हाथरस में कथित गैंगरेप और हत्याकांड को लेकर सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल कर दी है. जांच एजेंसी की ओर से 22 सितंबर को दिए गए पीड़िता के आखिरी बयान को आधार बनाते हुए चार्जशीट दाखिल की गई है तो इस पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और अखिलेश यादव ने सरकार को घेरने की कोशिश की.
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से उत्तर प्रदेश के हाथरस में दाखिल चार्जशीट के बाद कांग्रेस नेता और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने राज्य की योगी सरकार पर हमला करते हुए ट्वीट किया और इसे सत्य की जीत करार दिया. प्रियंका ने कहा, 'एक तरफ सरकार सरंक्षित अन्याय था. दूसरी तरफ परिवार की न्याय की आस थी. पीड़िता का शव जबरदस्ती जला दिया गया. पीड़िता को बदनाम करने की कोशिशें हुईं. परिवार को धमकाया गया, लेकिन अंततः सत्य की जीत हुई. सत्यमेव जयते.'
एक तरफ सरकार सरंक्षित अन्याय था।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 18, 2020
दूसरी तरफ परिवार की न्याय की आस थी।
पीड़िता का शव जबरदस्ती जला दिया गया। पीड़िता को बदनाम करने की कोशिशें हुईं। परिवार को धमकाया गया।
लेकिन अंततः सत्य की जीत हुई।
सत्यमेव जयते#HathrasCase pic.twitter.com/X4qD0BVjjs
प्रियंका गांधी के अलावा समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी राज्य की योगी सरकार को इस मामले में घेरा तथा कहा कि बीजेपी सरकार से बिना लड़े कुछ भी नहीं मिलता न इंसाफ, न हक.
‘हाथरस कांड’ में उप्र की भाजपा सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी जनता, विपक्ष व सच्चे मीडिया के दबाव से सीबीआई जांच बैठानी ही पड़ी. अब पीड़िता के अंतिम बयान के आधार पर चारों अभियुक्तों के ख़िलाफ़ चार्जशीट दाखिल हुई है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 18, 2020
भाजपा सरकार से बिना लड़े कुछ भी नहीं मिलता न इंसाफ़, न हक़.
अखिलेश ने ट्वीट में कहा, ‘हाथरस कांड’ में उप्र की भाजपा सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी जनता, विपक्ष व सच्चे मीडिया के दबाव से सीबीआई जांच बैठानी ही पड़ी. अब पीड़िता के अंतिम बयान के आधार पर चारों अभियुक्तों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हुई है. भाजपा सरकार से बिना लड़े कुछ भी नहीं मिलता न इंसाफ, न हक.'
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बता दें कि सीबीआई की ओर से आज शुक्रवार को हाथरस केस में चारों आरोपियों के खिलाफ हत्या, गैंगरेप और एससी-एसटी एक्ट की धाराओं में चार्जशीट दाखिल की गई है. आरोपियों पर धारा-325, SC-ST एक्ट 376 A और 376 D (गैंग रेप) और 302 की धाराओं में चार्जशीट दाखिल की गई है.
22 सितंबर को दिए गए पीड़िता के आखिरी बयान को ही आधार बनाकर सीबीआई की ओर से चार्जशीट दाखिल की गई. रामू, रवि, संदीप, लव कुश इन चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हुई है. सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल की और निर्णय कोर्ट के ऊपर छोड़ा है. कोर्ट ने चार्जशीट पर संज्ञान लिया है.