गोवा में हाल ही में दो नाबालिग लड़कियों से हुई रेप की वारदात के बाद राज्य सरकार विपक्षी पार्टियों के निशाने पर है. इस बीच गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत द्वारा विधानसभा में दिए गए बयान पर भी बवाल मच गया है. मुख्यमंत्री ने कहा था कि बच्चों के माता-पिता को ध्यान देना चाहिए कि उनके बच्चे रात में कहां जा रहे हैं. अब इसी पर विपक्ष मुख्यमंत्री को घेर रहा है.
दरअसल, विधानसभा में इस घटना पर चर्चा के दौरान प्रमोद सावंत ने बयान दिया कि अगर एक 14 साल का बच्चा पूरी रात बीच पर रहता है, तो माता-पिता को विचार करने की ज़रूरत है. क्योंकि बच्चे नहीं सुनते हैं, ऐसे में हम सिर्फ सरकार और पुलिस पर ही सारी ज़िम्मेदारी नहीं डाल सकते हैं. मुख्यमंत्री के इसी बयान पर हंगामा मच गया है.
CM के बयान पर आगबबूला हुआ विपक्ष
गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विधायक विजय सरदेसाई ने मुख्यमंत्री पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि राज्य के नागरिकों की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी पुलिस और सरकार की है, अगर वो ऐसा नहीं कर सकते हैं तो मुख्यमंत्री को पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है.
DISGRACEFUL, UNACCEPTABLE. The @goacm must be living in the Stone Age, but the world has moved on. By harbouring such revolting notions in this day and age, he’s proven that his govt is prejudiced and misogynistic. What safety and security can women expect from this @GovtofGoa? https://t.co/PPjLfxGMJ2
— Goa Forward (@Goaforwardparty) July 28, 2021
निर्दलीय विधायक रोहन खाउंते ने इस मामले पर ट्वीट किया कि ये हैरान करने वाला है कि मुख्यमंत्री बच्चों के अभिभावकों पर दोष लगा रहे हैं. अगर राज्य सरकार नागरिकों को सुरक्षा नहीं दे सकती है, तो कौन देगा. गोवा हमेशा से ही महिलाओं के लिए सुरक्षित रहा है, लेकिन बीजेपी सरकार के राज में ऐसा नहीं रहा.
अभी तक चार आरोपी गिरफ्तार
दरअसल, बुधवार को प्रमोद सावंत ने सदन में बयान दिया कि हम हमेशा पुलिस पर निशाना साधते हैं, इस मामले में दस युवा बीच पर पार्टी के लिए गए थे. इनमें से 6 वापस आ गए थे, जबकि 4 पूरी रात वहीं पर थे. दो लड़के, दो लड़कियां पूरी रात बीच पर थे. नाबालिगों का इस तरह पूरी रात बीच पर अकेले रहना ठीक नहीं है.
आपको बता दें कि ये मामला 24 जुलाई का है, जब गोवा के बेनालिम बीच पर मौजूद दो नाबालिग लड़कियों के साथ रेप किया गया, जबकि उनके साथ मौजूद दो लड़कों के साथ मारपीट की गई. इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, इनमें से एक सरकारी कर्मचारी है.