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दिल्ली से देवघर के लिए पहली फ्लाइट आज, बीजेपी सांसद रूडी होंगे पायलट

इंडिगो की फ्लाइट संख्या 6E 6191 दिल्ली से एक बजे उड़ान भरेगी और एक घंटे 45 मिनट की यात्रा के बाद 2 बजकर 45 मिनट पर देवघर एयरपोर्ट पर लैंड करेगी. रूडी ने कहा कि भविष्य में देवघर एयरपोर्ट का प्रसार हो सकता है. बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी और कैप्टन आशुतोष शेखर फ्लाइट के कैप्टन यानी पायलट होंगे.

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देवघर एयरपोर्ट बनकर तैयार हो गया है.
देवघर एयरपोर्ट बनकर तैयार हो गया है.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • दिल्ली से देवघर की एक घंटे 45 मिनट में यात्रा होगी पूरी
  • आने वाले दिनों में देवघर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बन सकता

दिल्ली से देवघर के लिए आज पहली कॉमर्शियल फ्लाइट उड़ान भरेगी. बिहार के सारण से बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी और कैप्टन आशुतोष शेखर फ्लाइट के कैप्टन यानी पायलट होंगे. रूडी ने बताया कि देवघर एयरपोर्ट से झारखंड के अलावा बिहार के जिलों को विशेष लाभ मिलेगा और भविष्य में देवघर एयरपोर्ट पूर्वी भारत के महत्वपूर्ण एयरपोर्ट्स में से एक होगा. 

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उन्होंने बताया कि इंडिगो की फ्लाइट संख्या 6E 6191 दिल्ली से एक बजे उड़ान भरेगी और एक घंटे 45 मिनट की यात्रा के बाद 2 बजकर 45 मिनट पर देवघर एयरपोर्ट पर लैंड करेगी. रूडी ने कहा कि भविष्य में देवघर एयरपोर्ट का प्रसार हो सकता है. उन्होंने कहा कि मध्य यूरोप तक अंतरराष्ट्रीय उड़ान भरने वाले ए321 नियो विमानों को भी देवघर एयरपोर्ट पर उतारने की पूरी संभावना है. 

लंबे समय से एयरपोर्ट की मांग थी

बता दें कि हर साल लाखों पर्यटक देवघर में आते हैं. सावन के महीने में हर दिन यहां लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है, जो सुल्तानगंज से पवित्र गंगाजल लेकर बाबा वैद्यनाथ के ज्योतिर्लिंग पर अर्पित करते हैं. इस कारण काफी अरसे से यहां एयरपोर्ट की मांग की जा रही थी. 

बाबा वैद्यनाथ की भूमि पर फ्लाइट लाने का मौका मिला: रूडी

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सांसद रूडी ने बताया कि राजनीतिक सक्रियता के साथ-साथ प्रोफेशनल पायलट होने के कारण जनता की सेवा में लगा रहता हूं. उन्होंने बताया कि उन्हें खुशी है कि बाबा वैद्यनाथ की भूमि पर कॉमर्शियल फ्लाइट लेकर आने का मौका मिला. रूडी ने बताया कि भविष्य में देवघर एयरपोर्ट इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रूप में विकसित हो सकता है. यहां मध्य यूरोप तक अंतरराष्ट्रीय उड़ान भरने वाले नये इंजन विकल्प के साथ ए-321 नियो विमानों को भी उतारा जा सकता है जो आने वाले दिनों में संभव हो सकेगा. 

राजीव प्रताप रूडी

देवघर में रिफ्यूलिंग की व्यवस्था नहीं

विमानों की लैंडिंग के लिए सहायक उपकरणों की जानकारी देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री रुडी ने बताया कि विमानों की लैंडिंग के लिए सटीक दृष्टिकोण पथ संकेतक (PAPI - Precision approach path indicator) की व्यवस्था भी देवघर हवाई अड्डे पर की गई है. यह पायलट को एयरपोर्ट के लिए सही दृष्टिकोण प्राप्त करने और बनाए रखने में मदद करता है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में देवघर एयरपोर्ट पर रिफ्यूलिंग की व्यवस्था नहीं है जिस कारण विमान को पहले से ईंधन लेकर आना होगा.

रूडी ने बताया कि देवघर एयरपोर्ट पर दुनिया की अत्याधुनिक लैंडिंग की व्यवस्था की गई है. यहां विमान को RNP अप्रोच (Required navigation performance) के माध्यम से लैंडिंग कराया जाएगा. इस तकनीक से विमान के पायलटों को अधिक सटीकता और पूर्वानुमेयता के साथ चुनौतीपूर्ण हवाई क्षेत्रों को नेविगेट करने में मदद मिलेगी. हवा में 3600 फीट की उंचाई पर जब विमान होता है तो इस तकनीक की मदद से उसका मार्ग तय होता है. 

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इसके बाद 2500 फीट की उंचाई पर आने पर विजुअल लैंडिंग की जायेगी जिसे व्यूआर अप्रोच भी कहा जाता है. देवघर एयरपोर्ट कॉल साइन नाम वेडो (VEDO) से जाना जायेगा. बता दें कि हर एयरपोर्ट को एक साइन नाम दिया जाता है जिससे पथ प्रदर्शक उसी साइन नाम से पायलट को रूट बताता है.

12 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी ने किया था उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देवघर में 5 मई 2018 को एयरपोर्ट की आधारशिला रखी थी. चार साल बाद 12 जुलाई 2022 को पीएम मोदी ने इसका उद्घाटन किया था. एयरपोर्ट ऑथॉरिटी ऑफ इंडिया ने 400 करोड़ रुपये की लागत से एयरपोर्ट का निर्माण किया है. प्रति घंटे 200 यात्रियों की क्षमता वाले 4,000 वर्ग मीटर में इसके टर्मिनल भवन का निर्माण किया गया है जिसमें एक एयर ट्रैफिक कंट्रोल टॉवर, दो एयरबस ए-320 के लिए, एक एप्रन, टैक्सीवे और एक आइसोलेशन के साथ छह चेक-इन काउंटर और दो अराइवल बेल्ट हैं.

(देवघर से शैलेंद्र मिश्रा के इनपुट के साथ)

 

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