दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जेल में बंद होने और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के शराब घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत पर बाहर होने के कारण दिल्ली में विकास कार्य और नागरिक सेवाएं पूरी तरह से ठप हो गई हैं. इस स्थिति का सीधा असर दिल्ली के आम नागरिकों पर पड़ा है, जो पहले से ही कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं.
देवेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि AAP सरकार न केवल भ्रष्टाचार में लिप्त है, बल्कि दिल्ली की जनता की समस्याओं के प्रति भी उदासीन बनी हुई है. उन्होंने कहा कि जलभराव, डूबने और बिजली के करंट से होने वाली मौतें, कूड़े का ठीक से न उठाया जाना, और वेक्टर जनित बीमारियां जैसे डेंगू और मलेरिया जैसी समस्याओं ने दिल्लीवासियों का जीना मुश्किल कर दिया है. यादव ने आरोप लगाया कि ये सभी समस्याएं दिल्ली सरकार की लापरवाही का परिणाम हैं.
उन्होंने आगे कहा कि केजरीवाल सरकार ने बिजली वितरण कंपनियों के साथ मिलीभगत करके उपभोक्ताओं से मनमानी बिजली दरें वसूली हैं. इसके बावजूद, दिल्ली के कई इलाकों में, विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां पहले से ही सुरक्षा की समस्या है, स्ट्रीट लाइट्स ठीक से काम नहीं कर रही हैं. यह स्थिति और भी गंभीर हो जाती है क्योंकि किसी को भी इन समस्याओं को हल करने की परवाह नहीं है.
इस बीच, AAP की घटती राजनीतिक पकड़ को देखते हुए पांच AAP पार्षदों ने भाजपा का दामन थाम लिया है. देवेंद्र यादव ने इस राजनीतिक परिवर्तन को दिल्ली में AAP सरकार की नाकामी का स्पष्ट संकेत बताया. उन्होंने कहा कि इन पार्षदों ने भाजपा का हाथ इसलिए थामा क्योंकि उन्हें AAP में अपने राजनीतिक भविष्य की कोई उम्मीद नहीं दिखाई दी. यादव ने इस बात पर भी जोर दिया कि केजरीवाल, जो दिल्ली की समस्याओं का समाधान करने में असफल रहे हैं, अब हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए "गारंटी कार्ड" बांट रहे हैं. यादव ने इसे विडंबनापूर्ण और दिल्लीवासियों के साथ एक मजाक बताया.