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'नूंह की शोभा यात्रा में तलवारें पूजा के लिए थीं, हत्या के लिए नहीं...', बोला बिट्टू बजरंगी

नूंह में हिंदू संगठनों ने हर साल की तरह इस बार भी 31 जुलाई को बृजमंडल यात्रा निकालने का ऐलान किया था. प्रशासन से इसकी इजाजत भी ली गई थी. सोमवार को बृजमंडल यात्रा के दौरान इस पर पथराव हो गया था. देखते ही देखते यह दो समुदायों में हिंसा में बदल गई. सैकड़ों कारों को आग लगा दी गई. इस हिंसा में 6 लोगों की मौत हो गई.

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बिट्टू बजरंगी
बिट्टू बजरंगी

हरियाणा के मेवात-नूंह इलाके में फैली हिंसा में 6 लोगों की मौत हो चुकी है. इस हिंसा के लिए एक पक्ष गोरक्षक बिट्टू बजरंगी को जिम्मेदार ठहरा रहा है. बिट्टू बजरंगी ने नूंह में सोमवार को हुई ब्रज मंडल यात्रा में हिस्सा लिया था. बिट्टू बजरंगी ने आजतक को दिए इंटरव्यू में अपना पक्ष रखा है. इस दौरान बिट्टू ने बताया कि कैसे नूंह में हिंसा फैली? बजरंगी से जब पूछा गया कि ब्रज मंडल यात्रा के दौरान कुछ लोग तलवार लेकर पहुंचे थे, इस पर उन्होंने कहा, ये तलवारें पूजा के लिए थीं. 

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बिट्टू बजरंगी ने आजतक से बातचीत में कहा, हर साल की तरह इस साल भी हमने शोभा यात्रा निकाली थी. यात्रा का नूंह के नल्हड़ महादेव मंदिर तक और वहां से अन्य इलाकों में जाने का कार्यक्रम था. इसमें जिलेभर से कई महिलाएं, बच्चे और वृद्ध शामिल थे. हमने मंदिर में पूजा की, कीर्तन किए. यहां से वापस जाने का सिर्फ एक तरफ का रास्ता था. कारें वापस जाने लगीं, हम मुश्किल से 500 मीटर की यात्रा कर पाए थे, तभी हमने देखा कि उपद्रवियों ने कारों को आग लगा दी. 

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बिट्टू बजरंगी ने कहा, हमने देखा कि सड़क के किनारे एक छोटी मस्जिद थी, जहां 200-250 लोग खड़े थे. उनके पास हथियार थे और वे खुले में फायरिंग कर रहे थे. 

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4 मई की मणिपुर हिंसा का जिक्र करते हुए, जहां कुकी महिलाओं को नग्न घुमाया गया था, बिट्टू बजरंगी ने दावा किया कि वह यात्रा में महिलाओं और बच्चों के लिए डरा हुआ था. 

बजरंगी ने कहा, जब दूसरी तरफ से फायरिंग होने लगी तो हमने यूटर्न लिया और वापस मंदिर में जाने का फैसला किया. हमें लगा कि हमारे लिए यही सुरक्षित होगा. मुझे अपने लिए डर नहीं लग रहा था. मैं महिलाओं और बच्चों के लिए डर रहा था. हम नहीं चाहते थे कि मणिपुर जैसा कोई हादसा हो. हम अपनी माताओं के लिए डरे हुए थे. 

जब बिट्टू बजरंगी से पूछा गया कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में यात्री हथियार लिए नजर आ रहे हैं. इस पर बजरंगी ने कहा, ''कुछ लोगों के पास हथियार थे, लेकिन वे सभी लाइसेंसी थे. और जो तलवारें हम रखते हैं उनका इस्तेमाल पूजा के लिए, शादियों के लिए, अनुष्ठानों के लिए किया जाता है; उनका इस्तेमाल हत्याओं के लिए नहीं किया जाता है.''

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जब बजरंगी से उसके वायरल वीडियो के बारे में पूछा गया तो उसने कहा, ''मैंने सिर्फ उन लोगों को जवाब दिया था, जिन्होंने मुझे धमकी दी थी.'' बिट्टू बजरंगी ने पहले वीडियो क्लिप शेयर की थी जिसमें वह भगवा पोशाक में नजर आ रहा था. इसमें गाना भी बज रहा था, "गोली पे गोली चलेंगी, बाप तो बाप रहेगा". 

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बजरंगी ने उपद्रवियों पर बुल्डोजर एक्शन लेने की मांग की है. उसने कहा, योगी सरकार की तरह उपद्रवियों पर बुल्डोजर का एक्शन होना चाहिए. इन्हें एनकाउंटर में मारा जाना चाहिए. बिट्टू बजरंगी ने कहा, ''उन्होंने हमारे अधिकारियों को मार डाला, उन्होंने राम भक्तों को मार डाला. उनकी गलती क्या थी? क्या हमें इस देश में भगवान राम का नाम नहीं लेना चाहिए? हम अपनी महिलाओं और बच्चों के साथ शांतिपूर्ण यात्रा पर गए थे.''

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नूंह में सोमवार को फैली थी हिंसा

नूंह में हिंदू संगठनों ने हर साल की तरह इस बार भी 31 जुलाई को बृजमंडल यात्रा निकालने का ऐलान किया था. प्रशासन से इसकी इजाजत भी ली गई थी. सोमवार को बृजमंडल यात्रा के दौरान इस पर पथराव हो गया था. देखते ही देखते यह दो समुदायों में हिंसा में बदल गई. सैकड़ों कारों को आग लगा दी गई. साइबर थाने पर भी हमला किया गया. फायरिंग भी हुई. पुलिस पर भी हमला हुआ. नूंह के बाद सोहना में भी पथराव और फायरिंग हुई. वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया. इसके बाद हिंसा की आग नूंह से फरीदाबाद-गुरुग्राम तक फैल गई.

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