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ज्ञानवापी विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में कल होगी सुनवाई, एएसआई से सर्वेक्षण करवाने वाली मांग भी सुनेगा कोर्ट

काशी में ज्ञानवापी विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को सुनवाई होगी. कोर्ट के आदेश पर सीलबंद किए गए वजूखाने के वैज्ञानिक और तकनीकी सर्वे की मांग वाली अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा. अर्जी में वजूखाना और आसपास के सील एरिया में एएसआई से ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार सहित अन्य वैज्ञानिक तरीकों से सर्वे करवाने की गुहार लगाई गई है.

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फाइल फोटो
फाइल फोटो

काशी में ज्ञानवापी विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को सुनवाई होगी. कोर्ट के आदेश पर सीलबंद किए गए वजूखाने के वैज्ञानिक और तकनीकी सर्वे की मांग वाली अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा. अर्जी में वजूखाना और आसपास के सील एरिया में एएसआई से ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार सहित अन्य वैज्ञानिक तरीकों से सर्वे करवाने की गुहार लगाई गई है.

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एएसआई से सर्वेक्षण करवाने की मांग पर भी सुनवाई
कोर्ट में दाखिल इस याचिका के मुताबिक ज्ञानवापी की इमारत के नीचे मौजूद 10 तहखानों की भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण यानी एएसआई से सर्वेक्षण करवाने की मांग पर भी सुनवाई होगी. ज्ञानवापी में मौजूद जिन खंभों का एएसआई ने अपनी रिपोर्ट में जिक्र किया है ये पुराने हैं. इन पर प्लास्टर भी किया गया है. उनके सर्वे की मांग पर भी अदालत सुनवाई करेगी.

चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदी वाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की पीठ के सामने आइटम 35 के तौर पर अंजुमन इंतजामिया मसाजिद बनाम राखी सिंह और अन्य की अर्जी लगी है. उस दिन विचार 3 विंदु हैं. अव्वल तो ये कि कई महीनों से वजूखाने के सड़ रहे पानी में मछलियों के मरने से फैली गंदगी की सफाई की अनुमति सुप्रीम कोर्ट ने दी थी. उस पर अमल हो गया या नहीं! 

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दूसरा विंदु ये कि हिंदू पक्ष के मुकदमे के सुनवाई योग्य न होने की अंजुमन इंतजामिया कमिटी की गुहार. और वजूखाने की सील खोल कर उसका भी वैज्ञानिक सर्वे करवाए जाने की मांग. वो भी शिवलिंग जैसी रचना को नुकसान पहुंचाए बिना. अब ये तो पीठ को विचार करना है कि पहले किस विंदु पर सुनवाई हो. वैसे तो वाराणसी जिला अदालत के आदेश पर व्यास जी के तहखाने में मौजूद देव विग्रहों की पूजा-अर्चना जारी है. उत्सुक दर्शनार्थी भी लगातार आ रहे हैं. काशी विश्वनाथ मंदिर प्रबंधन कमेटी स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर दर्शन का प्रबंध कर रही है. अभी लोग बाहर बने झरोखे से ही तहखाने की झांकी ले रहे हैं.

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