एक्सप्रेस वे पर कोहरे का कहर दिखना शुरू हो गया है. गाजियाबाद के थाना मसूरी इलाके में मेरठ एक्सप्रेसवे पर करीब 30 गाड़ियां कोहरे की वजह से आपस में टकरा गईं. गनीमत रही कि हादसे में किसी हताहत नहीं हुआ है. कोहरे के कारण हुए हादसे की वजह से मौके पर लंबा जाम लगा रहा.
पुलिस ने बताया कि गाड़ियों की भिड़ंत में करीब 12 लोग घायल हो गए और इनमें से दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं पुलिस ने क्षतिग्रस्त गाड़ियों को एक्सप्रेस वे से हटवाकर ट्रैफिक को सुचारू कराया. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक करीब 30 गाड़ियां आपस में भिड़ गईं. हादसा सुबह 8:30 बजे के आसपास हुआ.
मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी क्षतिग्रस्त गाड़ियों को एक तरफ करवाने के बाद ट्रैफिक के शुरू करवाया. वहीं हादसे में घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक करीब एक दर्जन लोग घायल है जिसमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है.
स्मॉग में इजाफा
दिल्ली-एनसीआर में दिवाली के बाद प्रदूषण बढ़ने के कारण स्मॉग में भी इजाफा हुआ है. कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 1000 के करीब पहुंच गया. दिल्ली से लेकर गाजियाबाद नोएडा और ग्रेटर नोएडा में ज्यादातर जगहों पर एक्यूआई का स्तर 999 है. प्रदूषण का स्तर बढ़ने से शहर धुआं-धुआं हो गया है. इससे लोगों को गाड़ी चलाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. एक ओर जहां सर्दी की शुरुआत होने के चलते कोहरे ने दस्तक दे दी है, वहीं प्रदूषण और स्मॉग भी परेशानी का सबब बने हुए हैं.
सर्दी के दिनों में कोहरे की वजह से हाईवे पर हादसों की संख्या बढ़ जाती है, इससे बचने के लिए बेहद सावधानी बरते जाने की जरूरत है. क्योंकि धुंध की वजह से कुछ दिखाई नहीं देता, आगे चल रही गाड़ी का अंदाजा नहीं लग पाता है. इससे बचने के लिए कार में अगर डीफॉगर की सुविधा है, तो उसका इस्तेमाल जरुर करें. कई बार रियर ग्लास पर काफी मॉइश्चर आ जाता है, ऐसे में डीफॉगर से वह साफ हो जाता है. वहीं कुछ लोग सर्दी में फॉग होने पर इमरजेंसी इंडीकेटर यूज करते हैं, लेकिन हर वक्त इमरजेंसी इंडिकेटर के इस्तेमाल से बचें और हेडलाइट यूज करें.
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