जंतर-मंतर पर बीते 23 दिनों से धरने पर बैठे पहलवानों से अलग-अलग दलों के नेता मुलाकात कर उन्हें समर्थन दे रहे हैं. प्रियंका गांधी, दीपेंद्र हुड्डा, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, अरविंद केजरीवाल समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं ने जंतर-मंतर जाकर पहलवानों को समर्थन दिया. इसके साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह भी सोमवार को पहलवानों से मिलने पहुंचे.
इससे पहले पहलवानों ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी समेत बीजेपी की महिला सांसदों को पत्र लिखकर उनका समर्थन मांगा है, ताकि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई हो सके. इस पत्र में 16 मई को देशभर के जिला मुख्यालयों पर एक दिन के सत्याग्रह की मांग भी की गई है.
हमारे पास बीजेपी की कोई महिला सांसद नहीं आई: विनेश
बीते रविवार को जंतर मंतर पर मीडिया से बात करते हुए विनेश फौगाट ने कहा कि यहां धरने पर बैठे हुए आज हमें 22 दिन हो गए हैं, लेकिन अब तक बीजेपी से कोई हमारे पास नहीं आया. कोई महिला सांसद नहीं आई. जो लोग बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देते हैं, वो लोग हमारे इस दुख में शामिल नहीं हुए हैं.
पहलवानों के पत्र में क्या लिखा था?
पहलवानों ने अपने पत्र में लिखा, "भारत की हम महिला पहलवानों का भारत के पहलवान महासंघ के अध्यक्ष द्वारा यौन उत्पीड़न किया गया है. महासंघ के अपने लंबे समय तक अध्यक्ष रहने के दौरान उन्होंने कई बार पहलवानों का यौन शोषण किया. कई बार पहलवानों ने अपनी आवाज बुलंद करने की कोशिश की लेकिन उनकी ताकत ने पहलवानों का भविष्य बर्बाद कर दिया, न्याय की तो बात ही छोड़ दीजिए."
इसमें आगे लिखा है, "अब जब पानी नाक से ऊपर जा चुका था तो हमारे पास महिला पहलवानों की इज्जत के लिए लड़ने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था. हमने अपने जीवन और खेल को एक तरफ रख दिया है और अपनी गरिमा के लिए लड़ने का फैसला किया है."
13 मई को हरियाणा कांग्रेस विधायक दल पहुंचा जंतर-मंतर
बता दें कि इससे पहले 13 मई को हरियाणा में कांग्रेस के सभी सांसद विधायकों ने जंतर-मंतर पहुंचकर पहलवानों को समर्थन दिया. कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने ट्वीट कर बताया कि हरियाणा के सभी कांग्रेस के सांसद-विधायक भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में जंतर-मंतर पहुंचकर अपनी बेटियों द्वारा न्याय के लिए जारी संघर्ष में समर्थन दिया. सरकार हमारे सब्र की और परीक्षा न ले, बेटियों को न्याय दिलवाए.