गोगामेड़ी हत्याकांड में पुलिस की छानबीन जारी है. इसे लेकर Jaipur City Police Commissioner ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के दोनों शूटरों सहित तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. राजस्थान पुलिस ने दिल्ली पुलिस की मदद से इस मामले में शूटर रोहित राठौड़ और नितिन फौजी के साथ उनके सहयोगी उधम सिंह को चंडीगढ़ से शनिवार देर रात पकड़ा है.
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ ने रविवार को दोपहर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद पुलिस की टीमें लगातार बदमाशों के पीछे लग गईं थी. एसआईटी से मिले इनपुट और आरोपियों के रूट मैप का पता चला.आरोपी डीडवाना से पहले हिसार गए.
उन्होंने कहा कि, एक तरफ जहां आरोपी कहां रहते हैं इसकी जानकारी ली और दूसरी ओर उनकी खोज भी जा रही है. उधर आरोपी हरियाणा की ओर भागते हुए हिसार पहुंच गए. दिल्ली स्पेशल पुलिस टीम ने हिसार से हमारी मदद की. रियल टाइम लोकेशन मिलने के बाद हमने आरोपियों को हिरासत में लिया. हमने अपनी जांच शुरू कर दी है. हमने रामवीर जाट की आठ दिन की पुलिस हिरासत ले ली है. यह पहला स्टेप है. दूसरे स्टेप में मुख्य साजिशकर्ता को ट्रैप किया जाएगा.
दिल्ली पुलिस ने रविवार को कहा कि जयपुर में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को कथित तौर पर गोली मारने वाले दोनों व्यक्ति भागने के दौरान चंडीगढ़ के एक होटल में फर्जी आईडी पर ठहरे थे. सूत्रों ने कहा कि दोनों हमलावरों - जयपुर के रोहित राठौड़ और हरियाणा के महेंद्रगढ़ के नितिन फौजी - ने देश से भागने की योजना बनाई थी और कथित तौर पर गोगामेड़ी को मारने के लिए प्रत्येक को 50,000 रुपये देने का वादा किया गया था.
दोनों कथित हत्यारों को दिल्ली और राजस्थान पुलिस की टीमों ने शनिवार रात चंडीगढ़ के सेक्टर 24 स्थित होटल कमल पैलेस से गिरफ्तार किया. उनके साथ एक अन्य सहयोगी उधम सिंह भी थे जिन्होंने कथित तौर पर उन्हें गिरफ्तारी से बचने के लिए साजोसामान सहायता प्रदान की थी. पुलिस उपायुक्त (अपराध) अमित गोयल ने पीटीआई-भाषा को बताया, ''आगे की पूछताछ के लिए तीनों को राजस्थान पुलिस जयपुर ले गई है.''
गोयल ने कहा कि अपराध में इस्तेमाल किए गए हथियार अभी तक बरामद नहीं हुए हैं. विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र यादव के अनुसार, 5 दिसंबर को जयपुर में गोगामेड़ी के घर पर हत्या करने के तुरंत बाद दिल्ली पुलिस शूटरों पर नज़र रख रही थी. यादव ने कहा, राजस्थान एडीजी (अपराध) दिनेश एमएन द्वारा साझा किए गए प्रारंभिक इनपुट के अनुसार, गोगामेडी की हत्या करने के बाद, दोनों हमलावर एक टैक्सी में डीडवाना भाग गए थे, जहां से उन्होंने बस ली.
उन्होंने बताया कि इसके बाद दोनों धारूहेड़ा में उतरे और एक ऑटोरिक्शा लेकर रेवाड़ी रेलवे स्टेशन पहुंचे, जहां से वे हिसार के लिए ट्रेन में चढ़ गए. दिल्ली पुलिस द्वारा हिसार रेलवे स्टेशन से एकत्र किए गए सीसीटीवी फुटेज में दोनों को स्टेशन से बाहर निकलते हुए दिखाया गया है. विशेष सीपी (अपराध) ने कहा, राठौड़ को टोपी और शॉल पहने देखा जा सकता है.
उन्होंने बताया कि इसके बाद राठौड़ और फौजी उधम सिंह के दोस्त उधम सिंह से मिले जिन्होंने उन्हें पुलिस से छिपने में मदद की. एक अन्य पुलिस अधिकारी के अनुसार, फौजी और सिंह चार साल पहले उसी केंद्र में भारतीय सेना के लिए प्रशिक्षण लेने के बाद परिचित हुए.