पश्चिम बंगाल के पूर्व मिदनापुर के चकद्वारीबेड़ा गांव में खाप पंचायत की तर्ज पर फतवा जारी किया गया है. इतना ही नहीं, इस फरमान को न मानने पर दंड का विधान तय किया है. 12 फरमान वाले इस फतवे के मुताबिक अगर गांव का कोई लड़का बाहर की किसी लड़की से शादी करने के बाद उसे गांव लाता है या गांव की लड़की अगर किसी के साथ भाग जाती है, तो गांव कमेटी को चंदा देना होगा. अब इस मामले में बीजेपी और TMC आमने-सामने आ गई हैं.
फतवे में कहा गया है कि किसी भी तरह के विवाद को लेकर कोई भी पुलिस प्रशासन के पास नहीं जाएगा. बल्कि इस संबंध में गांव की कमेटी को सूचना देनी होगी. साथ ही किसी भी मुस्लिम को गांव की जमीन या घर नहीं बेचा जाए. गांव के किसी कार्यक्रम में शामिल नहीं होने पर 100 रुपए चंदा गांव कमेटी को देना होगा.
बता दें कि इसी तरह के 12 फरमानों वाला फतवा पूर्व मिदनापुर के चकद्वारीबेड़ा गांव के घर-घर में गांव कमेटी की ओर से पहुंचाया गया है. इस पर बीजेपी ने सवाल खड़े किए हैं. स्थानीय बीजेपी नेता स्वपन दास का आरोप है कि TMC नेता गांव कमेटी में शामिल हैं. ये सब उन्हीं का किया धरा है.
वहीं गांव कमेटी के सचिव और TMC नेता प्रणब दास ने इस फरमान वाले मामले में खुद को अलग कर लिया है. उनके मुताबिक इस फरमान के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. हालांकि मामले की शिकायत के बाद पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.