल रोकने का कार्यक्रम है जिसमें देशभर से समर्थन की उम्मीद है. 

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हम तो रेल चलाएंगेः राकेश टिकैत

हरियाणा में विशेष तैयारी के बारे में जानकारी देते हुए फतेहाबाद के डीएसपी सुभाष चंद्र ने बताया कि 18 फरवरी को किसानों के रेल रोको अभियान के चलते फतेहाबाद पुलिस द्वारा चार डीएसपी और 10 एसएचओ तैनात किए गए हैं. डीएसपी के साथ-साथ ड्यूटी मजिस्ट्रेट भी नियुक्त रहेंगे. 500 पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी भी रेलवे स्टेशनों के आसपास लगाई गई है.

दूसरी ओर, दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान नेता राकेश टिकैत गुरुवार के आंदोलन को "रेल रोको" की बजाए "रेल खोलो" आंदोलन क्यों बता रहे हैं, इस पर उन्होंने कहा कि हम तो रेल चलाएंगे, पिछले 8 महीने से रेल रोक रखी है, देश की जनता दुखी है, जो एकाध ट्रेन आती है उस पर हम माला डाल देंगे और लोगों से पूछ लेंगे कि क्या परेशानी है.

दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों द्वारा दिल्ली के बॉर्डर पर जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच रेल रोको अभियान की घोषणा की गई और आंदोलन के लिए समर्थन हासिल करने को इन राज्यों में 'महापंचायत' का आयोजन किया गया.

इस बीच मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चादुनी ने कहा था कि किसान संगठनें चुनावी राज्य पश्चिम बंगाल में सभाएं करेंगी और संकेत दिया कि वे वहां के लोगों से उन लोगों को वोट न देने के लिए कहेंगी जो 'हमारी आजीविका छीन रहे हैं.'

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