पात्रा चॉल घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत पर ईडी ने शिकंजा कस दिया है. रविवार को ED की टीम ने सुबह 7 बजे राउत के भांडुप स्थित घर पर रेड की. तब से लेकर अब तक छापेमारी जारी है.
ईडी ने संजय राउत पर जांच में सहयोग न करने का आरोप लगाया है. सूत्रों के मुताबिक जब उन्हें जांच एजेंसी ने अपने साथ ED ऑफिस चलने के लिए कहा तो उन्होंने कहा कि वे मौजूदा सांसद हैं. उन्होंने 7 अगस्त तक का समय मांगा था.राउत ने कहा कि ईडी को इस बारे में सूचित किया गया था. राउत के घर छापा पड़ने के बाद कई नेताओं ने इस पर प्रतिक्रिया दी है.
NCP प्रमुख शरद पवार ने कहा, 'कई लोगों को ईडी का नोटिस मिला है. जांच एजेंसियां, चाहे वह ईडी हो, सीबीआई हो, आईटी हो या राज्य की एजेंसियां, ये सभी शिकायत मिलने पर जांच करती हैं. संजय राउत के मामले में यह बार-बार हो रहा है, इसलिए इसके पीछे का सही कारण वही बता सकते हैं.
शिवसेना नेता (उद्धव गुट) अरविंद सावंत ने कहा, 'महाराष्ट्र के राज्यपाल खुद कहते हैं कि अगर गुजराती और राजस्थानी महाराष्ट्र छोड़ देंगे, तो मुंबई आर्थिक राजधानी नहीं रह जाएगी. उनके मुताबिक धनवान कौन हैं? और छापेमारी का सामना कौन (संजय राउत) कर रहा है? तो इसके पीछे कौन है? भाजपा.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, 'अगर उन्होंने (संजय राउत) कुछ गलत नहीं किया है तो डर क्यों रहे हैं? वह महाविकास अघाड़ी के बड़े नेता थे. ईडी से डरकर किसी को भी हमारी पार्टी से जुड़ने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि ईडी पहले भी इस मामले में जांच कर चुकी है. जांच एजेंसी सिर्फ अपना काम कर रही है. अगर ईडी केंद्र सरकार के दबाव में काम कर रही हैं तो सुप्रीम कोर्ट को इस पर एक्शन लेना चाहिए.
अमरावती की सांसद नवनीत कौर राणा ने कहा कि पहले ही ED को यह कार्रवाई करनी थी, लेकिन आज एक्शन लिया जा सका. जल्द संजय राउत को ईडी गिरफ्तार कर लेगी और वह जेल के अंदर होंगे. नवनीत राना ने राउत पर तंज कसते हुए कहा,'वह कह रहे हैं कि महाराष्ट्र की जनता के लिए लड़ेंगे, लेकिन उन्होंने उसी महाराष्ट्र की जनता की खून पसीने की कमाई के पैसे भ्रष्टाचार के जरिए कमा लिए.
शिंदे गुट के विधायक संजय शिरसाट ने कहा, 'ईडी के अधिकारी पूरी तैयारी के साथ टीम लेकर गए हैं. जो व्यक्ति गुवाहाटी से हमारी डेड बॉडी लाने की बात कर रहा था, वह आज परेशान है. क्योंकि भगवान के घर देर है, अंधेर नहीं. जैसी करनी वैसी भरनी.