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'भारत ने एक महान व्यक्ति खो दिया', मनमोहन सिंह के निधन पर क्या बोले अमेरिका-फ्रांस समेत दूसरे देश

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने उन्हें "यूएस-इंडिया रणनीतिक साझेदारी के सबसे बड़े समर्थकों में से एक" बताया. उन्होंने कहा, "डॉ. सिंह के नेतृत्व ने अमेरिका-भारत सिविल न्यूक्लियर कोऑपरेशन एग्रीमेंट को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई. उनके आर्थिक सुधारों ने भारत की तेज आर्थिक प्रगति को गति दी."

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मनमोहन सिंह (फाइल फोटो)
मनमोहन सिंह (फाइल फोटो)

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर सिर्फ देश ही नहीं दुनियाभर से शोक संदेश आए हैं. अमेरिका, कनाडा, फ्रांस और श्रीलंका सहित कई देशों के नेताओं ने उनके निधन पर गहरा दुख जताया है. पड़ोसी देशों नेपाल, मालदीव और अफगानिस्तान के नेताओं ने भी गहरा शोक व्यक्त करते हुए डॉ. सिंह के योगदान और उनके देशों के साथ उनके मधुर संबंधों को याद किया.

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पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह को भारत के आर्थिक सुधारों का वास्तुकार माना जाता है. गुरुवार रात दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में उनका निधन हो गया. वह 92 वर्ष के थे. उनके परिवार में उनकी पत्नी गुरशरण कौर और तीन बेटियां हैं.

अमेरिका, फ्रांस और कनाडा के नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने उन्हें "यूएस-इंडिया रणनीतिक साझेदारी के सबसे बड़े समर्थकों में से एक" बताया. उन्होंने कहा, "डॉ. सिंह के नेतृत्व ने अमेरिका-भारत सिविल न्यूक्लियर कोऑपरेशन एग्रीमेंट को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई. उनके आर्थिक सुधारों ने भारत की तेज आर्थिक प्रगति को गति दी." फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा, "भारत ने एक महान व्यक्ति और फ्रांस ने एक सच्चा मित्र खो दिया है. उन्होंने अपने जीवन को अपने देश के लिए समर्पित कर दिया." कनाडा के पूर्व प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर ने डॉ. सिंह को "असाधारण बुद्धिमत्ता, ईमानदारी और विवेक के धनी व्यक्ति" के रूप में याद किया.

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पड़ोसी देशों ने जताया शोक
नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल 'प्रचंड' ने कहा, "डॉ. मनमोहन सिंह एक दूरदर्शी नेता और असाधारण राजनेता थे. उनका योगदान आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा." मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने उन्हें "एक दयालु पिता के समान और मालदीव का सच्चा मित्र" बताया. श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने कहा, "डॉ. मनमोहन सिंह भारत के आर्थिक उदारीकरण के वास्तुकार थे और उन्होंने भारत के लिए एक नए युग की शुरुआत की." अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने उन्हें "अफगानिस्तान के लोगों के सच्चे मित्र और सहयोगी" के रूप में याद किया.

मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने डॉ. सिंह को "भारत के आर्थिक सुधारों का जनक और अपना हितैषी सच्चा दोस्त" बताया. उन्होंने अपनी भावनाएं शेयर करते हुए उन्होंने कहा कि, कठिन दिनों में डॉ. सिंह ने उनके बच्चों को स्कॉलरशिप की पेशकश की थी. जो उनकी उदारता और मानवीयता का प्रतीक था. सरकारी सूत्रों ने बताया कि डॉ. मनमोहन सिंह के सम्मान में सात दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है. उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ शनिवार किया जाएगा.

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