ज्ञानवापी मस्जिद विवाद के बीच काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत कुलपति तिवारी ने बड़ा दावा कर दिया है. उनका कहना है कि मस्जिद के पूरब वाले हिस्से में नीचे की ओर ऐश्वर्य मंडप मौजूद है और लोग उसे तहखाना कहते हैं. वहां पर खजाना भी रखा हुआ है. महंत ने यह दावा हिंदू धर्मग्रंथों के आधार पर किया है.
महंत कुलपति तिवारी का कहना है कि मस्जिद के तहखाने यानी ऐश्वर्य मंडप की जांच होनी चाहिए. निर्णय सिंधु, स्कंद पुराण जैसे तमाम धर्मग्रंथों में इस बात के प्रमाण हैं कि ज्ञानवापी मस्जिद नहीं, बल्कि एक मंदिर हैं.
कोर्ट से मांगेंगे पूजा का अधिकार
वहीं, मस्जिद के वुजूखाने में कथित रूप से मिले शिवलिंग की पूजा करने की भी मांग उठने लगी है. काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत का कहना है कि मस्जिद परिसर में प्रकट शिवलिंग की पूजा का अधिकार मांगने के लिए आज वह कोर्ट में याचिका दायर करने जाने वाले हैं.
वीडियोग्राफर ने भी किया था यह दावा
इससे पहले Aajtak से बात करते हुए ज्ञानवापी मस्जिद और काशी विश्वनाथ मंदिर के सर्वे के दौरान वीडियोग्राफी करने वाले विभास दुबे ने कई दावे किए थे. उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद की दीवार पर तराशा हुआ प्राचीन घंटा और फूलों की लड़ियां दिखाई दी थीं. साथ ही वीडियोग्राफर का यह भी दावा था कि एक दीवार पर स्वास्तिक भी बना हुआ था.
वीडियोग्राफर विभास दुबे ने बताया कि काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में नंदी जिस ओर मुंह करके बैठे हैं, उसके सामने मौजूद मस्जिद की दीवारों पर उनको स्वास्तिक, फूलों की लड़ियां समेत कई कलाकृतियां दिखीं. फन काढ़े हुए विष्णु जी का नाग और श्रृंगार गौरी की दीवार पर गढ़े हुए दिखे. गौरतलब है कि ज्ञानवापी मस्जिद, प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर के करीब स्थित है.