जम्मू कश्मीर में टारगेट किलिंग की बढ़ती घटनाओं, बढ़ती आतंकी गतिविधियों को लेकर केंद्र सरकार ने सख्त रुख अपना लिया है. गृह मंत्रालय एक के बाद एक अलगाववादी संगठनों को बैन करने, अलगाववादी गतिविधियों में संलिप्त लोगों को आतंकी घोषित करने की कार्रवाई कर रहा है. गृह मंत्रालय ने लगातार तीन दिन में तीन को आतंकी घोषित किया है.
गृह मंत्रालय ने तीन दिन में तीन लोगों को आतंकी घोषित करने के साथ ही दो संगठनों पर बैन लगा दिया है. गृह मंत्रालय ने शुक्रवार यानी 6 जनवरी को पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट (पीएफएफ) पर बैन लगाने का ऐलान कर दिया है. पीएफएफ पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का प्रॉक्सी संगठन बताया जाता है.
पीएफएफ को बैन करने के साथ ही गृह मंत्रालय ने अरबाज अहमद मीर को भी आतंकी घोषित कर दिया है. अरबाज अहमद मीर जम्मू कश्मीर का रहने वाला है. गृह मंत्रालय के मुताबिक अरबाज अहमद मीर इस समय पाकिस्तान में है और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम कर रहा है. गृह मंत्रालय ने अरबाज को भी आतंकी घोषित कर दिया है.
गृह मंत्रालय ने पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट को बैन करने, अरबाज अहमद मीर को आतंकी घोषित करने की कार्रवाई गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 यानी यूएपीए के तहत की है. गृह मंत्रालय ने जम्मू कश्मीर में सक्रिय आतंकियों की कमर तोड़ने के लिए पिछले तीन दिन में पांच बड़े एक्शन लिए हैं.
एक दिन पहले ही लगा था टीआरएफ पर बैन
गृह मंत्रालय ने एक दिन पहले ही आतंक को लेकर दो बड़े एक्शन लिए थे. गृह मंत्रालय ने लश्कर-ए-तैयबा के प्रॉक्सी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट यानी टीआरफ पर बैन का ऐलान किया था. गृह मंत्रालय ने टीआरएफ को बैन करने के साथ ही इस्लामिक स्टेट जम्मू कश्मीर के मुख्य भर्तीकर्ता अबू उस्मान अली कश्मीरी उर्फ एजाज अहमद को भी आतंकी घोषित कर दिया था.
इससे भी एक दिन पहले सरकार ने जम्मू कश्मीर में सक्रिय लश्कर कमांडर मोहम्मद अमीन उर्फ अबू खुबैब के खिलाफ भी यूएपीए के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की थी. सरकार ने अबू खुबैब को भी यूएपीए के तहत आतंकी घोषित कर दिया था. गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में टारगेट किलिंग की घटनाओं के साथ ही आतंकी गतिविधियों में इजाफा हुआ है जिसके बाद गृह मंत्रालय एक्शन में आ गया है.