असम के तिनसुकिया जिले के डिगबोई स्थित ऑयल टाउनशिप में शुक्रवार को ग्रेनेड ब्लास्ट हुआ. इस ब्लास्ट में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर दो हो गई है. एक और घायल शख्स ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस घटना को लेकर असम के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा से बात की.
मुख्यमंत्री सरमा ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि तिनसुकिया जिले में तिंगरई बाजारा में ग्रेनेड विस्फोट के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें फोन किया था. शाह ने हमले में मारे गए दोनों लोगों के परिवार के प्रति संवेदना जताई है.
उन्होंने कहा कि मैंने गृह मंत्री को मामले की जानकारी दी और बताया कि असम पुलिस को हमले को अंजाम देने वाले आरोपियों के खिलाफ तेजी से कार्रवाई करते हुए उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया है. हालांकि अभी तक यह साफ नहीं है कि धमाके पीछे साजिशकर्ता कौन है?
हिमंत बिस्व सरमा ने हमले की निंदा की है और प्रदेश के डीजीपी को निर्देशित करते हुए कहा कि इस वारदात के दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई की जाए.
10 मई को सीएम पद की ली शपथ
असम के नए मुख्यमंत्री के रूप में सोमवार (10 मई) को हिमंत बिस्व सरमा ने शपथ ली. लगातार दूसरी बार सत्ता में आई भारतीय जनता पार्टी ने इस बार अपना मुख्यमंत्री बदल दिया है और सर्वानंद सोनोवाल की जगह हिमंत बिस्व सरमा को मौका दिया है. मंगलवार को नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक होनी है. लेकिन शपथ लेने के बाद सोमवार को ही हिमंत बिस्व सरमा ने बड़ा ऐलान कर दिया.
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हिमंत ने कहा है कि उनकी सरकार चुनाव में किए गए सभी वादों को पूरा करेगी, जिसमें लव जिहाद-लैंड जिहाद के खिलाफ कानून लाने की बात भी शामिल है. शपथ लेने के बाद हिमंत बिस्व सरमा ने एनआरसी को लेकर भी बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बॉर्डर से सटे जिलों में 20 फीसदी और अन्य जिलों में 10 फीसदी री-वेरिफिकेशन की पक्षधर है और इसी की मांग करेगी.
बता दें, असम में चुनाव नतीजे आने के एक हफ्ते तक बीजेपी में मुख्यमंत्री पद को लेकर मंथन चलता रहा. लेकिन रविवार को हिमंत बिस्व सरमा के नाम पर मुहर लगी, सोमवार को उन्होंने अपने मंत्रिमंडल के साथ शपथ भी ले ली.