चीन समेत दुनिया के तमाम देशों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. कोरोना के बढ़ते हुए केसों को देखते हुए भारत सरकार भी अलर्ट मोड पर आ गई है. इसी बीच बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना को लेकर हाईलेवल मीटिंग बुलाई. मीटिंग में देश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की गई. इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ भारती पवार समेत स्वास्थ्य विभाग के तमाम अधिकारी मौजूद हैं.
बैठक के बाद मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर बताया कि कुछ देशों में कोरोना के बढ़ते केसों को देखते हुए एक्सपर्ट के साथ बैठक की. अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है. मैंने सभी संबंधितों को सतर्क रहने और निगरानी तेज करने के निर्देश दे दिए हैं. उन्होंने कहा कि हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं.
चीन से आने वाली फ्लाइट बंद करने की मांग
उधर, चीन में कोरोना के चलते बिगड़ते हालात को देखते हुए कांग्रेस समेत कुछ राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने चीन ने आने वाली फ्लाइट पर रोक लगाने की मांग की है. कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि चीन में कोरोना की स्थिति सचेत करने वाली है. भारत सरकार को जल्द से जल्द चीन से आने वाली सभी फ्लाइट पर रोक लगानी चाहिए. इतना ही नहीं अमेरिका, जापान और कोरिया में बढ़ते हुए केसों को देखते हुए और नए वैरिएंट की आशंका के बीच भारत सरकार को नई कोविड प्रोटोकॉल जारी करना चाहिए. इसके अलावा टीएमसी सांसदों ने भी कोरोना के चलते चीन से आने वाली फ्लाइट्स पर रोक लगाने की मांग की है.
चीन में हालात आउट ऑफ कंट्रोल
चीन में कोरोना से हाहाकार मच गया. हालात आउट ऑफ कंट्रोल होते जा रहे हैं. चीन में तेजी से मामले और मौतें बढ़ रही हैं. सोशल मीडिया के जरिये आ रही तस्वीरों में चीन में कोरोना का विस्फोट दिख रहा है. अस्पतालों में बेड की कमी हो गई है. मरीजों का इलाज फर्श पर लेटाकर किया जा रहा है. डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ की कमी के साथ साथ दवा पर भी संकट गहराने लगा है. बुखार और सिरदर्द की कई जरूरी दवाएं चीन में आउट ऑफ स्टॉक हो गई है. हर रोज सैकड़ों लोग दम तोड़ रहे हैं. दावा ये भी किया जा रहा है कि कब्रिस्तानों में अंतिम संस्कार के लिए वेटिंग चल रही है.
केंद्र सरकार के राज्यों को किया अलर्ट
इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को अलर्ट भेजा है. सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एडवाइजरी जारी की. इसमें कहा गया है कि नए कोविड पॉजिटिव मरीजों का सैंपल जीनोम टेस्टिंग के लिए भेजा जाए, ताकि वहां इस सैंपल का जिनोम सीक्वेंसिंग हो सके और अगर कोरोना का कोई नया वैरिएंट पनपता है तो उसे ट्रैक किया जा सके.
राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे पत्र में, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा है कि इस तरह की कवायद से देश में मौजूद नए वैरिएंट, यदि कोई हो, का समय पर पता लगाने में मदद लेगी, और फिर इसके आधार पर केंद्र सरकार आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों की सुविधा प्रदान करेगी.