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MP News: श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में दक्षिण अफ्रीका से लाई गई मादा चीता दक्षा की मंगलवार शाम मौत हो गई. इसकी वजह चीतों के बीच हुई मेटिंग (सहवास) को बताया गया. कूनो प्रबंधन के अनुसार साउथ अफ्रीकी दो नर चीतों की मादा चीता के साथ मेटिंग को लेकर आपसी भिडंत हो गई थी. इस लड़ाई में नर चीतों ने पंजा मारकर दक्षा को बुरी तरह घायल कर दिया था. इसके बाद मादा दक्षा को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा.
कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन की ओर से जारी प्रेस रिलीज के अनुसार, 9 मई को सुबह 10:45 बजे दक्षिण अफ्रीका से कूनो नेशनल पार्क छोड़ी गई मादा चीता दक्षा को मॉनिटरिंग दल ने घायल अवस्था में पाया. पशु चिकित्सकों ने उपचार किया, लेकिन दोपहर 12 बजे चीता की दुखद मौत हो गई.
मादा चीता दक्षा बाड़ा नंबर-1 में थी और नजदीक ही बने बाडे नंबर-7 से दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीते वायु और अग्नि को छोड़ा गया था. नर चीतों का यह जोड़ा 6 मई को अपने बाड़े से दक्षा के बाड़े में दाखिल हुआ था.
मेटिंग के दौरान हिंसक व्यवहार सामान्य बात
मादा चीता दक्षा के शरीर पर पाए गए घाव से पुष्टि हुई कि संभवत: मेटिंग के दौरान यह सब हुआ है. पशु चिकित्सकों के अनुसार, नर चीतों का मेटिंग के दौरान मादा के साथ हिंसक व्यवहार सामान्य है. ऐसी स्थिति में मॉनिटरिंग टीम उनके बीच दखलअंदाजी भी नहीं कर पाती है.
यहां बता दें कि चीतों के नए घर यानी कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से 8 और साउथ अफ्रीका से 12 चीते लाकर बसाए गए हैं. इन चीतों में अब तक एक नामीबियाई मादा चीता साशा और साउथ अफ्रीका के नर चीता उदय की एक माह के अंतराल में मौत हो चुकी है.
वहीं, साउथ अफ्रीका से लाई गई मादा दक्षा की भी मौत हो चुकी है. हालांकि, एक मादा चीता ने पिछले मार्च माह में 4 शावकों को भी जन्म दिया है. फिलहाल कूनो में 17 चीते और 4 शावक मौजूद हैं. हालांकि, कूनो के खुले जंगल में 3 चीते विचरण कर रहे हैं.