हरियाणा की सियासत में मंगलवार को बड़ा फेरबदल हुआ. नायब सिंह सैनी ने हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. कुरुक्षेत्र से सांसद सैनी बीजेपी का ओबीसी चेहरा माने जाते हैं और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भी रहे चुके हैं. उनके साथ पांच विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली. इससे पहले आज ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पद से इस्तीफा दे दिया था.
खट्टर ने अपने पूरे कैबिनेट के साथ इस्तीफा दिया था. इस तरह हरियाणा में बीजेपी और जननायक जनता पार्टी (JJP) का गठबंधन टूट गया. कहा जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर हुए मतभेदों की वजह से ये गठबंधन टूटा है. इस बीच उन्होंने चंडीगढ़ में बीजेपी और निर्दलीय विधायकों के साथ बैठक की. निर्दलीय विधायकों ने सीएम खट्टर से मुलाकात कर अपना समर्थन जताया. हरियाणा के ताजा राजनीतिक घटनाक्रमों के लिए आजतक डॉट इन से जुड़े रहें.
डॉ. बनवारी लाल ने एक बार फिर मंत्री पद की शपथ ली है. हरियाणा के बावल से विधायक है. सहकारिता एवं जन स्वास्थ्य मंत्री डॉ बनवारी लाल जोकि हरियाणा सरकार मे अनुसूचित वर्ग के मुख्य चेहरा है.
जय प्रकाश दलाल ने भी मंत्री पद की शपथ ली है जो लोहारू सीट से विधायक हैं. 2014 में बीजेपी में शामिल होने वाले दलाल पार्टी में प्रदेश उपाध्यक्ष, बीजेपी किसान सेल के प्रभारी, जींद जिला प्रभारी जैसे कई पदों पर रह चुके हैं. वह हरियाणा सरकार में कृषि और किसान कल्याण, पशुपालन और डेयरी मत्स्य पालन, कानून और विधायी कैबिनेट मंत्री रहे हैं.
रणजीत सिंह हरियाणा सरकार में पहले भी मंत्री रहे हैं. वह खट्टर सरकार में ऊर्जा और बिजली मंत्री रहे हैं. रनिया सीट से वह निर्दलीय विधायक हैं. 2019 में उन्होंने अपने पोते दुष्यंत चौटाला के साथ खट्टर सरकार में शामिल हुए थे. रणजीत सिंह पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल के पुत्र और इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला के भाई हैं.
हरियाणा के बल्लभगढ़ से बीजेपी विधायक मूलचंद शर्मा खट्टर सरकार में परिवहन और खनन मंत्री रहे हैं. आज उन्होंने फिर से मंत्री पद की शपथ ली है. वह लगातार अपनी सीट से दूसरी बार विधायक बने थे.
विधायक कंवरपाल सिंह ने मंत्रिपद की शपथ ली. कंवरपाल हरियाणा के यमुनानगर जिले के रहने वाले है. वह इससे पहले भी शिक्षा मंत्री, वन मंत्री रह चुके हैं. इसके अलावा वह हरियाणा विधानसभा के स्पीकर रह चुके हैं.
नायब सिंह सैनी ने नए मुख्यमंत्री के तौर पर पद और गोपनीयता की शपथ ले ली है. इसके बाद उन्होंने पूर्व सीएम खट्टर के पैर भी छुए. वह कुरुक्षेत्र से बीजेपी सांसद हैं और ओबीसी का प्रमुख चेहरा माने जाते हैं. सैनी पूर्व में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
संभावित मंत्रियों के जिन नामों पर चर्चा है, उनके नाम हैं-
1.मोहन लाल बडोली
2.कंवरपाल गुर्जर
3.गोपाल कांडा
4.संजय सिंह
5.ज्ञानचंद गुप्ता
दुष्यंत चौटाला ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, 'आपने मुझे हरियाणा के उपमुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश की सेवा करने का अवसर दिया इसको मैं अपना सौभाग्य मानता हूं और हरियाणा के प्रत्येक व्यक्ति का दिल की ग़हराइयों से आभार प्रकट करता हूं. हरियाणा के हित और जनता के कार्यों के लिए आपका समर्थन और सहयोग मेरे लिए हमेशा ऊर्जादायक रहा है. सीमित समय और सीमित संख्या के साथ हमने दिन रात हरियाणा के हितों की रक्षा के लिए लगाए हैं. हमने हरियाणा के हर वर्ग और हर क्षेत्र के काम सरकार में करवाये हैं. हमारे मुश्किल और संघर्ष के दौर में आपने हम पर जो भरोसा लगातार जताया है और जो साथ हमेशा दिया है उसके लिए मैं आपका सदैव आभारी रहूंगा. मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ कि जननायक चौधरी देवीलाल जी के कदमों पर चलते हुए, मैं हरियाणा और हरियाणा के लोगों के हितों की रक्षा के लिए सदैव समर्पित रहूंगा. हरियाणा के लोगों की सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा के हमारे प्रयास लगातार जारी रहेंगे.सहयोग और साथ के लिए प्रत्येक हरियाणावासी का आभार प्रकट करता हूं.'
जेजेपी और बीजेपी का गठबंधन भले ही टूट गया हो लेकिन उसके चार विधायक नए सीएम के शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद हैं. वहीं दिग्गज नेता और राज्य के गृह मंत्री रहे अनिल विज अभी तक शपथ ग्रहण समारोह में नहीं पहुंचे हैं.
नायब सिंह सैनी मंत्रिमंडल में जो विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे उनमें मोहनलाल बडोली का नाम भी शामिल है. मोहनलाल राई से विधायक हैं. इसके अलावा गोपाल कांडा का नाम भी लिस्ट में शामिल है. (इनपुट- कमलजीत संधू)
हरियाणा में बीजेपी और जननायक जनता पार्टी (JJP) का गठबंधन टूटने के बाद हरियाणा सरकार ने दुष्यंत चौटाला के काफिले की कारें वापस ले लीं हैं. दुष्यंत खट्टर सरकार में डिप्टी सीएम थे. उनके आवास से निकलने वाली कारों की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं जिन्हें वापस लिया जा रहा है. (राहुल गौतम)
राजनीतिक उलटफेर पर कांग्रेस नेता भूपेंद्र हुड्डा ने भाजपा पर निशाना साधा है. उन्होंने प्रेस वार्ता में कहा जब 2019 में सरकार बनी तब कहा था ये पॉलिसी पर नहीं बल्कि 'ठगबंधन' हैं. भाजपा एंटी इनकंबेंसी को छिपाने की कोशिश कर रही है. सीएम और डिप्टी सीएम दोनों ने अपना पद छोड़ दिया. प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए, क्योंकि भाजपा बहुमत खो चुकी है.
गोपाल कांडा समेत 7 निर्दलीय विधायक भी हरियाणा राजभवन में हैं मौजूद.
हरियाणा के नए मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद नायब सिंह सैनी ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया है.
कुछ दिन पहले ही बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए बृजेंद्र सिंह ने हरियाणा में जेजेपी-बीजेपी गठबंधन टूटने पर कहा कि बीजेपी का कोई भी कार्यकर्ता गठबंधन के पक्ष में नहीं था. लेकिन बीजेपी इसे सुविधा का गठबंधन मानकर टालती रही. मेरे इस्तीफे के बाद इन्हें होश आया कि अब कोई रास्ता नहीं बचा है, जो नुकसान हो चुका, उसकी भरपाई करने की कोशिश की जा रही है. लेकिन अब बहुत डैमेज हो चुका. अब चुनाव दहलीज पर है तो ऐसे में किसी भी बदलाव के मायने नहीं है. लोगों की मानसिकता क्या थी, उसको आपने पूरी तरह से दरकिनार कर सरकार चलाई है. उसका खामियाजा भुगतान पड़ेगा. ये कोई सीटों की लड़ाई नहीं है. ये वास्तविकता है, जिससे आपको दो-चार होना पड़ा है क्योंकि अब चुनाव आ चुका है. बीजेपी में आने के बाद ही मुझे इस बात का अहसास हुआ था कि यहां मेरा तालमेल नहीं बैठ सकता ना ही वैचारिक तौर पर ही और ना ही सांगठनिक तौर पर. जेजेपी की स्थिति ना घर की है, ना घाट की.
नायब सिंह सैनी ने हरियाणा का नया मुख्यमंत्री चुने जाने पर सोशल मीडिया पोस्ट कर सभी का आभार जताया. उन्होंने कहा कि सर्वसम्मति से बीजेपी विधायक दल का नेता चुने जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, बीजेपी हरियाणा के प्रदेश प्रभारी बिप्लब देव और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, सभी विधायकों और निर्दलीय विधायकों का आभार.
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को लेकर बड़ी खबर है. सूत्रों के मुताबिक वह आगामी लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं.
हरियाणा के नए मुख्यमंत्री बनने जा रहे नायब सिंह सैनी इस समय कुरुक्षेत्र से सांसद हैं. वे 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले विधायक भी रहे हैं. 2014 में नायब सिंह ने अंबाला जिले की नारायणगढ़ सीट से विधानसभा चुनाव जीता था. ये चुनाव नायब 24 हजार से ज्यादा वोटों से जीते थे. बाद में खट्टर सरकार में मंत्री बनाए गए. जब 2019 का चुनाव आया तो पार्टी ने नायब को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी और कुरुक्षेत्र से टिकट देकर चौंका दिया था. तब भी नायब सिंह संगठन के भरोसे पर खरे उतरे. 2019 के लोकसभा चुनाव में नायब को 6 लाख 88 हजार 629 वोट मिले. उनके प्रतिद्वंदी कांग्रेस उम्मीदवार निर्मल सिंह आधे वोट भी नहीं पा सके. निर्मल को 3 लाख 4 हजार 38 वोट मिल सके थे.
नायब सिंह सैनी हरियाणा के नए मुख्यमंत्री होंगे. वह आज शाम पांच बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. ओबीसी समुदाय से ताल्लुक रखने वाले सैनी कुरुक्षेत्र से सांसद हैं.
चंडीगढ़ में विधायक दल की बैठक बीच में छोड़कर बीजेपी के बड़े नेता अनिल विज बाहर निकल गए हैं. वह सरकारी गाड़ी छोड़कर प्राइवेट कार से चले गए हैं. विधायक दल की बैठक अभी भी हो रही है. बताया जा रहा है कि वे नाराज होकर मीटिंग से बाहर निकले हैं. इस दौरान विज ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. उन्होंने बस इतना कहा कि बैठक में जो भी हुआ है, उसके बारे में सिर्फ ऑब्जर्वर बता सकते हैं.
हरियाणा से सियासी घटनाक्रमों के बीच चंडीगढ़ में बीजेपी के विधायक दल की बैठक शुरू हो गई है. इससे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पद से इस्तीफा दे दिया, जिसे राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया. इस तरह राज्य में बीजेपी और जेजेपी का गठबंधन टूट गया है.
हरियाणा के सियासी घटनाक्रम पर कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आज के घटनाक्रम पर मैंने तीन महीने पहले सिरसा में रिएक्शन दे दिया था. मैंने प्रदेश वासियों को बता दिया था कि बीजेपी-जेजेपी में समझौता तोड़ने का अघोषित समझौता हो गया है. और इस बार बीजेपी के इशारे पर जेजेपी और आईएनएलडी वाले कांग्रेस की वोट में सेंध मारने फिर आएंगे.
खबर है कि मनोहर लाल खट्टर दोबारा हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. हरियाणा के मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने ये जानकारी दी है.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है.
हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कल देर रात केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने एक से दो सीटें मांगी थी. सूत्रों के अनुसार बीजेपी अलाकमान ने उन्हें कहा कि जो गठबंधन का आगे विचार होगा, उससे अवगत कराया जाएगा. आज चंडीगढ़ में बीजेपी विधायकों के साथ निर्दलीयों विधायकों की जो बैठक बुलाई गई, उसमें गठबंधन में शामिल जेजेपी विधायकों को नहीं बुलाया गया.
(इनपुट: हिमांशु मिश्रा)
हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं. इन 90 सीटों में से 41 बीजेपी के पास हैं. वहीं 30 सीटें कांग्रेस, 10 सीटें इंडियन नेशनल लोकदल, एक हरियाणा लोकहित पार्टी और छह निर्दलीय हैं. हरियाणा में बहुमत के लिए 46 विधायक चाहिए. हरियाणा में बीते विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने जेजेपी के साथ मिलकर गठबंधन सरकार बनाई थी. उस चुनाव में बीजेपी को 41 जबकि जेजेपी को 10 सीटें मिली थी.
हरियाणा कैबिनेट आज सामूहिक इस्तीफा दे सकता है. इस्तीफे के बाद नए सिरे से कैबिनेट का गठन किया जाएगा. नई कैबिनेट में जेजेपी नहीं होगी. बीजेपी ने दोपहर 12 बजे विधायक दल की बैठक बुलाई है. इस बैठक में अर्जुन मुंडा और तरुण चुघ पर्यवेक्षक के तौर पर शामिल होंगे.
(इनपुट: हिमांशु मिश्रा)
निर्दलीय विधायक गोपाल कांडा ने कहा कि हमने सीएम खट्टर से मुलाकात की है. हम सुबह 11.30 बजे उनसे दोबारा मिलेंगे. हमारे हिसाब से गठबंधन टूट गया है. पहले भी JJP की कोई जरूरत नहीं थी. लोकसभा चुनाव में बीजेपी 10 में से 10 सीटें जीतेगी. इस दौरान एक और निर्दलीय विधायक रणधीर सिंह गोलान ने भी कहा कि हमें सीएम ने बुलाया था. उन्होंने नए तरीके से समर्थन मांगा है. हमारा समर्थन लेटर वह गवर्नर को सौंपेंगे.
हरियाणा के चंडीगढ़ निवास पर मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर की बैठक जारी है. सीएम खट्टर निर्दलीय विधायकों के साथ लगातार बैठक कर रहे हैं.
हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) गठबंधन आज टूटने जा रहा है. हरियाणा कैबिनेट आज सामूहिक इस्तीफा देना जा रहा है. हरियाणा में नई सरकार का गठन संभव है.