नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ में 18 यात्रियों की जान गई है. लेकिन इस घटना के बावजूद कई जगहों पर अब भी भीड़ का आलम देखने को मिल रहा है. वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पर भी यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. यहां की व्यवस्था और सुरक्षा का जायजा लेने के लिए आजतक की टीम ग्राउंड जीरो पर पहुंची तो अलग-अलग प्लेटफार्म पर अव्यवस्था नजर आई.
प्लेटफार्म नंबर-4 पर अव्यवस्था
आनंद विहार से बिहार के रास्ते मालदा जाने वाली ट्रेन जैसे ही प्लेटफार्म नंबर चार पर पहुंची वैसे ही ट्रेन में चढ़ने को लेकर मारामारी शुरू हो गई. महिलाएं बुजुर्ग बच्चों के साथ ट्रेन की अलग-अलग बोगियों पर लटकते हुए अंदर जाने के लिए जद्दोजहद करते दिखाई पड़े. कुछ देर बाद जैसे ही ट्रेन चली तब लोग लोग अपने जान की परवाह किए बगैर बोगियों के गेट पर ही अपने भारी भरकम लगेज के साथ लटकते हुए ट्रेन की दिशा में बढ़ने लगे. इस दौरान कोई भी सुरक्षाकर्मी नजर नहीं आया.
सुरक्षा के इंतजाम नाकाफी
ऐसे हालात सिर्फ एक ट्रेन के नहीं दिखे, बल्कि कैंट रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 3 पर आनंद विहार से मालदा जाने वाली ट्रेन जब पहुंची तो ट्रेन के AC डिब्बे में विदाउट टिकट या जनरल टिकट वाले यात्री जबरदस्ती चढ़ने लगे इसकी वजह से पहले से AC डिब्बो में सवार यात्री उतर भी नहीं पाए. कई यात्री तो ऐसे भी मिले जिन्होंने भीड़ की वजह से और AC बोगी में रिजर्वेशन होने के बावजूद भी अपनी यात्रा को कैंसिल कर दिया और वापस चले गए. इस ट्रेन की हालत यह थी कि महिलाएं टॉयलेट करने भी नहीं जा पा रही थी. क्योंकि बोगियों में इतनी ठसाठस लोग थे जो एक स्थान से दूसरे स्थान हल भी नहीं पा रहे थे. इस दौरान दिखे सुरक्षाकर्मी भी नाकाफी थे.
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कुंभ के लिए स्पेशल ट्रेन में भी मारामारी
दिल्ली रेलवे स्टेशन हादसे के पहले भी जिस तरह के दावे कुंभ स्पेशल ट्रेन को लेकर किए जा रहे थे इसकी सच्चाई जानने के लिए ग्राउंड जीरो पर उतरकर जब प्लेटफार्म नंबर दो पर लगे कुंभ स्पेशल ट्रेन की पड़ताल की गई तो यहां भी इतनी ज्यादा भीड़ थी कि चल पाना तो दूर लोग हिल भी नहीं पा रहे थे. सबसे ज्यादा दिक्कत महिलाओं बच्चों और बुजुर्गों को हो रही थी. हालांकि इस ट्रेन के यात्रियों ने यह स्वीकार किया कि अत्यधिक भीड़ की वजह से रेलवे भी बेबस हो गई है.