हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बड़ी घोषणा की है. उन्होंने झज्जर में पुलिस कमिश्नरेट बनाने का ऐलान किया है. इसके साथ ही ये एनसीआर का चौथा और हरियाणा का पांचवां जिला होगा, जहां पुलिस कमिश्नरेट की व्यवस्था होगी.
अब तक एनसीआर के तीन जिलों गुरुग्राम, फरीदाबाद और सोनीपत में पुलिस कमिश्नरेट की व्यवस्था थी. इनके अलावा हरियाणा के पंचकूला जिले में भी पुलिस कमिश्नरेट है.
सीएम खट्टर की ये घोषणा इसलिए अहम मानी जा रही है, क्योंकि हाल ही में झज्जर के बहादुरगढ़ में INLD के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. 25 फरवरी को नफे सिंह राठी की हत्या हो गई थी. इसके बाद से ही कानून व्यवस्था को लेकर खट्टर सरकार विपक्ष के निशाने पर थी.
विधानसभा में घोषणा करते हुए सीएम खट्टर ने कहा कि एनसीआर में आने वाले हरियाणा के तीन जिलों गुरुग्राम, फरीदाबाद और सोनीपत में पहले ही पुलिस कमिश्नरेट को स्थापित किया जा चुका है. उन्होंने ऐलान किया कि अब झज्जर में भी पुलिस के कमिश्नर स्तर के अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे.
सीएम खट्टर के पास वित्त विभाग भी हैं. उन्होंने मंगलवार को विधानसभा में बजट पेश करते हुए पुलिस कमिश्नरेट स्थापित करने की घोषणा की. इस दौरान विपक्ष पर तंज कसते हुए खट्टर ने कहा कि जिनके खुद के खाते खराब हैं, वो हमसे हिसाब लिया करते हैं.' खट्टर ने कहा कि हमने कहा था कि हम फिजूलखर्ची रोकेंगे और हमने विकास सुनिश्चित किया है.
खट्टर ने कहा कि कई विपक्षी मित्रों को लगता था कि ये चुनावी साल है और बजट लोकलुभावन होगा. मैं ये साफ कर देना चाहता हूं कि हम लोगों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए बजट तैयार करते हैं, न कि चुनावों को ध्यान में रखते हुए.
खट्टर ने कानून व्यवस्था का जिक्र करते हुए दावा किया कि 2005 से 2014 के बीच 10 साल में हरियाणा में अपराध दर तेजी से बढ़ी है जबकि बीते 10 साल में क्राइम रेट में गिरावट आई है.