scorecardresearch
 

अटल बिहारी वाजपेयी की 98वीं जयंती आज, राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री मोदी ने 'सदैव अटल' पहुंच दी श्रद्धांजलि

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 98वीं जयंती आज मनाई जा रही है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अटल बिहारी वाजपेयी के समाधि स्थल 'सदैव अटल' पहुंचकर पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि अर्पित की है. 

Advertisement
X
पीएम मोदी ने सदैव अटल पहुंच अटल बिहारी वाजपेयी को अर्पित किए श्रद्धा सुमन (फोटोः ANI)
पीएम मोदी ने सदैव अटल पहुंच अटल बिहारी वाजपेयी को अर्पित किए श्रद्धा सुमन (फोटोः ANI)

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज 98वीं जयंती है. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई दिग्गज नेताओं ने ट्वीट कर श्रद्धांजलि दी है. वहीं, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मना रही है.

Advertisement

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समाधि स्थल 'सदैव अटल' पहुंचकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए. इससे पहले पीएम मोदी ने ट्वीट करके भी अटल बिहारी वाजपेयी को जयंती पर नमन किया. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि भारत के लिए उनका योगदान अमिट है. अटल बिहारी वाजपेयी का नेतृत्व और दूरदृष्टि लाखों लोगों के लिए प्रेरणास्रोत है.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ट्वीट कर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी श्रद्धांजलि अर्पित की है. सीएम योगी ने ट्वीट कर कहा कि मूल्यों और आदर्शों की राजनीति के साधक, प्रखर वक्ता, उत्कृष्ट कवि, पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि. आपका ऋषियों जैसा जीवन सभी राष्ट्र आराधकों के लिए प्रेरणा है.

सीएम योगी ने साथ ही सुशासन दिवस की शुभकामनाएं भी दी हैं. गौरतलब है कि बीजेपी की ओर से अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद उनकी जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मनाने का ऐलान किया गया था. बीजेपी की ओर से अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है. बीजेपी की ओर से आज भी सुशासन दिवस पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं.

Advertisement

गृह मंत्री, रक्षा मंत्री भी सदैव अटल पहुंचे

गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी सदैव अटल पहुंचकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत पार्टी के कई दिग्गज नेताओं ने भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समाधि स्थल पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी.

राहुल गांधी भी जाएंगे सदैव अटल

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुंच चुकी है. राहुल गांधी के 25 दिसंबर को अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उनकी समाधि 'सदैव अटल' जाने का कार्यक्रम है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समाधि स्थल पहुंचकर श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे.

राहुल गांधी के आज अटल बिहारी वाजपेयी के समाधि स्थल अटल समाधि के साथ ही राजीव गांधी के समाधि स्थल वीर भूमि, इंदिरा गांधी के समाधि स्थल शक्ति स्थल, पंडित जवाहरलाल नेहरू के समाधि स्थल शांति वन भी पहुंचने का कार्यक्रम है. राहुल गांधी विजय घाट पहुंचकर पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री और राजघाट पहुंचकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को भी श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.

25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में हुआ था जन्म

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में हुआ था. अटल बिहारी वाजपेयी ने स्वतंत्रता संग्राम में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. वे साल 1942 में महात्मा गांधी के भारत छोड़ो आंदोलन में खासे एक्टिव रहे और जेल भी गए. अटल बिहारी वाजपेयी ने ग्वालियर से ही शुरुआती पढ़ाई की और इसके बाद कानपुर चले आए.

Advertisement

अटल बिहारी वाजपेयी ने कानपुर के डीएवी कॉलेज से एलएलबी की. अटल बिहारी वाजपेयी और उनके पिता ने एलएलबी की पढ़ाई साथ ही की और इस दौरान दोनों पिता-पुत्र हॉस्टल के एक ही कमरे में रहते भी थे. बाद में अटल सियासत में आ गए. उन्होंने देश में खंडित जनादेश के दौर में गठबंधन के नए मानक स्थापित किए.

सफलतापूर्वक चलाई 27 दलों की गठबंधन सरकार

अटल बिहारी वाजपेयी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री थे जिन्होंने 27 छोटी-बड़ी सियासी पार्टियों के गठबंधन की सरकार सफलतापूर्वक चलाई और कार्यकाल पूरा किया. अटल बिहारी वाजपेयी का 16 अगस्त 2018 को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था.

 

Advertisement
Advertisement