असम की पूर्व यूथ कांग्रेस अध्यक्ष अंकिता दत्ता ने भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष के खिलाफ मानसिक उत्पीड़न करने को लेकर दिसपुर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने आजतक से बात करते हुए कहा कि उन्हें पार्टी से कोई शिकायत नहीं है, बल्कि एक व्यक्ति से है.
अंकिता दत्ता ने दिसपुर पुलिस स्टेशन में श्रीनिवास बीवी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि वह इस मामले में अपनी पार्टी के रुख का इंतजार कर रही हैं. उन्होंने आगे कहा कि शिकायत पार्टी से नहीं बल्कि एक व्यक्ति से है. हालांकि इस मामले में पुलिस ने अभीतक एफआईआर दर्ज नहीं की है.
दत्ता ने 18 अप्रैल को सिलसिलेवार ट्वीट कर अपनी बात रखी थी. उन्होंने आईवाईसी अध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह पिछले छह महीनों से मानसिक उत्पीड़न और लैंगिक आधार पर भेदभाव झेल रही हैं. ट्वीट्स में उन्होंने राहुल गांधी व प्रियंका गांधी को भी घेरा है. उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी के नारे ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ का क्या हुआ.'' मैं कैसे इन असुरक्षित माहौल में कार्य कर सकती हूं व किसी अन्य को प्रोत्साहित कर सकती हूं.
श्रीनिवास पर लगाए गंभीर आरोप
दत्ता ने लिखा है कि श्रीनिवास बीवी कई बार उनसे अपमानजनक शब्दों में बात कर चुके हैं. अंकिता ने यह भी आरोप लगाया है कि एक महिला को गर्भवती होते हुए भी भारत जोड़ो यात्रा करनी पड़ी और यात्रा बंद करने के लिए उसे अपना पद गंवाना पड़ा. वह इन समस्याओं को सुलझाना चाहती थीं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अंकिता ने कहा कि राहुल गांधी महिलाओं को आगे लाने की बात करते हैं, लेकिन कांग्रेस पार्टी में महिलाओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और बार-बार शिकायत करने के बाद भी कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है.
राहुल गांधी को भी दी जानकारी: दत्ता
असम युवा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के साथ मेरे पोस्टर बनाए हैं, जिसमें कहा गया है कि मैं मुख्यमंत्री को खुश करने की कोशिश कर रही हूं. अगर कोई महिला अपने अपमान की बात करती है, तो पार्टी इस तरह की प्रतिक्रिया देती है? उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान, उन्होंने वरिष्ठ नेता राहुल गांधी को श्रीनिवास से हुए उत्पीड़न के बारे में अवगत कराया लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. श्रीनिवास बी.वी. लगता है कि वह बहुत शक्तिशाली हैं और उन्हें बड़े नेताओं का आशीर्वाद है कि वह संगठन में महिला को परेशान और अपमानित कर सकते हैं.
महिला आयोग ने लिया संज्ञान
वहीं इस मामले के सामने आने पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी संज्ञान लिया है. महिला आयोग का कहना है कि वह डॉ अंगकिता दत्ता द्वारा लगाए गए आरोपों से "निराश" और "हैरान" हैं. उनकी तरफ से डीजीपी, असम को पत्र लिखा गया है और आरोपों की जांच करने के लिए कहा है. इसके साथ ही एनसीडब्ल्यू भी इसकी जांच करेगी.
(इनपुट- सारस्वत कश्यप)