गुजरात में विधानसभा चुनावों के लिए दूसरे और आखिरी चरण की वोटिंग हो रही है. दूसरे चरण में 14 जिलों की 93 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं. वोटिंग खत्म होने के बाद शाम को गुजरात और हिमाचल प्रदेश के एग्जिट पोल्स (India Today Axis My India Exit Poll) आएंगे. इसी के साथ दिल्ली नगर निगम चुनाव के भी एग्जिट पोल्स आएंगे. एग्जिट पोल से एक तस्वीर सामने आ जाएगी कि गुजरात और हिमाचल में किसकी सरकार बन सकती है और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में किसके सिर ताज सजेगा. गुजरात और हिमाचल के नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे. जबकि दिल्ली नगर निगम के नतीजे 7 दिसंबर को आएंगे.
गुजरात में दूसरे चरण में 61 राजनीतिक पार्टियों के 833 उम्मीदवार मैदान में हैं. मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह पटेल की किस्मत भी आज ईवीएम में कैद हो जाएगी.
पहले चरण में 89 सीटों पर 1 दिसंबर को वोटिंग हुई थी. इसमें सौराष्ट्र, कच्छ और दक्षिण गुजरात की सीटें शामिल थीं. पहले चरण में 63.31 फीसदी मतदान हुआ था.
वहीं, हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों के लिए 12 नवंबर को वोटिंग हुई थी. हिमाचल में इस बार 75 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ था.
पिछली बार क्या रहे थे नतीजे?
गुजरात विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 18 फरवरी को तो हिमाचल विधानसभा का 8 जनवरी 2023 को खत्म हो रहा है.
2017 के चुनाव में बीजेपी ने गुजरात विधानसभा की 182 में से 99 सीटों पर जीत दर्ज की थी. कांग्रेस ने 77 सीटें हासिल की थीं. चुनाव के बाद बीजेपी ने विजय रूपाणी को मुख्यमंत्री बनाया गया था. हालांकि, सितंबर 2021 में रूपाणी की जगह भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बना दिया गया था.
गुजरात में 2017 में 9 दिसंबर से 14 दिसंबर के बीच वोटिंग हुई थी. 18 दिसंबर को नतीजे आए थे. गुजरात विधानसभा में बहुमत के लिए 92 सीटें जरूरी है.
वहीं, हिमाचल विधानसभा की 68 सीटों के लिए 2017 में 9 नवंबर को वोटिंग हुई थी. बीजेपी ने 68 में से 44 सीटों पर जीत दर्ज की थी. जबकि, कांग्रेस ने 21 सीटें हासिल की थी. जयराम ठाकुर को मुख्यमंत्री बनाया गया था.
हिमाचल में बीजेपी-कांग्रेस में मुकाबला, तो गुजरात में AAP ठोक रही ताल
हिमाचल प्रदेश में इस बार भी मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही माना जा रहा है. तो वहीं, गुजरात में इस बार तमाम बड़े ऐलानों के साथ दिल्ली की सत्ताधारी पार्टी AAP भी मैदान में है. ऐसे में गुजरात में भाजपा, कांग्रेस, और आप के बीच मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है.
बीजेपी के लिए गुजरात क्यों अहम?
गुजरात में बीजेपी के लिए जीत दो लिहाज से बड़ी खास है. पहला तो ये कि गुजरात पीएम मोदी का गृह राज्य है. मोदी अक्टूबर 2001 से मई 2014 तक यहां के मुख्यमंत्री रहे हैं. और दूसरा ये कि 1995 से बीजेपी यहां सत्ता में बनी हुई है.
1995 में पहली बार बीजेपी की सरकार बनी थी और केशुभाई पटेल मुख्यमंत्री बने थे. तब से कांग्रेस यहां वापसी नहीं कर पाई है. हालांकि, 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कड़ी टक्कर दी थी और 182 में से 77 सीटें हासिल कर ली थीं.
MCD में 4 दिसंबर को हुई थी वोटिंग
दिल्ली नगर निगम के 250 वार्ड में 4 दिसंबर को मतदान हुआ था. इस बार 1349 उम्मीदवार मैदान में हैं. एमसीडी चुनाव के नतीजे 7 दिसंबर को आएंगे. एमसीडी में इस बार 1.45 करोड़ वोटर थे. इनमें से 50% वोटरों ने मतदान किया. दिल्ली नगर निगम दुनिया के सबसे बड़े निकायों में से एक है. अभी यहां बीजेपी सत्ता में है.