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गोवा के खातरनाक वाटरफॉल पर्यटकों के लिए बंद, कई लोगों की हो चुकी है मौत

गोवा में खतरनाक झरनों पर होने वाली मौतों को लेकर सरकार ने यहां पर्यटकों के जाने पर रोक लगाने का फैसला लिया. ताकि बारिश के मौसम में इन झरनों पर होनी वाली मौतों पर रोक लगाई जा सके. साथ ही शराब पीकर ऐसी जगहों पर आने वाले टूरिस्टों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

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गोवा का एक झरना
गोवा का एक झरना

अब गोवा में वर्षा पर्यटन के लिए आने वाले पर्यटकों के लिए एक बुरी खबर है. मानसून के दौरान गोवा के खतरनाक झरनों पर पर्यटकों के जाने पर रोक लगा दी गई है. सरकार द्वारा यह प्रतिबंध पिछले कुछ सालों में झरने पर मौज-मस्ती करने वाले कुछ पर्यटकों की आकस्मिक मृत्यु के कारण लगाया गया है.

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वन मंत्री डॉ. विश्वजीत राणे ने कहा कि सबसे खतरनाक झरनों को पर्यटकों के लिए पूरी तरह से बंद किया जाएगा. वहीं कम खतरनाक झरनों की भौगोलिक स्थिति का निरीक्षण कर निर्णय लिया जाएगा. मंत्री राणे ने यह भी कहा कि अगर पर्यटक शराब पीकर झरने में प्रवेश करेंगे तो उन पर्यटकों के खिलाफ तुरंत मामला दर्ज किया जाएगा.

इन झरनों पर रोक
गोवा में सत्तारी, नेत्रावली, सुरला के साथ-साथ मोरले और दूधसागर झरनों पर भी पर्यटकों की भारी भीड़ रहती है. पिछले साल शराब पीकर मौज-मस्ती करते हुए कुछ पर्यटकों की मौत हो गई थी.इसीलिए यह निर्णय जारी रखा. ऐसा गोवा के फॉरेस्ट मिनिस्टर विश्वजीत राणे ने बताया.

देश के कई हिस्सों से पहुंचते हैं लोग
बता दें कि गोवा में बरसात के दिनों में ऐसे झरनों पर खासी भीड़ जमा होती है. झरने में मौज मस्ती के लिए देश के दूसरे हिस्से से भी लोग आते हैं. ऐसे में इन जगहों पर की घटनाएं हुई हैं और कई लोगों की अबतक जान जा चुकी है. इस लिए इस तरह का फैसला लिया गया.

इनपुट - रितेश देसाई
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