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'मैंने करगिल युद्ध लड़ा और मेरा बेटा...', नूंह हिंसा में मारे गए जवान नीरज के पिता का छलका दर्द

हरियाणा के मेवात-नूंह में सोमवार को शुरू हुई हिंसा में 6 लोगों की मौत हो गई. जबकि 60 लोग घायल हुए हैं. हिंसा के दौरान उपद्रवियों में सैकड़ों वाहनों को आग के हवाले कर दिया. हरियाणा पुलिस ने इस मामले में 26 FIR दर्ज की हैं, जबकि 116 लोगों को गिरफ्तार किया है.

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नूंह हिंसा में मारे गए होमगार्ड नीरज
नूंह हिंसा में मारे गए होमगार्ड नीरज

हरियाणा के मेवात-नूंह में सोमवार को हुई हिंसा में अब तक दो होमगार्ड समेत 6 लोगों की मौत हो चुकी है. होमगार्ड नीरज ने भी इस हिंसा में अपनी जान गंवा दी. नीरज का परिवार गुरुग्राम के गढ़ी बाजिदपुर में रहता है. यह हिंदू बहुल गांव है, जहां 50 मुस्लिम परिवार भी रहते हैं. आजतक से बातचीत में नीरज के परिजनों ने बताया है कि उनके गांव में लोग हमेशा शांति और सद्भाव से साथ रहे हैं. उन्होंने कभी ऐसी हिंसा के बारे में सोचा भी नहीं था. 

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नीरज का पूरा परिवार डिफेंस और होमगार्ड की पृष्ठभूमि से आता है. आजतक से बातचीत में नीरज के पिता भावुक हो गए. उन्होंने कहा, मैंने देश के लिए सेवा की, मैंने करगिल में लड़ाई लड़ी है, मुझे गर्व है कि मेरा बेटा कर्तव्य निभाते हुए शहीद हो गया. नीरज का कल पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. 

नीरज की पत्नी बोली- हिंसा को रोका जाए, ताकि... 

नीरज के पिता ने कहा, ''सांप्रदायिक तनाव भड़काने वाले लोग गलत हैं, कोई भी धर्म ऐसा नहीं कहता. मैं अपने पोते-पोतियों को भी देश की सेवा के लिए भेजूंगा.'' वहीं, नीरज की पत्नी ने कहा, ''मैं सरकार से अपील करती हूं कि दोनों समुदाय के बीच की इस लड़ाई को रोके. मैं नहीं चाहती कि मेरी तरह और कोई भी बहन विधवा हो और किसी के बेटे अपने पिता को खोएं''. 

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हिंसा में शक्ति की भी हुई मौत

इस हिंसा में मारे गए चार नागरिकों में एक नाम शक्ति का भी है. शक्ति नूंह से 18 किलोमीटर दूर भादस गांव का रहने वाला था. इस गांव में हिंदुओं की आबादी सिर्फ 2% है. लेकिन यहां अब तक कभी हिंसा या बवाल नहीं हुआ था. शक्ति के परिवार के मुताबिक, शक्ति बड़कल इलाके में मिठाई की शॉप पर काम करता था. साथ ही राजमिस्त्री का काम करता था. हिंसा बड़कल इलाके से शुरू हुई तो शक्ति घर पर आ गया था. हिंसा के बाद गांव के सभी हिंदू परिवार डरे हुए थे, तभी जानकारी मिली की गांव के बड़े गुरुकुल (आश्रम) पर दंगाइयों ने हमला बोला है. जानकारी मिलने पर शक्ति उसी तरफ चला गया, और उसके बाद घर नहीं लौटा. 

नूंह हिंसा की फुल कवरेज देखने के लिए यहां क्लिक करें 

हिंसा में मारे गए शक्ति की फोटो दिखाते परिजन

इसके बाद परिवार को जानकारी मिली कि उसकी लाश सड़क पर मिली थी. शक्ति के सिर पर पीछे से किसी भारी चीज से हमला किया गया था. बताया जा रहा है कि 300-400 की भीड़ ने गुरुकुल पर हमला किया था. 

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गुरुग्राम में वृद्ध की जलाई गई दुकान

हरियाण के नूंह से शुरू हुई हिंसा की आग पलवल, गुरुग्राम तक पहुंची. गुरुग्राम में भी भीड़ ने कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया. गुरुग्राम के सेक्टर-66 में एक बुजुर्ग की दुकान को उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया. बुजुर्ग की रजाई-गद्दों की दुकान थी. उसके मुताबिक, उसे 3 लाख का नुकसान हुआ है. उन्होंने बताया कि उन्होंने पुलिस से शिकायत की थी, लेकिन कोई उनकी मदद के लिए नहीं आया, सिर्फ आग बुझाने के लिए एक गाड़ी आई. 

अपनी जली दुकान से सामान निकालने की कोशिश करता बुजुर्ग (फोटो- वीडियो जर्नलिस्ट दलवीर सिंह)

हरियाणा में शोभायात्रा पर पथराव के बाद फैली हिंसा

नूंह में हिंदू संगठनों ने हर साल की तरह इस बार भी 31 जुलाई को बृजमंडल यात्रा निकालने का ऐलान किया था. प्रशासन से इसकी इजाजत भी ली गई थी. सोमवार को बृजमंडल यात्रा के दौरान इस पर पथराव हो गया था. देखते ही देखते यह दो समुदायों में हिंसा में बदल गई. सैकड़ों कारों को आग लगा दी गई. साइबर थाने पर भी हमला किया गया. फायरिंग भी हुई. इसके अलावा एक मंदिर में सैकड़ों लोगों को बंधक बनाया गया. पुलिस की दखल के बाद लोगों को वहां से निकाला गया. पुलिस पर भी हमला हुआ. नूंह के बाद सोहना में भी पथराव और फायरिंग हुई. वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया. इसके बाद हिंसा की आग नूंह से फरीदाबाद-गुरुग्राम तक फैल गई. 

 

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