'फादर्स डे' वाले दिन जहां एक बेटा अपने पिता को गले से लगाता है तो वहीं आज एक महान पिता 'फ्लाइंग सिख' मिल्खा सिंह को गोल्फर जीव को अलविदा कहना पड़ा. जीव मिल्खा सिंह और परिवार के अन्य सदस्यों ने आज अपने पिता की अस्थियों को नदी में प्रवाहित कर दिया.
फादर्स डे वाले दिन जीव मिल्खा ने पिता मिल्खा सिंह की अस्थियों को सतलुज नदी में विसर्जित किया. इस दौरान, जीव समेत अन्य लोगों के आंसू छलक पड़े. एक दिन पहले मिल्खा सिंह का चंडीगढ़ के सेक्टर 25 स्थित श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार हुआ था.
कोरोना से लंबे समय तक जूझने वाले मिल्खा सिंह का शुक्रवार देर रात को निधन हो गया था. हालांकि, मिल्खा कोरोना से जूझने के बाद ठीक हो गए थे, लेकिन पोस्ट कोविड दिक्कतों के चलते अस्पताल में लगातार भर्ती थे. वहीं, कुछ ही दिन पहले उनकी पत्नी निर्मल मिल्खा सिंह का भी कोरोना वायरस की वजह से निधन हो गया था.
निधन होने के बाद 'फ्लाइंग सिख' का अंतिम संस्कार चंडीगढ़ के सेक्टर-25 स्थित श्मसान घाट में हुआ था. उन्हें पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई थी. अंतिम संस्कार के दौरान केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू, पंजाब सरकार के मंत्री, कई अधिकारी मौजूद रहे थे.