आज शाम सांसद गुरमीत औजला और कुलबीर सिंह जीरा ने अपना अनशन तोड़ा. पंजाब सरकार ने उनके स्वास्थ्य की निगरानी के लिए डॉक्टरों को भेजा था जिसमें दो डॉक्टर स्टैंड बॉय पर रखे गए हैं. धरना स्थल पर सांसद जसबीर सिंह भी मौजूद रहे. बता दें कि पिछले 9 दिनों से सांसद और विधायक जंतर-मंतर पर किसानों के समर्थन में धरना दे रहे हैं.
अपना अनशन तोड़ते हुए आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार का कृषि कानून सिर्फ किसानों के ही खिलाफ नहीं है, बल्कि देश की आम जनता के खिलाफ है और इससे महंगाई बढ़ेगी. वहीं दूसरी ओर पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केजरीवाल पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया ने देखा था कि कैसे केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में एक समय में काले कृषि कानूनों को अधिसूचित करके किसानों के हितों को बेच दिया था.
राकेश टिकैत ने अनशन समाप्त करने के बाद कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस किसानों का उत्पीड़न कर रही है. किसानों को गिरफ्तार किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश में किसानों की ट्राली बंद की जा रही है. उत्तराखंड के किसानों को रोके हुए हैं. भारतीय किसान यूनियन उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं करेगी. अगर किसानों को रोका तो हम गाजीपुर बॉर्डर रोक देंगे. जिस थाने में किसानों को रोका जाएगा हमारे स्थानीय कार्यकर्ता वहीं पशुओं को बांधने का काम करेंगे.
राकेश टिकैत ने आगे कहा कि हमारी लड़ाई लंबी है. राज्य सरकार इसमें दखल न दे. किसानों से आप जीत नहीं सकते. हम किसान हैं किसानों का मकसद उनकी मांगे हैं न कि सरकार को अस्थिर करना. हम राजनीतिक दल नहीं हैं. सरकार हमारी मांगों का निस्तारण करे. सर्दी के मौसम में खुले आसमान में कोई ऐसे ही नहीं रुकता है. यह खेती व पेट का सवाल है.
आज अनशन पर बैठे राकेश टिकैत और बाकी किसान नेताओं ने बच्चो के जरिए अपना अनशन खोला है. राकेश टिकैत ने इसके साथ ही प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर हमारे ट्रैक्टर/गाड़ियों को रोका गया तो हम फिर हाईवे को रोकेंगे. अपने साथियों को आगाह करते हुए राकेश टिकैत ने कहा, "शरारती तत्वों से बचके रहना है, हमारे बीच कोई गलत तत्व ना आने पाए. जिससे हमारा आंदोलन प्रभावित हो. सरकार कानून को वापस ले, रास्ते खुल जाएंगे."
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि आज का आंदोलन सफल रहा, किसान वापस नहीं जाएगा. कल के बाद रणनीति तैयार की जाएगी. जिन थानों से हमें परेशान किया जाएगा, हम वहां पर पशु बांधना शुरू करेंगे. हम प्रदर्शन शांति पूर्ण तरीके से ही रखना चाहते हैं. सरकार चाहती है कि हंगामा हो.
किसान आंदोलन में भूख हड़ताल पर बैठे किसानों ने अपना उपवास शाम 5 बजे तोड़ दिया. बता दें कि आंदोलन के तमाम किसान नए कृषि कानूनों के खिलाफ आज सुबह 8 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक भूख हड़ताल पर थे.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपना अनशन समाप्त कर दिया है. बता दें कि किसान आंदोलन के समर्थन में उन्होंने एक दिवसीय अनशन किया था.
भूख हड़ताल पर बैठे किसानों कि चिंता में सातवीं कक्षा छात्राएं आज दोबारा सिंघु बॉर्डर चली आई हैं. जी हां, दोबारा इसलिए क्योंकि कल भी वह यहां पर आई थीं और उनसे किसानों का कष्ट देखा नहीं गया. दरअसल एक दिन पहले यह सिंघु बॉर्डर पर जमा किसानों को देखने आई थीं पर यहां पर किसानों का हाल देख कर इनको लगा कि इन्हें भी उनकी मुहिम में अपना योगदान देना चाहिए. सिंघु बॉर्डर पर अब यह किसानों के समर्थन में पोस्टर लिए हुए नारे लगा रही हैं.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर एसवाईएल और कृषि कानून के मुद्दे पर हरियाणा बीजेपी के सभी सांसद और कई विधायक से मुलाकात करने वाले हैं. थोड़ी देर बाद होगी केंद्रीय कृषि मंत्री से बीजेपी नेताओं की मुलाकात. उम्मीद है कि ये लोग एसवाईएल के मुद्दे पर हरियाणा के हक की मांग करेंगे. जानकारी के मुताबिक इस बैठक में हरियाणा बीजेपी के करीब सभी सांसद और कई विधायक मौजूद रहेंगे.
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि हम किसानों के साथ खंडवार चर्चा करने को तैयार हैं. हमने किसानों को अपना लिखित प्रस्ताव भेजा है और हम अगले दौर की बात के लिए उनकी प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा कर रहे हैं. ये तीनों विधेयक किसानों के कल्याण के लिए हैं.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी नए कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग करती है. इसके साथ ही उन्होंने किसानों की हरसंभव मदद और एमसीपी की गारंटी की भी बात कही है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने पार्टी कार्यालय पहुंचने के बाद ऐलान किया कि आम आदमी पार्टी किसानों के साथ है. उन्होंने कहा, "अगर किसान या जवान मुसीबत में है तो देश खुश कैसे रह सकता है. लेकिन किसान आज खेतों के बजाय विरोध कर रहे हैं. आज भारत उनके साथ है."
हरियाणा, महाराष्ट्र, बिहार और अन्य राज्यों के किसान संगठनों के पदाधिकारियों ने आज कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात कर उन्हें भारत सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों को कुछ संशोधन के साथ लागू रखने की मांग करते हुए ज्ञापन दिया और इस संबंध में कृषि भवन में बैठक में विस्तृत चर्चा की.
मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने किसान आंदोलन का विरोध करते हुए किसान संगठनों को 'कुकुरमुत्ता' कह दिया. पटेल नए कृषि कानूनों की उपयोगिता पर किसान को जागरूक करने के लिए बीजेपी के एक कार्यक्रम के तहत उज्जैन में एक पीसी को संबोधित कर रहे थे. इसी दौरान उन्होंने कहा, "ये किसान संगठन 'कुकुरमुत्ता' की तरह उग आए हैं, वे किसान नहीं बल्कि व्हील डीलर्स और एंटी नेशनल हैं."
अपने तय कार्यक्रम के मुताबिक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पार्टी कार्यालय पहुंच चुके हैं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शाम चार बजे पार्टी दफ्तर पहुंचेंगे, जहां वो अपना एक दिवसीय अनशन तोड़ेंगे.
अन्नदाताओं के समर्थन में आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं का अन्नत्याग https://t.co/kmkZzijrCR
— AAP (@AamAadmiParty) December 14, 2020
रख देता पलटकर सर के बल
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 14, 2020
हल्का न समझो हल का बल!#नहीं_चाहिए_भाजपा
Delhi: Farmers protesting at Ghazipur (Delhi-UP) border blocked National Highway-24 earlier today.
— ANI (@ANI) December 14, 2020
“We won’t let it happen again, normal people won’t suffer. We wanted them to realise for once that how even few minutes are important,” says Rakesh Tikait of Bhartiya Kisan Union pic.twitter.com/wVk15yXzA0
कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को मनाने में सरकार जुटी हुई है. फिक्की की 93वीं सालाना मीटिंग को संबोधित करते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कृषि एक ऐसा सेक्टर रहा है, जो महामारी के दुष्परिणामों से बचने में सक्षम रहा है और वास्तव में यह सबसे अच्छा है. हमारी उपज और खरीद भरपूर है और हमारे गोदाम भरे हुए हैं.
पूरी खबर पढ़ें: राजनाथ बोले- किसानों की बात सुनने के लिए हम तैयार, सभी गलतफहमियां दूर करेंगे
किसानों के आंदोलन के बीच बैठकों का दौर जारी है, अमित शाह के घर जारी कृषि मंत्री के साथ बैठक खत्म हो गई है. दूसरी ओर हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला दिल्ली में नितिन गडकरी के घर बैठक करने पहुंचे हैं. दुष्यंत चौटाला लगातार किसान आंदोलन को लेकर बैकफुट पर हैं और उनकी पार्टी पर दबाव है. बीते दिनों में वो दिल्ली में कई बड़े बीजेपी नेता और मंत्रियों से मिल चुके हैं.
Haryana Deputy CM Dushyant Chautala met Union Road Transport Minister Nitin Gadkari at the latter's residence in Delhi & discussed various ongoing and proposed road projects in Haryana. https://t.co/bAuzryggyW pic.twitter.com/80iXaD7SII
— ANI (@ANI) December 14, 2020
जयपुर में बीजेपी नेता अरुण सिंह ने बयान दिया है कि किसानों के प्रदर्शन में एक फीसदी किसान भी शामिल नहीं हैं. किसान भोले-भाले हैं, लेकिन इनमें टुकड़े-टुकड़े गैंग के लोग घुस गए हैं जिनके बारे में बात करना जरूरी है.
किसान आंदोलन के समर्थन में पंजाब डीआईजी पद से इस्तीफा देने वाले लखविंदर सिंह झाखड़ आज उपवास रख रहे हैं. अभी लखविंदर का इस्तीफा स्वीकार किया जाना बाकी है.
जो किसानों का नहीं, वो देश का नहीं..#IndiaFasts4Farmers pic.twitter.com/nr47Hh5HG6
— AAP (@AamAadmiParty) December 14, 2020
किसानों के मुद्दे पर गृह मंत्री अमित शाह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की बैठक हो रही है. इस मीटिंग में कैबिनेट सेक्रेटरी राजीव गाबा, गृह सचिव अजय भल्ला भी मौजूद हैं.
Delhi: Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar reaches Home Minister Amit Shah's residence. pic.twitter.com/CuSj7i09gr
— ANI (@ANI) December 14, 2020
किसानों की भूख हड़ताल जारी है, आज शाम को गाजीपुर और अन्य बॉर्डर पर किसानों की बैठक होगी. इसके बाद कल सिंघु बॉर्डर पर सभी संगठन मिलेंगे और आगे की रणनीति पर मंथन करेंगे. आंदोलन को लेकर कल की बैठक में फैसला होगा.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर आज गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात करेंगे. इस मुलाकात में किसान आंदोलन पर मंथन हो सकता है.
किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी का कहना है कि सरकार MSP के मसले पर गुमराह कर रही है. गृह मंत्री अमित शाह ने दिसंबर में कहा था कि सरकार 23 फसलों को MSP पर नहीं खरीद सकती है, क्योंकि इससे 17 लाख करोड़ का खर्च होता है.
Centre will continue buying crops at the same amount, as they use to before, that's what 'buying at MSP' means for them. But we can't survive on that anymore. And Centre is not buying crops at MSP from all states: Gurnam Singh Chaduni, President, Bhartiya Kisan Union (Haryana)
— ANI (@ANI) December 14, 2020
सोमवार को किसानों ने गाजीपुर बॉर्डर पर NH9 पर जाम लगा दिया. किसान पिछले 10-15 मिनट से रास्ता जाम किए हुए हैं, हालांकि स्टेज पर बैठे नेताओं की ओर से सड़क खाली करने की अपील की जा रही है.
दिल्ली में आम आदमी पार्टी के नेता भी अनशन कर रहे हैं. अरविंद केजरीवाल शाम चार बजे पार्टी दफ्तर में अपना अनशन तोड़ेंगे.
किसान आंदोलन के समर्थन में पार्टी मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं के साथ उपवास शुरू। pic.twitter.com/gycuLfO0ge
— Gopal Rai (@AapKaGopalRai) December 14, 2020
देशव्यापी भूख हड़ताल के बीच आज हरियाणा के किसान नेता कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात करेंगे. हरियाणा युवा किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष व पूर्व विधायक नरेश यादव सहित कई किसान नेता इस बैठक में शामिल होंगे, जिसमें कृषि कानूनों को लेकर चर्चा की जाएगी.
हरियाणा-राजस्थान सीमा पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. यहां पर दो किसान आमरण-अनशन पर बैठे हैं, उनका कहना है कि अबतक आंदोलन में 11 किसान शहीद हो चुके हैं. ऐसे में सरकार को जिद छोड़नी चाहिए.
यहां राजस्थान का पारंपरिक कठपुतली डांस भी दिखाया जा रहा है, इसके जरिए किसान अपने आंदोलन को धार दे रहे हैं. भूख हड़ताल पर बैठे किसानों के समर्थन में अन्य जगहों से भी लोग आ रहे हैं.
देश के अलग-अलग हिस्सों में किसानों की भूख हड़ताल शुरू हो गई है. राजस्थान के शाहजहांपुर में बड़ी संख्या में किसान सीमा पर आंदोलन कर रहे हैं और भूख हड़ताल पर हैं. दिल्ली में भी सिंघु, टिकरी, गाजीपुर सीमा पर किसानों का धरना जारी है. किसानों की ओर से सड़कों को जाम किया जा रहा है, साथ ही बीजेपी नेताओं के घेराव का भी प्लान है.
Delhi: Farmers' leaders sit on hunger strike at Tikri border as their protest against Centre's farm laws enters 19th day.
— ANI (@ANI) December 14, 2020
"Centre is being stubborn about our demands. This is an attempt to wake them up," says Balkaran Singh Brar, Working President, All India Kisan Sabha, Punjab pic.twitter.com/KY7mgGwJiT
Rajasthan: Sit-in protest at Shahjahanpur near Jaisinghpur-Khera border (Rajasthan-Haryana) continues for the second day today; security personnel remain deployed#FarmLaws pic.twitter.com/aU4WixG4FD
— ANI (@ANI) December 14, 2020
उपवास पवित्र होता है। आप जहां हैं, वहीं हमारे किसान भाइयों के लिए उपवास कीजिए। प्रभु से उनके संघर्ष की सफलता की प्रार्थना कीजिए। अंत में किसानों की अवश्य जीत होगी।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 14, 2020
किसानों ने अलग-अलग हिस्सों में अपनी भूख हड़ताल शुरू कर दी है. किसानों की मांग है कि बैठकों में खुद पीएम मोदी को सामने आना चाहिए, ताकि किसानों की समस्या सुनी जाए और सीधे कानूनों को रद्द कर दिया जाए.
इसे पढ़ें: किसान आंदोलन: कृषि कानून के खिलाफ 40 संगठनों की भूख हड़ताल, दिल्ली की इन सीमाओं पर धरना
Delhi: Farmers' leaders including Rakesh Tikait of Bharatiya Kisan Union sit on a hunger strike from 8 am-5 pm at Ghazipur (Delhi-UP border), where the protest entered day 17 today. pic.twitter.com/I2Zkdhxvav
— ANI (@ANI) December 14, 2020
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आरोप लगाया है कि AAP ने पंजाब के चुनावों में APMC एक्ट में बदलाव की बात कही थी, लेकिन अब कृषि कानूनों का विरोध कर रही है.
.@ArvindKejriwal this is your hypocrisy. You promised amendment to APMC Act in Punjab assembly elections. You notified one farm law in Delhi in November 2020 and you are on fast today. Nothing but hypocrisy.@AamAadmiParty @BJP4India
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) December 14, 2020
Delhi: Farmer leaders sit on a hunger strike; visuals from Singhu (Delhi-Haryana border) where farmers' protest enters 19th day.#FarmLaws pic.twitter.com/v69XIZCzdi
— ANI (@ANI) December 14, 2020
किसान आंदोलन: सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक किसानों का अनशन #ATVideo #FarmersProtest #FarmLaws | @arvindojha pic.twitter.com/Jlpim6T1U2
— AajTak (@aajtak) December 14, 2020
कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर हजारों किसान दो हफ्ते से अधिक वक्त से डटे हुए हैं. किसानों की मांग है कि कृषि कानून रद्द किए जाएं, जिसे सरकार नहीं मान रही है. ऐसे में आज दिल्ली की सिंघु, टिकरी, पलवल, गाजीपुर सीमाओं पर किसान सुबह आठ से शाम 5 बजे तक भूख हड़ताल पर रहेंगे. इसी के साथ देशभर में टोल नाकों को मुफ्त किया जाएगा.
Delhi: Farmers' protest at Ghazipur (Delhi-UP border) enters day 17; protesters to observe fast today.
— ANI (@ANI) December 14, 2020
A protester from Lakhimpur Kheri says, "When we take our sugarcane trolleys to mills, it happens that we skip meals for 24 hours. We are prepared for fast." pic.twitter.com/J4I8pEh6hw
राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) से जुड़े स्वदेशी जागरण मंच ने कृषि कानून में कुछ सुधार सुझाए हैं. स्वदेशी जागरण मंच का कहना है कि एमएसपी से कम दाम पर फसलों की खरीद को अवैध करार कर दिया जाना चाहिए इसके साथ ही ऐसे लोगों के खिलाफ सजा का प्रावधान होना चाहिए. एसजेएम का कहना है कि सिर्फ सरकार को ही नहीं बल्कि निजी कंपनियों को भी फसलों को एमएसपी से कम रेट पर फसलों की खरीद पर रोक लगा देनी चाहिए.
किसान आंदोलन के बीच किसानों को कृषि कानून 2020 के फायदों के बारे में बताने के लिए बीजेपी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में किसान सम्मेलन करेगी. यह सम्मेलन सोमवार 14 दिसंबर से शुरू होकर 18 दिसंबर तक चलेगा. उत्तर प्रदेश बीजेपी के महासचिव गोविंद नारायण शुक्ला ने कहा कि बीजेपी के प्रमुख राधा मोहन सिंह अयोध्या और बस्ती में किसान सम्मेलन को संबोधित करेंगे. वहीं, गोंडा में स्वतंत्र देव सिंह और केशव प्रसाद मौर्य कृषि कानून 2020 को लेकर वाराणसी में किसानों को संबोधित करेंगे.
सोमवार को किसान सुबह आठ बजे से शाम के पांच बजे तक अनशन करेंगे. किसान के इस एलान के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी एक दिन उपवास रखने का एलान किया है. उन्होंने आम आदमी पार्टी के समर्थकों और कार्यकर्ताओं से भी एक दिन के उपवास रखने की अपील की है.