पुलिस ने सोमवार को एक न्यूज एजेंसी को बताया कि गोवा में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए गैर-मौजूद विला में फर्जी बुकिंग करके सैकड़ों पर्यटकों को ठगने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस बात की जानकारी एक अधिकारी ने एक न्यूज एजेंसी को दी. जानकारी के अनुसार आरोपी हैदराबाद में किराए के मकान से काम करता था और 2022 से पर्यटकों को ठग रहा था.
पुलिस अधीक्षक (उत्तर) अक्षत कौशल ने बताया कि आरोपी सौरभ दुसेजा, ग्वालियर, मध्य प्रदेश निवासी और हैदराबाद निवासी सैयद अली मुख्तार, मोहम्मद फिरोज और मोहम्मद अजहरुद्दीन सैफ करोड़ों रुपये के घोटाले में शामिल हैं. कौशल ने बताया कि यह घोटाला चंडीगढ़ निवासी की शिकायत के बाद सामने आया, जिसे ऑनलाइन विला बुक करने का प्रयास करते समय 20000 रुपये की ठगी का शिकार होना पड़ा. मौके पर पहुंचने पर उसे पता चला कि विला मौजूद ही नहीं है.
पुलिस अधीक्षक के मुताबिक हैदराबाद में किराए के कमरे से काम करते हुए आरोपी संभावित पीड़ितों से कॉल प्राप्त करते थे और विश्वास बनाने के लिए महिला टेलीफोन ऑपरेटरों का इस्तेमाल करते थे. कौशल ने कहा कि गिरोह ऑनलाइन बुकिंग प्लेटफॉर्म पर खामियों का फायदा उठाकर बेखबर पर्यटकों को ठगता था.
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि गोवा पुलिस को हाल ही में पर्यटकों को निशाना बनाने वाले ऑनलाइन धोखेबाजों के बारे में कई शिकायतें मिली हैं. पीड़ितों ने कहा कि उन्हें ऑनलाइन बुकिंग प्लेटफॉर्म पर फर्जी विला लिस्टिंग के जरिए ठगा गया, जहां उनसे गैर-मौजूद संपत्तियों के लिए अग्रिम भुगतान करने के लिए कहा गया. शुरुआती जांच के अनुसार 500 से अधिक लोग इस घोटाले के शिकार हुए हैं.