कुन्नूर हेलिकॉप्टर हादसे में जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद सरकार जल्द ही अगले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति के लिए प्रकिया शुरू कर सकती है. मौजूदा सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे अगले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बनने की रेस में सबसे आगे हैं.
नए सीडीएस की नियुक्ति को लेकर कई सेवानिवृत्त सैन्य कमांडरों ने कहा कि जनरल नरवणे को शीर्ष सैन्य पद पर नियुक्त करना समझदारी होगी क्योंकि वह पांच महीने में सेनाध्यक्ष के रूप में सेवानिवृत्त हो रहे हैं.
नियुक्ति के लिए तैयार होगा पैनल
एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार सरकार नए सीडीएस की नियुक्ति के लिए एक छोटा पैनल तैयार करेगी जिसमें सेना, नौसेना और वायु सेना के वरिष्ठ कमांडर शामिल होंगे. अगले दो से तीन दिनों में तीनों सेनाओं की सिफारिशों के आधार पर पैनल को अंतिम रूप दिया जाएगा और फिर इसे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा.
रक्षा मंत्री द्वारा अनुमोदन के बाद, नामों को कैबिनेट की नियुक्ति समिति द्वारा विचार के लिए भेजा जाएगा जो भारत के अगले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) पर अंतिम निर्णय लेगी.
सरकार सीडीएस की नियुक्ति के लिए उसी प्रोटोकॉल का पालन करेगी जो सेवा प्रमुखों की नियुक्ति के लिए निर्धारित है. सीडीएस शक्तिशाली चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (सीओएससी) के अध्यक्ष होते हैं जिसमें तीन सेवा प्रमुख भी शामिल हैं.
अप्रैल में रिटायर हो रहे हैं नरवणे
रिपोर्ट के मुताबिक, जनरल नरवणे को उनके समग्र प्रदर्शन के साथ-साथ पूर्वी लद्दाख में गतिरोध से निपटने में सफल होने की वजह से इस पद के लिए चुने जाने की संभावना ज्यादा है. थल सेना प्रमुख नरवणे अगले साल अप्रैल में सेवानिवृत्त होने वाले हैं.
इतना ही नहीं जनरल नरवणे तीनों सेना प्रमुखों में वरिष्ठता के लिहाज से भी सबसे ऊपर हैं. IAF प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने 30 सितंबर और 30 नवंबर को अपने-अपने पद संभाले थे.
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