केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के पूर्व निदेशक आर.सी. शर्मा का गुरुवार को निधन हो गया. वह भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के 1963 बैच के हरियाणा कैडर के अधिकारी थे और देश के कई महत्वपूर्ण मामलों की जांच में उनकी अहम भूमिका रही थी. इनमें बोफोर्स घोटाले, सिक्योरिटी घोटाले और विवादित धर्मगुरु चंद्रास्वामी से जुड़े मामलों की जांच शामिल है.
पीटीआई के मुताबिक आर.सी. शर्मा ने 30 जून 1997 से 31 जनवरी 1998 तक सीबीआई प्रमुख के रूप में कार्य किया. वह जोगिंदर सिंह के बाद इस पद पर नियुक्त हुए थे. अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई संवेदनशील मामलों को निष्पक्षता और ईमानदारी से संभाला. उनकी कार्यशैली और कर्तव्यपरायणता के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा.
सीबीआई ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा, "सीबीआई उनके परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करती है और प्रार्थना करती है कि भगवान उन्हें इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति दें."
सीबीआई निदेशक प्रवीण सूद ने भी शोक जताते हुए कहा, "पूरी सीबीआई बिरादरी की संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं. हम उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हैं और आशा करते हैं कि उनका परिवार इस कठिन समय में धैर्य और संबल प्राप्त करें."
बता दें कि आर.सी. शर्मा का करियर कई ऐतिहासिक और चर्चित मामलों से जुड़ा रहा. उन्होंने कानून और न्याय व्यवस्था को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया. उनके नेतृत्व में सीबीआई ने कई जटिल मामलों को सुलझाने में सफलता प्राप्त की. उनके निधन से पुलिस और जांच एजेंसियों से जुड़े लोगों में शोक की लहर है. उनके सहयोगी और साथी अधिकारी उन्हें एक कर्तव्यनिष्ठ, ईमानदार और कड़े अनुशासन वाले अधिकारी के रूप में याद कर रहे हैं.